Akash Anand News : बसपा सुप्रीमो फिर से आकाश आनंद को सौंप सकती हैं पार्टी की जिम्मेदारी! इन बातों से लगाए जा रहे कयास

UPT | BSP supremo Mayawati And Akash Anand

Jun 11, 2024 18:11

पार्टी की हार को लेकर की गई चर्चा में आकाश आनंद का भी मुद्दा उठा। सभी ने कहा कि चुनाव के बीच आकाश को हटाया जाना भी काफी बड़ी वजह...

Short Highlights
  • चुनाव में हार के बाद बसपा सुप्रीमो लगातार ऐक्शन मोड में हैं
  • बैठक में हार की समीक्षा की गई, जिसमें आकाश आनंद का मुद्दा भी उठा
  • सोशल मीडिया पर दो दिन ट्रेंड हुए आकाश आनंद, यूजर्स ने वापसी की मांग की 
Lucknow News : लोकसभा चुनाव में बहुजन समाज पार्टी को करारी हार का सामना करना पड़ा। जिसके बाद अब बसपा सुप्रीमो मायावती के भतीजे को वापस लाने की मांग तेजी से की जा रही है। दरअसल, चुनाव में हार के बाद बसपा सुप्रीमो लगातार ऐक्शन मोड में हैं। हाल ही में उन्होंने सेक्टर और मंडल प्रभारियों के साथ बैठक की। इस दौरान पार्टी की हार को लेकर की गई चर्चा में आकाश आनंद का भी मुद्दा उठा। सभी ने कहा कि चुनाव के बीच आकाश को हटाया जाना भी हार की काफी बड़ी वजह है। इस बात को मायावती ने भी स्वीकार किया। ऐसे में आकाश आनंद के वापसी के कयास लगाए जा रहे हैं।

सोशल मीडिया पर ट्रेंड हुए आकाश आनंद
यही नहीं इसे लेकर दो दिनों तक सोशल मीडिया पर हैशटैग आकाश आनंद ट्रेंड करता दिखा। साथ ही कई यूजर्स ने भी आकश आनंद को वापस लाने की मांग करते हुए 2027 में होने वाले विधानसभा चुनाव की बात कही। वहीं बसपा समर्थकों का ये कहना है कि आकाश आनंद को कोऑर्डिनेटर जैसी अहम जिम्मेदारी वापस मिलनी चाहिए। सबका मानना है कि बहुजन समाज पार्टी को मजबूत करने के लिए आकाश आनंद की वापसी जरूरी है। जिस तरह से बसपा का वोट प्रतिशत घटता जा रहा है उससे राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा खतरे में पड़ता दिखाई दे रहा है।

जीरो पर सिमट गई पार्टी
दरअसल, इस बार के लोकसभा चुनाव में बहुजन समाज पार्टी का प्रदर्शन काफी खराब रहा। अधिकतर सीटों पर बसपा को तीसरा स्थान ही मिल पाया है। इसकी एक बड़ी वजह पार्टी का अकेले चुनाव लड़ना भी बताया जा रहा है, जिसकी वजह से बीएसपी का वोट बैंक भी इंडिया गठबंधन के पक्ष में चला गया। जिसके बाद तो पार्टी अपनी जमानत तक नहीं बचा सकी। चुनावी नतीजे सामने आने के बाद से बसपा के भविष्य को लेकर चिंताजनक सवाल उठाए जा रहे हैं। हैरान कर देने वाली बात ये है कि साल 2009 के चुनाव में 27.42 प्रतिशत वोट प्राप्त करने वाली बसपा इस बार के चुनाव में अपना खाता भी नहीं खोल सकी और शून्य पर सिमट गई।

आकाश को उत्तराधिकारी पद से हटाया
गौरतलब है कि बसपा सुप्रीमो ने आकाश आनंद को नेशनल कोऑर्डिनेटर और अपना उत्तराधिकारी घोषित किया था। जिसके बाद दो चरणों तक आकाश आनंद ने जबरदस्त चुनाव प्रचार किया। इस दौरान युवाओं में पार्टी के प्रति काफी जोश देखने को मिला। लेकिन इसी बीच आकाश आनंद के एक भाषण पर विवाद होने के कारण मायावती ने उन्हें अपरिपक्व बताते हुए नेशनल कोऑर्डिनेटर और अपना उत्तराधिकारी पद से हटा दिया। जिसके बाद आकाश आनंद ने बाकी के चरणों के लिए चुनाव प्रचार नहीं किया। 

बसपा सुप्रीमो ने सोशल मीडिया पर दी थी जानकारी
बसपा प्रमुख ने सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हुए लिखा था कि बसपा एक पार्टी के साथ ही बाबा साहेब डा. भीमराव अंबेडकर के आत्म-सम्मान व स्वाभिमान तथा सामाजिक परिवर्तन का भी मूवमेंट है जिसके लिए माननीय श्री कांशीराम जी व मैंने खुद भी अपनी पूरी जिंदगी समर्पित की है और इसे गति देने के लिए नई पीढ़ी को भी तैयार किया जा रहा है। उन्होंने आगे लिखा कि अन्य लोगों को आगे बढ़ाने के साथ ही, श्री आकाश आनंद को नेशनल कोऑर्डिनेटर और अपना उत्तराधिकारी घोषित किया लेकिन पार्टी व मूवमेंट के व्यापक हित में पूर्ण परिपक्वता आने तक अभी उन्हें इन दोनों अहम जिम्मेदारियों से अलग किया जा रहा है।

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