Lalitpur
ऑथर Pankaj Parashar

Lalitpur News : ललितपुर की जनसंख्या अमेरिका के न्यू हैम्पशायर की बराबर, सोना और प्लैटिनम के भंडार लेकिन फिर भी गरीबी

uttar pradesh times | समृद्ध खनिज संपदा का मालिक है जिला

Nov 27, 2023 15:28

Lalitpur News : ललितपुर जिले में खनिजों की कोई कमी नहीं है। यहां सोने के भण्डार हैं लेकिन अभी तक खुदाई की कोई योजना सरकार ने नहीं बनाई है। दूसरी तरफ यह जिले के सबसे पिछड़े जिलों में शुमार है। इसके बावजूद यहां के लोग ललितपुर समेत दक्षिणी उत्तर प्रदेश और उत्तरी मध्य प्रदेश के कुछ जिलों को मिलकर अलग बुंदेलखंड राज्य बनाना चाहते हैं।

Lalitpur News : ललितपुर जिले में खनिजों की कोई कमी नहीं है। यहां सोने के भण्डार हैं लेकिन अभी तक खुदाई की कोई योजना सरकार ने नहीं बनाई है। दूसरी तरफ यह जिले के सबसे पिछड़े जिलों में शुमार है। इसके बावजूद यहां के लोग ललितपुर समेत दक्षिणी उत्तर प्रदेश और उत्तरी मध्य प्रदेश के कुछ जिलों को मिलकर अलग बुंदेलखंड राज्य बनाना चाहते हैं। इस मांग को लेकर अकसर दोनों ओर के लोग आंदोलन करते रहते हैं। वर्ष 2006 में पंचायती राज मंत्रालय ने ललितपुर को देश के 250 सबसे पिछड़े जिलों में से एक बताया था। यह उत्तर प्रदेश के उन 34 जिलों में से एक है, जो पिछड़ा क्षेत्र अनुदान निधि कार्यक्रम (बीआरजीएफ) से वित्त पोषित किए जा रहे हैं।

समृद्ध खनिज संपदा का मालिक है जिला
जिला बुन्देलखण्ड के पहाड़ी क्षेत्र का हिस्सा है। यह दक्षिण में विंध्य पर्वतमाला के बाहरी इलाके से लेकर उत्तर में यमुना नदी की सहायक नदियों तक ढलान पर स्थित है। बीच की घाटियों से होकर नदियां ग्रेनाइट और क्वार्ट्ज की चट्टानों के ऊपर से बहती हैं। पहाड़ी क्षेत्र के उत्तर में ग्रेनाइट शृंखलाएं धीरे-धीरे छोटी-छोटी पहाड़ियों के समूहों में बदल जाती हैं। ललितपुर खनिजों के मामले में महत्वपूर्ण स्थान है। यहां ग्रेनाइट, मौरम, पाइरोफिलाइट, बलुआ पत्थर और कई अन्य खनिजों की उपलब्धता है। रॉक-फॉस्फेट के बाद यहां लौह अयस्क, सोना और प्लैटिनम के भंडार की मौजूदगी के प्रमाण मिले हैं। बेतवा नदी जिले की उत्तरी और पश्चिमी सीमा बनाती है। जिले का अधिकांश भाग इसके जलक्षेत्र में स्थित है।

गर्मियां बहुत गर्म और सर्दियां होती हैं बहुत ठंडी
अलग बुन्देलखण्ड राज्य बनाने के लिए दक्षिणी उत्तर प्रदेश और उत्तरी मध्य प्रदेश में अलगाववादी आंदोलन चल रहा है। क्योंकि इस क्षेत्र को पारंपरिक रूप से स्थानीय लोग बुंदेलखंड पुकारते हैं। जिले की जलवायु उपोष्णकटिबंधीय है। जिसकी विशेषता बहुत गर्म शुष्क गर्मी और ठंडी सर्दी है। बुन्देलखण्ड क्षेत्र के अन्य जिलों की तरह इस जिले में भी साल में चार अलग-अलग मौसम होते हैं। गर्मी का मौसम मार्च से मध्य जून तक होता है। दक्षिण पश्चिम मानसून मध्य जून से सितंबर तक यहां आता है। अक्टूबर और नवंबर के बीच मानसून के बाद के संक्रमण काल में सुहाना मौसम बनता है। सर्दी का मौसम दिसंबर से फरवरी तक रहता है।

अमेरिकी राज्य न्यू हैम्पशायर के बराबर है जनसंख्या
ललितपुर जिले को प्रशासनिक दृष्टिकोण से 5 तहसीलों में विभाजित किया गया है। ये ललितपुर, महरौनी, तालबेहट, मदावरा और पाली हैं। चार नगर पालिकाएं ललितपुर, महरौनी, तालबेहट और पाली हैं। जिले में 754 गांव हैं। वर्ष 2011 की जनगणना के अनुसार ललितपुर जिले की जनसंख्या 12,21,592 है। जो लगभग बहरीन देश या अमेरिकी राज्य न्यू हैम्पशायर के बराबर है। भारत में कुल 640 जिलों में 391वीं रैंकिंग पर है। जिले का जनसंख्या घनत्व 242 निवासी प्रति वर्ग किलोमीटर है। 2001-2011 के दशक में जनसंख्या वृद्धि दर 24.57% थी। ललितपुर में लिंगानुपात प्रति 1000 पुरुषों पर 905 महिलाओं का है। जिले की साक्षरता दर 64.95% है। अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजातियां क्रमशः जनसंख्या का 19.69% और 5.86% हैं। जिले में आदिवासी जाति सहरिया है।

ललितपुर जिले की 81.60% आबादी हिंदी और 17.51% बुंदेली पहली भाषा के रूप में बोलती है। इस तरह बुंदेलखंड के जिलों में ललितपुर ऐसा जिला है जहां सबसे ज्यादा लोग बुंदेली भाषा प्राथमिक रूप से बोलते हैं।

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