Kanpur News : कानपुर मेट्रो निर्माण कार्य को लेकर मिली बड़ी जानकारी, पहले यू-गर्डर की ढलाई हुई शुरू, जानें कब तक होगा काम पूरा

UPT | मेट्रो के कर्मचारी निर्माण कार्य करते हुए।

Jul 04, 2024 01:10

कानपुर मेट्रो के कॉरिडोर -2 के अंतर्गत कृषि विश्वविद्यालय से कॉरिडोर-2 डिपो रैंप तक तथा डबल पुलिया रैंप से लेकर बर्रा-8 तक लगभग 4.5 किमी. लंबे एलिवेटेड सेक्शन का निर्माण हो रहा है। कल मंगलवार को…

Kanpur News : कानपुर मेट्रो निर्माण कार्य को लेकर बड़ी जानकारी निकल कर सामने आ रही है। कानपुर मेट्रो रेल परियोजना के दूसरे कॉरिडोर (सीएसए से बर्रा-8 तक) के अंतर्गत बन रहे लगभग 4.5 किमी. लंबे एलिवेटेड सेक्शन में प्रयोग होने वाले यू- गर्डर्स की कास्टिंग या ढलाई का कार्य आज से नौबस्ता स्थित कास्टिंग यार्ड में आरंभ कर दिया गया। इस अवसर पर आज बुधवार को उत्तर प्रदेश मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन लि. (यूपीएमआरसी) के निदेशक/वर्क्स एण्ड इंफ्रास्ट्रक्चर,सी.पी. सिंह एवं अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे। 

लगभग 4.5 किमी. लंबे एलिवेटेड सेक्शन का निर्माण हो रहा
कानपुर मेट्रो के कॉरिडोर -2 के अंतर्गत कृषि विश्वविद्यालय से कॉरिडोर-2 डिपो रैंप तक तथा डबल पुलिया रैंप से लेकर बर्रा-8 तक लगभग 4.5 किमी. लंबे एलिवेटेड सेक्शन का निर्माण हो रहा है। कल मंगलवार को इस सेक्शन की पाइलिंग का कार्य आरंभ किया गया था। उक्त सेक्शन में प्रयुक्त होने वाली प्री-कास्ट संरचनाओं जैसे पियर कैप्स, यू-गर्डर्स, डबल-टी गर्डर्स और आई-गर्डर्स की ढलाई नौबस्ता स्थित कास्टिंग यार्ड में होनी है। इसी कास्टिंग यार्ड में कॉरिडोर-1 के  बारादेवी-नौबस्ता एलिवेटेड सेक्शन के प्री-कास्ट संरचनाओं की ढलाई का कार्य भी पूरा किया गया था।

इंजीनियरों की टीम मेट्रो सेवा उपलब्ध कराने के लिए दिन-रात प्रयासरत
वहीं इस मामले में प्रबंध निदेशक सुशील कुमार ने इस अवसर पर यूपीएमआरसी की टीम को बधाई देते हुए कहा कि, “उत्तर प्रदेश मेट्रो के इंजीनियरों की टीम शहरवासियों को समय पर मेट्रो सेवा उपलब्ध कराने के लिए दिन-रात प्रयासरत है। कॉरिडोर-1 पर तेजी से चल रहे सिविल निर्माण कार्यों के साथ-साथ अब कॉरिडोर-2 के सभी भागों पर भी निर्माण कार्य आरंभ कर दिया गया है। नौबस्ता कास्टिंग यार्ड में कॉरिडोर-2 के एलिवेटेड सेक्शन में प्रयुक्त होने वाले पियर कैप्स की ढलाई शुरू करने के बाद आज से यू-गर्डर्स की ढलाई भी आरंभ हो गई है। इस कास्टिंग यार्ड में यू-गर्डर्स तैयार करने के लिए 2 बेड हैं, जिनमें से प्रत्येक पर एक बार में 5 यू-यूर्डर्स की ढलाई हो सकती है। पियर कैप्स की ढलाई के लिए भी यहां 4 मोल्ड्स (साँचे) की व्यवस्था है। इससे निर्माण कार्यों में गुणवत्ता के साथ-साथ तेज़ी लाने में मदद मिलेगी। जल्द ही यहां डबल-टी गर्डर्स और आई-गर्डर्स की ढलाई का कार्य भी आरंभ किया जाएगा।

मुझे पूरा विश्वास है कि यूपीएमआरसी की टीम ने कानपुर और आगरा मेट्रो के प्रॉयोरिटी सेक्शन के निर्माण के दौरान जिस समर्पण और लगन का परिचय दिया, आगे भी उसी प्रतिबद्धता के साथ कॉरिडोर-1 के बचे हुए सेक्शन्स और समग्र कॉरिडोर-2 के निर्माण कार्योें को भी सुनियोजित ढंग से पूरा करने में सफल होगी। उन्होंने बताया कि  कानपुर मेट्रो के कॉरिडोर-2 में कुल 5 एलिवेटेड स्टेशन (कृषि विश्वविद्यालय, विजय नगर चौराहा, शास्त्री चौक, बर्रा-7 और बर्रा-8) और 3 अंडरग्राउंड स्टेशन (रावतपुर, काकादेव और डबल पुलिया) होंगे।

वर्तमान में कानपुर मेट्रो की यात्री सेवाएं 9 किमी लंबे प्रॉयरिटी कॉरिडोर पर चल रही
वहीं उन्होंने जानकारी दी कि वर्तमान में (आईआईटी-नौबस्ता) के अंतर्गत कानपुर मेट्रो की यात्री सेवाएं 9 किमी लंबे प्रॉयरिटी कॉरिडोर (आईआईटी-मोतीझील) पर चल रहीं हैं। कॉरिडोर-1 के अंतर्गत चुन्नीगंज-नयागंज और कानपुर सेंट्रल-ट्रांसपोर्ट नगर भूमिगत सेक्शन के अलावा लगभग 5 किमी लंबे बारादेवी-नौबस्ता एलिवेटेड सेक्शन में भी निर्माण कार्य तेजी से आगे बढ़ रहा है।

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