IIT Kanpur : मेरठ के एक छात्र ने फांसी लगाकर दी जान, क्यों लगातार बढ़ रहें है स्टूडेंट सुसाइड केस

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Jan 11, 2024 11:52

आईआईटी कानपुर में अभी एक महीना भी नहीं हुआ जब बायो सांइस और बायो इंजीनियरिंग की रिसर्च स्कालर डॉ. पल्लवी चिल्का ने पंखे के हुक से लटककर जान दे दी थी।

Kanpur News : आईआईटी कानपुर के एक और छात्र ने फांसी लगाकर जान दे दी। इसकी जानकारी मिलते ही आईआईटी कैम्पस में हड़कंप मच गया। सूचना पर पहुंची पुलिस ने मौका मुआयना के साथ जांच शुरू कर दी। वहीं, आईआईटी प्रशासन ने घटना पर दुख व्यक्त किया और छात्र के परिजनों को इसकी सूचना दी है। फिलहाल खुदकुशी की वजह अभी तनाव को माना जा रहा है।

गार्ड ने विकास को पंखे से लटका देखा
बुधवार देर रात एयरोस्पेस इंजीनियरिंग में एमटेक द्वितीय वर्ष के छात्र विकासकुमार मीणा ने मफलर के सहारे पंखे से लटककर आत्महत्या कर ली। 30 वर्षीय विकास मूलरूप से मेरठ के कंकरखेड़ा का निवासी था। गार्ड ने विकास को पंखे से लटका देखा, तो उसने इसकी सूचना तत्काल दूसरे साथी छात्रों को दी। गार्ड और साथी उसे फंदे से उतार कर पास के अस्पताल ले गए, यहां डॉक्टरों ने जांच के बाद उसे मृत घोषित कर दिया। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और फॉरेसिंक टीम को बुलाकर मौके से साक्ष्य इकट्ठे किए और जांच शुरू कर दी। 

होनहार छात्र के आत्महत्या करने पर दुख जताया
कल्याणपुर इंस्पेक्टर धनंजय पांडेय ने बताया कि छात्र ने आत्महत्या क्यों की, इसकी अभी जांच की जा रही है। अभी तनाव को इसकी वजह माना जा रहा है। परिजनों को भी सूचना दी गई है। आईआईटी प्रशासन ने अपने एक और होनहार छात्र के आत्महत्या करने पर दुख जताया है। उल्लेखनीय है कि अभी हाल ही में आईआईटी कानपुर के पीएचडी स्टूडेंट ने खुदकशी करके जान दी थी। अभी आईआईटी इस दुख से बाहर भी नहीं निकल पाया था कि एक और छात्र ने जान दे दी।

बैक लगने के बाद टर्मिनेट होने का डर
सूत्रों की माने तो एयरोस्पेस इंजीनियरिंग में एमटेक द्वितीय वर्ष के छात्र विकासकुमार मीणा की लगातार तीन बैक लगी। इसके चलते उसे टर्मिनेट कर दिया गया था। इस कारण से वह तनाव में था। शायद इसी वजह से उसने ऐसा कदम उठाया। हालांकि आईआईटी प्रशासन ने इस बारे में अभी कुछ नहीं बताया है। 

अभी एक महीना भी नहीं जब डॉ. पल्लवी की खुदकशी के
आईआईटी कानपुर में अभी एक महीना भी नहीं हुआ जब बायो सांइस और बायो इंजीनियरिंग की रिसर्च स्कालर डॉ. पल्लवी चिल्का ने पंखे के हुक से लटककर जान दे दी थी। खुदकशी की वजह तब भी तनाव को माना गया था। इस पर आईआईटी प्रशासन ने इंटरनल इंक्वारी बात कही थी। इस जांच में क्या निकल के आया यह अभी पता भी नहीं चला कि बुधवार देर रात एक और छात्र ने खुदकशी कर ली। 

आईआईटी कानपुर में खुदकशी की घटनाएं
17 दिसंबर 2023 को बायो सांइस और बायो इंजीनियरिंग विभाग में रिसर्च स्कालर डॉ. पल्लवी चिल्का ने फांसी लगाकर खुदकशी की
07 सितंबर 2022 – वाराणसी निवासी पीएचडी छात्र प्रशांत सिंह ने फांसी लगाकर आत्महत्या की। 
12 मई 2021 – संस्थान में असिस्टेंट रजिस्ट्रार सुरजीत दास ने फांसी लगाकर आत्महत्या की। 
09 जुलाई 2020 – आईआईटी के कंप्यूटर साइंस एंड इंजीनियरिंग विभाग के प्रोफेसर प्रमोद सुब्रमण्यन ने फांसी लगाकर आत्महत्या की।
30 दिसंबर 2019 – संस्थान में सिक्योरिटी गार्ड आलोक श्रीवास्तव ने फांसी लगाकर आत्महत्या की।
 

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