विधानसभा में हंगामा : अतुल प्रधान पूरे सत्र के लिए निष्कासित, शिवपाल बोले- आपत्तिजनक शब्दों का प्रयोग, बीजेपी का पलटवार

UPT | अतुल प्रधान

Dec 18, 2024 16:52

विधानसभा में स्वास्थ्य से जुड़े मुद्दे पर चर्चा के दौरान सपा विधायक अतुल प्रधान और राज्य मंत्री मयंकेश्वर शरण के बीच तीखी बहस हो गई।

Lucknow News : उत्तर प्रदेश विधानसभा के शीतकालीन सत्र के दौरान बुधवार को भारी हंगामे के बीच समाजवादी पार्टी (सपा) के विधायक अतुल प्रधान को पूरे सत्र के लिए विधानसभा से निष्कासित कर दिया गया। इस घटना ने सदन के भीतर और बाहर दोनों जगह राजनीतिक माहौल को गर्मा दिया।

स्वास्थ्य मुद्दे पर छिड़ी बहस से बढ़ा विवाद
विधानसभा में स्वास्थ्य से जुड़े मुद्दे पर चर्चा के दौरान सपा विधायक अतुल प्रधान और राज्य मंत्री मयंकेश्वर शरण के बीच तीखी बहस हो गई। तकरार इतनी बढ़ गई कि स्पीकर सतीश महाना को हस्तक्षेप करना पड़ा। हंगामे के बावजूद बहस जारी रही, जिसके चलते स्पीकर ने सख्त रुख अपनाते हुए अतुल प्रधान को पूरे सत्र के लिए निष्कासित करने का आदेश दिया। स्पीकर ने चेतावनी देते हुए कहा कि अनुचित भाषा का प्रयोग करने वालों को सदन में सहन नहीं किया जाएगा। हंगामा बढ़ने पर उन्होंने मार्शलों को आदेश दिया कि अतुल प्रधान को सदन से बाहर ले जाया जाए।

"1962 के बाद पहली बार ऐसा हुआ," बोले अतुल प्रधान
विधानसभा से निष्कासन के बाद सपा विधायक अतुल प्रधान ने प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा, "मार्शलों ने मुझे बताया कि 1962 के बाद पहली बार किसी विधायक को इस तरह से बाहर ले जाया गया है। हम सरकार की तारीफ करने नहीं, बल्कि जनता के मुद्दे उठाने के लिए सदन में आए हैं। लेकिन यह तरीका लोकतांत्रिक नहीं है।"

शिवपाल यादव ने जताई आपत्ति
इस घटनाक्रम पर सपा नेता शिवपाल सिंह यादव ने कड़ी आपत्ति जताई। उन्होंने कहा, "योगी सरकार के मंत्री ने हमारे सदस्य पर आपत्तिजनक टिप्पणी की, लेकिन कार्रवाई हमारे विधायक के खिलाफ की गई। यह न्यायसंगत नहीं है। हम इस निर्णय का विरोध करते हैं।"



भाजपा का पलटवार
इस घटना पर उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने सपा पर निशाना साधते हुए कहा, "समाजवादी पार्टी का हाल बेहाल है। 2027 में सत्ता पाने का सपना उनका टूट गया है। अब 2047 तक का रास्ता बंद हो गया है। सपा सदन में अनर्गल बयानबाजी कर रही है, जिसे जनता देख रही है।"

सदन में हंगामे के बाद क्या हुआ?
घटना बुधवार दोपहर करीब 1:55 बजे शुरू हुई और 2 बजे स्पीकर ने अतुल प्रधान को निष्कासित करने का आदेश दिया। इसके बाद सदन स्थगित कर दिया गया। मार्शल ने अतुल प्रधान को सदन से बाहर निकाला। इस पूरे घटनाक्रम ने राज्य की राजनीति को गरमा दिया है। विपक्ष इसे लोकतंत्र पर हमला बता रहा है, जबकि सत्तापक्ष इसे विपक्ष की अनुशासनहीनता का नतीजा बता रहा है। अब देखना यह होगा कि इस मुद्दे पर आगे क्या राजनीतिक रुख अपनाए जाते हैं।

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