30 हजार किसानों की सम्मान निधि पर रोक : ई-केवाईसी, भूलेख अंकन और आधार सीडिंग में देरी से नहीं आई किश्त

UPT | 30 हजार किसानों की सम्मान निधि पर रोक

Jul 22, 2024 00:52

झांसी जिले के 30 हजार किसानों को प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना की किश्त नहीं मिल पाई है। इन किसानों ने अभी तक ई-केवाइसी, भूलेख अंकन और आधार सीडिंग नहीं कराया है, जिसके कारण सरकार ने उनकी किश्त पर रोक लगा दी है। कृषि विभाग ने इन किसानों की पहचान कर उन्हें खाता अपडेट कराने का निर्देश दिया है।

Jhansi News : जनपद के 30 हजार किसानों की सम्मान निधि पर संकट आ गया है। सरकार ने ढाई लाख किसानों के खाते में किस्त का पैसा तो भेज दिया है, लेकिन इन किसानों का पैसा रोक लिया है। इन किसानों ने अब तक ई-केवाईसी, भूलेख अंकन और आधार सीडिंग नहीं कराया है। कृषि विभाग ने इन किसानों की तलाश शुरू कर दी है।

किसान सम्मान निधि योजना की शुरुआत
मोदी सरकार ने वर्ष 2019 में हुए लोकसभा चुनाव से ठीक पहले किसानों को बड़ा तोहफा देते हुए किसान सम्मान निधि की शुरुआत की थी। इस योजना के तहत किसान को 2-2 हजार रुपए की 3 किस्तों में प्रत्येक वर्ष 6 हजार रुपए दिए जाते हैं। शुरुआत में सरकार ने कृषि विभाग में उपलब्ध प्रपत्रों के आधार पर किसानों के खाते में पहली किस्त भेजकर योजना का श्रीगणेश कर दिया, जिसके बाद ऑनलाइन प्रक्रिया को अपडेट किया गया। कई किसानों के खातों का ई-केवाईसी, भूलेख अंकन और आधार सीडिंग नहीं थी, जिन्हें अधिकांश किसानों ने पूरा करा लिया। इसके बाद सरकार ने 2.58 लाख किसानों के खाते में सम्मान निधि की किस्त भेज दी, लेकिन 30 हजार किसान ऐसे रहे, जिन्होंने अपना खाता अपडेट नहीं कराया है। ऐसे किसानों की सम्मान निधि पर सरकार ने फिलहाल रोक लगा दी है। इन किसानों ने बैंक खाता अपडेट नहीं किया तो कृषि विभाग नोटिस जारी करेगा, और इसके बाद इनकी सम्मान निधि पूरी तरह से बंद की जा सकती है।

बिना वजह सम्मान निधि से हाथ धो बैठे 1500 किसान
किसान सम्मान निधि योजना का लाभ आयकर दाता को नहीं दिया जाता है, लेकिन जनपद के 3500 से अधिक किसान रिटर्न दाखिल करने के बावजूद सम्मान निधि लेते रहे। जांच में मामला पकड़े जाने के बाद इन किसानों की सम्मान निधि रोकते हुए वसूली के निर्देश दिए गए थे, लेकिन इनमें लगभग 1500 किसान ऐसे थे, जिन्होंने कर्ज लेने के लिए रिटर्न दाखिल किया था। ऐसे किसानों को सम्मान निधि दी जा सकती थी, लेकिन शासन द्वारा अब तक कोई निर्णय नहीं लेने के कारण इन किसानों की सम्मान निधि अब भी बंद चल रही है।

अधिकारियों की राय
एमपी सिंह उप-निदेशक कृषि ने बताया, "जनपद के लगभग 2.58 लाख किसानों के खाते में सम्मान निधि भेजी गई है। लगभग 30 हजार किसानों ने अभी ई-केवाइसी, भूलेख अंकन और आधार सीडिंग नहीं कराया है। इनकी किश्त जारी नहीं की गई है। गांवों में अभी अभियान चलाकर फार्मर रजिस्ट्रि की जा रही हैं। किसान ग्राम पंचायत में ही संपर्क कर अपना खाता अपडेट करा सकते हैं।" 

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