69000 शिक्षक अभ्यर्थियों से बोले मंत्री आशीष पटेल : जरूरत पड़ने पर लड़ेंगे कानूनी लड़ाई, दोषी अफसरों पर कार्रवाई की मांग का समर्थन

UPT | मंत्री आशीष पटेल अपने आवास पर प्रदर्शनकारी शिक्षक अभ्यर्थियों से बात करते हुए

Sep 03, 2024 15:52

प्राविधिक शिक्षा मंत्री आशीष पटेल ने प्रदर्शनकारी अभ्यर्थियों से कहा कि निश्चित तौर पर आपको इतना लंबा इंतजार नहीं करना चाहिए था। आपके साथ न्याय पहले ही होना चाहिए था। उन्होंने कहा कि आप लोगों को अगर पता चला हो तो अपना दल (सोनेलाल) की नेता और केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल ने भी यह मुद्दा उच्चतम स्तर पर उठाया है।

Lucknow News : प्रदेश में 69000 शिक्षक भर्ती मामले में आरक्षित वर्ग के अभ्यर्थी जल्द से जल्द नई सूची जारी करने का दबाव बनाने में जुटे हैं। अभ्यर्थी लगातार प्रदेश सरकार के मंंत्रियों का घेराव कर रहे हैं। इन्हें हर जगह से आश्वासन भी मिल रहा है। लेकिन, अब प्रदेश के प्राविधिक शिक्षा मंत्री आशीष पटेल ने इनके सम​र्थन में बड़ी बात कह दी है। उन्होंने मंगलवार को अपने आवास पर प्रदर्शन कर रहे अभ्यर्थियों से कहा कि अगर इस मामले में किसी प्रकार की कानूनी मदद की जरूरत पड़ेगी, तो वह अभ्यर्थियों की लड़ाई लड़ेंगे। हालांकि इसकी नौबत नहीं आएगी, क्योंकि सरकार अपना काम गंभीरता से कर रही है। साथ ही कैबिनेट मंत्री आशीष पटेल ने इस मामले में आंदोलनरत अभ्यर्थियों की मांग का समर्थन करते हुए कहा कि निकम्मे अफसरों पर कार्रवाई होनी चाहिए।

केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल ने सरकार से की बात
प्राविधिक शिक्षा मंत्री आशीष पटेल ने प्रदर्शनकारी अभ्यर्थियों से संवेदना जताते हुए कहा कि निश्चित तौर पर आपको इतना लंबा इंतजार नहीं करना चाहिए था। आपके साथ न्याय पहले ही होना चाहिए था। उन्होंने कहा कि आप लोगों को अगर पता चला हो तो अपना दल (सोनेलाल) की नेता और केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल ने भी यह मुद्दा उच्चतम स्तर पर उठाया है। उन्होंने अपनी बात रख दी है। तीन प्रकार की लड़ाई होती है। इनमें राजनीतिक लड़ाई और व्यवस्था की लड़ाई आपके लिए किसने लड़ी है, यह बताने की जरूरत नहीं है। उन्होंने कहा कि हमारे नेता ने उच्चतम स्तर पर बात की है और यह इंश्योर कराया है कि आपके हक के साथ किसी प्रकार की हकमारी नहीं हो। सरकार इस मामले में सुप्रीम कोर्ट नहीं जाए यह सुनिश्चित कराने काम किया।
 

अभ्य​र्थियों को धैर्य रखने की सलाह
आशीष पटेल ने कहा कि अभ्यर्थियों से कहा कि उन्होंने उनका ज्ञापन भी पढ़ लिया है। इसमें थोड़ा धैर्य की जरूरत है। सरकार प्रक्रिया कर रही है और प्रक्रिया में जो समय लग रहा है, सिर्फ उतना ही लगेगा। इससे ज्यादा वक्त नहीं लगेगा। उन्होंने अभ्यर्थियों को आश्वस्त किया कि उनके साथ अन्याय नहीं होगा। इस दौरान उन्होंने कुछ अभ्यर्थियों का नाम लेकर भी बात कही और कहा कि वह जानते हैं कि मैं झूठ नहीं बोलता।

राजनीतिक और व्यवस्था की लड़ाई लड़ी
कैबिनेट मंत्री ने कहा कि आपकी राजनीतिक और व्यवस्था की लड़ाई जितनी हैसियत थी, एक सांसद होने के नाते हम लोगों ने लड़ी, ये सब बताने की जरूरत नहीं है। लेकिन अगर आपकी कानूनी लड़ाई लड़ने की जरूरत पड़े तो उसे भी हम लड़ेंगे। लेकिन, इसकी जरूरत नहीं पड़ेगी। बेसिक शिक्षा मंत्री को मौका दीजिए, वह आपके साथ अन्याय नहीं होंने देंगे।

मायावती ने लगाया अन्याय का आरोप
इस बीच बसपा सुप्रीमो मायावती ने इस मामले में प्रतिक्रिया व्यक्त की है। उन्होंने मंगलवार को कहा कि शिक्षकों को यह आश्वासन दिया गया कि उच्च न्यायालय के आदेश का सरकार पूरी तरह से अनुपालन करेगी और उसके तहत नियुक्ति पत्र जारी किए जांएगे। मायावती ने कहा कि इस आश्वासन को देने के बाद अभी तक नियुक्ति पत्र जारी नहीं करना यह उनके साथ अन्याय है। सरकार इस पर अमल करे।

प्रदर्शन कर रहे चार अभ्यर्थी तबीयत बिगड़ने पर अस्पताल में भर्ती
इससे पहले आरक्षित वर्ग के अभ्यर्थी ने कैबिनेट मंत्री आशीष पटेल के आवास का घेराव किया। इस दौरान चार लोगों की तबीयत बिगड़ने की वजह से उन्हें अस्पताल भर्ती कराना पड़ा। प्रदर्शनकारी अमरेंद्र पटेल ने बताया कि बस्ती की पूजा जायसवाल, गोरखपुर की प्रिया कुमारी, आजमगढ़ के राजबहादुर और जौनपुर के परमेंद्र यादव को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इससे पहले सोमवार को उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के आवास के घेराव के दौरान एक अभ्यर्थी मोहम्मद इरशाद को दिल का दौरा पड़ा था। इरशाद को निजी अस्पताल में भर्ती किया गया है।
 

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