Nov 10, 2024 18:09
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कानपुर कमिश्नरेट के साउथ जोन की बिधनू पुलिस टीम को बड़ी सफलता हासिल हुई है। बिधनू कस्बे के कठुई मार्ग स्थित तालाब में बीती 28 अप्रैल को हत्या कर शव फेक गया था। जिसमे मृतक के भाई और पत्नी के ऊपर हत्या का आरोप लगा था और वह घटना को अंजाम देकर फरार हो गए थे। पुलिस ने अब दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर हत्या का खुलासा कर दिया है।
kanpur News: कानपुर कमिश्नरेट के साउथ जोन की बिधनू पुलिस टीम को बड़ी सफलता हासिल हुई है। बिधनू कस्बे के कठुई मार्ग स्थित तालाब में बीती 28 अप्रैल को हत्या कर शव फेक गया था। जिसमे मृतक के भाई और पत्नी के ऊपर हत्या का आरोप लगा था और वह घटना को अंजाम देकर फरार हो गए थे। पुलिस घटना के बाद से लगातार दोनों आरोपियों की तलाश कर रही थी। वही अब पुलिस ने मुखबिर की सहायता से हत्या करने वाले मृतक की पत्नी और उसका भाई को गिरफ्तार कर लिया है।
डीसीपी साउथ ने दी जानकारी
घटना के खुलासे को लेकर प्रेसवार्ता के दौरान डीसीपी साउथ अंकिता शर्मा ने बताया कि बीती 28 अप्रैल को बिधनू के कठुई मार्ग स्थित तालाब में 42 वर्षीय एक युवक का शव मिला था।जिसकी शिनाख्त गाँव के ही रहने वाले दिनेश के रूप में हुई थी। वही शव मिलने के बाद पुलिस की जांच में यह पता चला था कि हत्या किसी और ने नही बल्कि उसके ही भाई मनोज और मृतक की पत्नी पूनम ने की थी और शव तालाब में फेंक दिया था ।जिसके बाद पुलिस लगातार मनोज और मृतक की पत्नी पूनम की तलाश कर रही थी। बिधनू पुलिस ने 6 महीने बाद मुखबिर की सूचना पर मनोज और मृतक की पत्नी को गिरफ्तार कर लिया है।वही दोनों ने पुलिस पूछताछ में बताया है कि मनोज और उसके बीच प्रेम प्रसंग था।जिसकी जानकारी दिनेश को हो गई थी और वह इसका विरोध कर रहा था। जिसके चलते हम लोगों ने उसकी हत्या करने का प्लान बनाया था और उसकी हत्या कर दी। हत्या के बाद दिनेश का शव तालाब में फेंक दिया था।
ये था पूरा मामला
जानकारी के अनुसार खेरसा गांव निवासी 42 वर्षीय दिनेश अवस्थी उर्फ बाबा पत्नी पूनम छोटे भाई मनोज के साथ एक ही मकान में रहते थे। ट्रक चालक दिनेश कुछ साल पहले भीमसेन स्टेशन में खाने पीने का सामान बेचने का काम करता था। करीब दो साल पहले दिनेश अपने गांव लखीमपुर से पूनम से प्रेम विवाह कर खेरसा ले आया था। इधर पूनम व मनोज के बीच नजदीकियां बढ़ गयी और दोनों के बीच अवैध संबंध स्थापित हो गए वहीं पड़ोसियों ने बताया की आये दिन दिनेश की पत्नी पूनम व भाई मनोज से गाली गलौज मारपीट होती थी। वहीं 24 अप्रैल दिन गुरुवार से दिनेश घर मे दिखाई नही दिया। रविवार सुबह घर से सटे तालाब में दिनेश का शव उतराता मिला। सूचना पर फोरेंसिक टीम के साथ पहुची पुलिस ने शव को तालाब से बाहर निकलवा कर घटनास्थल की जांच शुरू की।
पुलिस जांच में देवर और भाभी के बीच अवैध संबंधों की बात सामने आई थी वहीं दिनेश के हाथ जूट की रस्सी और पैर बिजली के तार से बंधे हुए थे। पेट और गले के पास धारदार हथियार या किसी नुकीली चीज से वार किए जाने के निशान थे। पेट मे नाभि के पास पेट फटने से गुब्बारा जैसा बाहर निकला हुआ था। शव मिलने के बाद पत्नी पूनम और भाई मनोज घर से फरार हो गए। घर के दरवाजे पर ताला लगा था। दरवाजे के बाहर खून से सनी रुई के टुकड़े पड़े,सब्जी काटने का बड़ा चाकू, सिंदूर की छोटी खाली डिब्बी और बरामदे की टाड में बिजली का तार रखा हुआ था। वही घर से तालाब तक शव को घसीटने के निशान बने हुए थे ।
भाई की तहरीर पर दर्ज हुआ था मुकदमा
दिनेश का सबसे छोटा भाई मयानंद उर्फ़ असनी लखीमपुर के कुडरीरूपसेना मूलगांव में रहता है।पुलिस ने उससे सम्पर्क कर बुलाया और उसकी तहरीर के आधार मुकदमा दर्ज करते हुए दोनों की तलाश शुरू की थी।
सुबह सात बजे नौबस्ता चौराहे पर दिखे थे भाई व पत्नी
बड़े भाई दिनेश की हत्या के बाद भाई मनोज और पत्नी पूनम को 28 अप्रैल की सुबह सात बजे नौबस्ता चौराहे पहुच गए था।जिस ऑटो से दोनों नौबस्ता गए थे उसके चालक ने पुलिस को बताया सुबह साढ़े छः बजे दोनों को बिधनू से लेकर नौबस्ता में छोड़ा था। जिसके बाद बिधनू पुलिस रेलवे स्टेशन, बस स्टॉप समेत दोनों आरोपियों के गांव तक पहुंच गयी थी लेकिन दोनों का कोई सुराग नही लगा था।
250 किलोमीटर दूर दूसरे प्रदेश में छिपे थे दोनों आरोपी
सूत्रों के अनुसार दोनों हत्यारे देवर -भाभी ने जैसे ही दिनेश के शव को तालाब में उतारता देखा तो वो मौके से भाग निकले फोन या आरोपियों की कोई फोटो न होने के चलते पुलिस उनको समय रहते नही पकड़ पायी और वो दोनों मध्यप्रदेश के छतरपुर स्थित बागेश्वर धाम में भेष बदलकर रहने लगे रोजाना वहाँ लाखों श्रद्धांलुओं के बीच उन्होंने छः महीने बिना किसी डर के बिताएं लेकिन बिधनू पुलिस के मुखबिर तंत्र के आगे वो फेल हो गए और बिधनू थानाप्रभारी जितेंद्र प्रताप सिंह की टीम द्वारा दोनों को गिरफ्तार कर लिया गया।