Sisamau By-Election: हिन्दू संगठन ने गंगाजल से मंदिर धोकर किया शुद्धिकरण, नसीम सोलंकी ने जलाभिषेक कर की थी-पूजा अर्चना, मुफ़्ती ने जारी किया था फतवा

UPT | मंदिर का शुद्धिकरण

Nov 02, 2024 18:31

सपा प्रत्याशी नसीम सोलंकी ने जिस मंदिर में जलाभिषेक कर पूजा अर्चना की थी। हिंदू संगठन ने गंगाजल से मंदिर परिसर को धोकर शुद्धिकरण किया है। मुफ़्ती ने सपा प्रत्याशी के खिलाफ फतवा जारी किया था। मुफ़्ती ने कलमा पढ़कर तौबा करने की हिदायत दी थी।

Short Highlights
  • सीसामऊ से सपा प्रत्याशी नसीम सोलंकी ने मंदिर में की पूजा अर्चना तो हिंदू संगठन ने गंगाजल से धुला मंदिर परिसर।
  • मुफ़्ती शहाबुद्दीन रजवी ने नसीम सोलंकी के खिलाफ जारी किया फतवा।
  • कलमा पढ़कर तौबा करने की दी नसीहत।
Kanpur News: यूपी के कानपुर की सीसामऊ सीट से सपा प्रत्याशी नसीम सोलंकी ने दीवाली की रात वनखंडेश्वर मंदिर में जलाभिषेक के साथ ही दीपक जलाकर पूजा अर्चना की थी। मंदिर में जलाभिषेक और पूजा-अर्चना करने के मामले ने तूल पकड़ लिया है। ऑल इंडिया मुस्लिम जमात के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना शहाबुद्दीन रिजवी ने नसीम सोलंकी के खिलाफ फतवा जारी कर दिया। शहाबुद्दीन ने नसीम सोलंकी को कलमा पढ़कर माफी मांगने की सलाह दी है। मुफ्ती शहाबुद्दीन के फतवे के बाद हिंदू संगठनों ने वनखंडेश्वर मंदिर को गंगाजल से धुलकर शुद्धिकरण किया।

सपा प्रत्याशी नसीम सोलंकी ने दीवाली की रात वनखंडेश्वर मंदिर जाकर भगवान शंकर के शिवलिंग पर जलाभिषेक कर, पूजा-अर्चना और दीपक जलाए थे। नसीम सोलंकी के पूजा करते हुए वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुए, तो हिन्दू समाज लोगों ने उनका दिल खोलकर स्वागत किया, और उनकी जमकर प्रशंसा की। इस मुद्दे को लेकर दोनों वर्गों के बीच अपनी-अपनी राय थी। फिलहाल इस मामले के बाद सीसामऊ का उपचुनाव बड़ा ही दिलचस्प हो गया है।

कलमा पढ़कर करें तौबा 
नसीम सोलंकी के मंदिर में पूजा करने को लेकर कानपुर से किसी मुफ़्ती की तरफ से फतवा नहीं आया। इतना ही नहीं किसी मौलाना ने बयान तक जारी नहीं किया। लेकिन किसी शख्स ने बरेलवी विचारधारा के मुफ़्ती शहाबुद्दीन रजवी से फतवा मांगा। ऑल इंडिया मुस्लिम जमात के राष्ट्रीय अध्यक्ष मुफ्ती शहाबुद्दीन राजवी फतवा जारी करते हुए कहा कि नसीम सोलंकी ने मंदिर जाकर जलाभिषेक किया है। उन्हें तौबा करने के साथ ही दोबारा कलमा पढ़ना होगा।

हिंदू संगठन ने किया शुद्धिकरण 
मुफ्ती शहाबुद्दीन रजवी की फतवा जारी करने पर हिंदू संगठनों ने वनखंडेश्वर मंदिर परिसर को गंगाजल से धोकर शुद्धिकरण किया। मंदिर के पुजारी रामनरेश मिश्रा के मुताबिक नसीम सोलंकी के मंदिर आने पर भक्तों में आक्रोश व्याप्त था। यदि उन्हें मंदिर आना था तो इसकी सूचना पहले देनी चाहिए थी। उनके पति इरफान सोलंकी और ससुर मुस्ताक सोलंकी भी मंदिर आते थे। लेकिन भीतर कभी नहीं आए, आप मंदिर को राजनीति का अखाड़ा बनाया जा रहा है।

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