कानपुर में कालिंदी कांड : पड़ताल में जुटीं सुरक्षा एजेंसियां, 10 हजार लोगों का होगा वेरिफिकेशन

UPT | पड़ताल करतीं जांच एजेंसियां।

Sep 10, 2024 19:01

कानपुर में रविवार रात कालिंदी एक्सप्रेस को उड़ाने की साजिश की गई। गनीमत रही कि लोको पायलट ने सूझबूझ दिखाते हुए इमरजेंसी ब्रेक लगा दी। जिससे समय रहते एक बड़ा हादसा टल गया। रेलवे ट्रैक पर एलपीजी...

Kanpur News : कानपुर में रविवार रात कालिंदी एक्सप्रेस को उड़ाने की साजिश की गई। गनीमत रही कि लोको पायलट ने सूझबूझ दिखाते हुए इमरजेंसी ब्रेक लगा दी। जिससे समय रहते एक बड़ा हादसा टल गया। रेलवे ट्रैक पर एलपीजी सिलेंडर, पेट्रोल से भरी बोतल, माचिस और एक संदिग्ध झोला बरामद हुआ था। घटना के दूसरे दिन फोरेंसिक टीम, डॉग स्क्वायड ने भी घटनास्थल से साक्ष्य जुटाए। जानकारों की मानें तो घटना आतंकी एक्टिविटी की ओर इशारा कर रही है। एटीएस के अलावा एनआईए, आईबी समेट एलआईयू टीम केस की जांच कर रही है।

सर्च अभियान में 70 से ज्यादा पुलिसकर्मी
मंगलवार को भी पुलिस आरोपियों की तलाश में जुटी रही। इसके तहत शिवराजपुर थाना क्षेत्र के मुंद्री क्रॉसिंग के पास पुलिस की अलग-अलग टीमों ने झाड़ियों और जंगल में सर्च अभियान शुरू कर दिया। साथ ही डॉग स्क्वाड टीम भी जांच में लगाई गई है। अंदेशा जताया जा रहा है कि कोई शरारती तत्व छिपा होगा। मामले में क्राइम ब्रांच की टीम पल-पल नजर रखते हुए जांच कर रही है। सर्च अभियान में 70 से ज्यादा पुलिसकर्मियों को लगाया गया है।

टोल फ्री नंबर 9454-402-544 जारी 
एडीजी रेलवे प्रकाश डी. भी घटनास्थल पर पहुंचे। निरीक्षण के दौरान उन्होंने कहा कि यह बहुत सीरियस केस है। यूपी पुलिस की विभिन्न इकाइयां एटीएस, एसटीएफ, सिविल पुलिस, सीआरपीएफ और आरपीएफ एक्टिव है। हम रणनीति बनाकर आगे बढ़ रहे हैं। मामले की जांच उच्चस्तरीय हो रही है, जल्द खुलासा होगा। उन्होंने घटना के संबंध में सूचना देने के लिए टोल फ्री नंबर 9454-402-544 जारी किया है। बताया कि सूचना देने वाले की पहचान गोपनीय रखी जाएगी। अगर घटना से जुड़ा कोई इनपुट देता है तो उसको रेलवे की तरफ से इनाम दिया जाएगा। उन्होंने यह भी कहा कि रेलवे की व्यवस्था को और बेहतर करने की दिशा में काम किया जा रहा है। घटना को अंजाम देने के लिए साजिश रचने वालों को जल्द अरेस्ट किया जायेगा। 

गैस एजेंसी पर छापेमारी 
एटीएस द्वारा इंडियन गैस एजेंसी में छापेमारी की गई। उससे पिछले एक सप्ताह की डिटेल मांगी गई। गैस एजेंसी संचालक से पूछताछ की गई कि पिछले एक सप्ताह में कहां-कहां गैस सिलेंडर की डिलीवरी की गई? कितने डिलीवरी ब्वॉय काम करते हैं? उन्होंने डोर टू डोर कहां से कहां सिलेंडर पहुंचाया? इसके अलावा क्या किसी ने ब्लैक में सिलेंडर खरीदा? क्या कोई डिलीवरी ब्वॉय घटना के बाद से फरार है? ऐसे कई सवालों पर पड़ताल की गई। फिलहाल क्या कुछ जवाब मिला, इसे अभी गोपनीय रखा गया है।

10 हजार लोगों का सत्यापन 
क्राइम स्पॉट के पास मुंडेरी गांव सहित आसपास के कंठी निवादा, बंसी निवादा, उधव निवादा, हंती निवादा, शुक्लापुर, शाह निवादा समेत 10 गांव में पुलिस टीम एक्टिव है। गांव में एक-एक परिवार और एक-एक आदमी का वेरिफिकेशन किया जा रहा है। एटीएस के अलावा एनआईए टीम कड़ी से कड़ी जोड़ने में जुटी है। मिली जानकारी के मुताबिक, करीब 10 हजार लोगों का सत्यापन कराया जाएगा। हादसे के बाद गांव छोड़कर कौन गया? कौन आदमी बाहर से आया? ऐसा कौन शख्स है, जो उस दिन रात में घर लौटा और फिर फरार हो गया। ऐसे सवालों के साथ वेरिफिकेशन किया जा रहा है।

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