भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती : विश्वविद्यालयों में आदिवासी महानायक का संघर्ष-बलिदान किया गया याद

UPT | भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती

Nov 15, 2024 20:54

राजधानी के विश्वविद्यालयों में शुक्रवार को भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती मनाई गई। इस दौरान बिरसा मुंडा को नमन कर उनके संघर्ष व बलिदान को याद​ किया गया।

Lucknow News : राजधानी के विश्वविद्यालयों में शुक्रवार को भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती मनाई गई। इस दौरान बिरसा मुंडा को नमन कर उनके संघर्ष व बलिदान को याद​ किया गया। बाबासाहेब भीमराव अम्बेडकर विश्वविद्यालय (बीबीएयू) में बिरसा मुंडा छात्र गतिविधि केंद्र के समक्ष शिक्षकों और छात्र-छात्राओं ने एकत्रित होकर भगवान बिरसा के छायाचित्र पर पुष्पांजलि अर्पित की और समाज कल्याण के क्षेत्र में उनके योगदान को याद किया। प्रो. एसके द्विवेदी ने बिरसा मुंडा को आदिवासी समुदाय के अधिकारों के लिए संघर्ष करने वाले प्रमुख व्यक्तियों में से एक बताया। प्रो. शशि कुमार ने उनकी वीरता का जिक्र किया। 

एकेटीयू में बिरसा मुंडा की जयंती मनाई
डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम प्राविधिक विश्वविद्यालय में शुक्रवार को आदिवासी चेतना के महानायक बिरसा मुंडा की जयंती मनाई गई। कुलपति प्रोफेसर जेपी पांडे के निर्देशन एवं कुलसचिव रीना सिंह के नेतृत्व में विश्वविद्यालय अधिकारियों कर्मचारियों एवं शिक्षकों ने बिरसा मुंडा के चित्र पर माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि दी। इस मौके पर डॉक्टर अनुज कुमार शर्मा ने बिरसा मुंडा के जीवन और उनके योगदान पर प्रकाश डाला। 



छोटी उम्र में देश पर प्राण किए न्योछावर  
डॉ शर्मा ने बताया कि बिरसा मुंडा ने बेहद कम उम्र में ही अंग्रेजों के खिलाफ आदिवासी आंदोलन को न केवल नेतृत्व प्रदान किया। बल्कि मुखर स्वर के रूप में उभरे। छोटी ही उम्र में संघर्ष करते हुए अपने प्राणों को न्योछावर कर दिया। उनके योगदान को कभी नहीं भुलाया जा सकता। इस मौके पर सहायक कुलसचिव शिवम गुप्ता सहायक कुलसचिव रंजीत सिंह, व्यवस्था अधिकारी प्रवीण कुमार इन्नोवेशन हब के हेड महीप सिंह, डॉ जयवीर सिंह, आरपी सिंह, ओम सिंह, सहित अन्य लोग मौजूद रहे।

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