Kanpur Dehat News : कानपुर देहात में मेडिकल कॉलेज को 24 घंटे में मिले दो शव, छात्र करेंगे शोध

UPT | देहदानी जय प्रकाश

Oct 13, 2024 19:37

कानपुर देहात के स्वशाषी मेडिकल कॉलेज को 24 घंटे के अंदर दूसरे देहदानी का शरीर दान में मिला है। प्राचार्य ने शव की इन्वालविंग करा कर एक साल के लिए डीप फ्रीजर में सुरक्षित करा दिया है।

Short Highlights
  • कानपुर होजरी व्यापार मंडल के महामंत्री ने मेडिकल कॉलेज के छात्रों के शोध के लिए शरीर दान किया
  • लखनऊ से आए स्पेशलिस्ट ने शव की इंवॉलविंग कर डीप फ्रीजर में रख सुरक्षित किया
  • परिजनों-रिश्तेदारों की मौजूदगी में सौंपा गया शव
Kanpur Dehat News : कानपुर देहात के स्वशाषी मडिकल के कॉलेज के छात्रों के शोध के लिए एक बुजुर्ग देहदानी का शरीर दान में मिल गया है। युग दधीच समिति के पदाधिकारी शनिवार दोपहर देहदानी के शरीर को परिजनों की मौजूदगी में लिखा पढ़ी के साथ मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य के सुपुर्द कर दिया। देहदानी के शरीर को इंवॉलविंग के बाद एक साल के डीप फ्रीजर में सुरक्षित कराया गया है।

कानपुर के नवाबगंज थाना क्षेत्र के श्रीनगर में रहने वाले जय प्रकाश नारायण (79) होजरी व्यापार मंडल कानपुर के महामंत्री थे। उन्होंने 16 सितंबर 2009 को देहदान का संकल्प पत्र भरा था। युग दधीच देहदान समिति के प्रमुख मनोज सेंगर ने बताया कि शुक्रवार रात अचानक उनकी तबीयत बिगड़ने लगी। उन्होंने पत्नी दुर्गा देवी और बेटे शरद को बुलाकर दाह संस्कार नहीं करने और मेडिकल कॉलेज के छात्रों के शोध के लिए शरीर दान करने के संकल्प पत्र की याद दिलाई।



परिजनों-रिश्तेदारों के सामने शव सुपुर्ग किया गया 
इसके बाद जय नारायण प्रकाश का रात 10 बजे निधन हो गया। इसकी सूचना परिजनों ने समिति को दी। अभिलेखों और परिजनों के सहमति पत्र तैयार कराने के बाद समिति के प्रमुख मनोज सेंगर पदाधिकारियों के साथ एंबुलेंस की मदद से मेडिकल कॉलेज कुंभी लाया गया। देहदान के फार्म उनकी पत्नी दुर्गा देवी, परिवारिक सदस्य, रिश्तेदार, बेटा, बेटियों, सभी सदस्यों की सहमति से अभिलेखों के साथ मडिकल कॉलेज के प्राचार्य सज्जन लाल वर्मा को सौंप दिया गया।

289 शरीर दान कर चुकी है संस्था 
संस्था के डायरेक्टर मनोज सेंगर ने बताया कि 2006 से अब तक उनकी संस्था की तरफ से 289 शरीरों को मेडिकल कालेजों को दान किया जा चुका है। उन्होंने बताया कि 16 सितंबर 2009 को जय प्रकाश नारायण ने पत्नी दुर्गा देवी, भाई राजेंद्र प्रसाद, उनकी पत्नी शिव कुमारी, तीसरे भाई राजेश उनकी पत्नी ऊषा के साथ देहदान का संकल्प पत्र भरा था। वर्ष 2015 में देहदानी शिव कुमारी के निधन के बाद उनके शरीर को मेडिकल कॉलेज कानपुर को दान किया गया था।

शुक्रवार को भी मिला था दान में शव 
कानपुर देहात के स्वशाषी मेडिकल कॉलेज को कानपुर के गुजैनी में रहने वाले जनक राज का शव मेडिकल कॉलेज के छात्रों को शोध के लिए दान में मिला था। इसके बाद लखनऊ से आए स्पेशलीष्ट ने देहदानी के शरीर की इंवोलविंग की। प्राचार्य ने बताया कि 24 घंटे के अंदर मेडिकल कॉलेज को जय प्रकाश के रूप में दूसरा शव मिला है। स्पेशलीस्ट द्वारा इंवॉलविंग (नशों में केमिकल डालने की प्रक्रिया) करने के बाद दोनों शवों को डीप फ्रीजर में एक साल के लिए सुरक्षित कर दिया गया है।

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