Oct 15, 2024 10:04
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बहराइच हिंसा पर मायावती ने उठाए सवाल कहा कि जिले की कानून-व्यवस्था की स्थिति का खराब होकर काबू से बाहर जाना चिन्ताजनक है। शांति व्यवस्था सरकार की पहली जिम्मेदारी होनी चाहिए।
Bahraich News : बहराइच के महाराजगंज में 13 अक्टूबर को दुर्गा प्रतिमा विसर्जन जुलूस के दौरान हिंसा हुई। इस दौरान पथराव, फायरिंग और आगजनी की घटनाएं हुईं। जिसमें एक युवक की जान चली गई और 12 से ज्यादा लोग घायल हो गए। इस घटना को लेकर जिले में तनाव की स्थिति बनी हुई है। इस पर बहुजन समाज पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर ट्वीट कर जिले की कानून-व्यवस्था पर सवाल उठाए है और कहा कि शान्ति व्यवस्था सरकार की पहली जिम्मेदारी है।
मायावती ने कानून-व्यवस्था पर उठाए सवाल
मायावती ने एक्स पर ट्वीट कर यूपी के बहराइच जिले में हुई हिंसा को लेकर कानून-व्यवस्था की स्थिति पर सवाल उठाए। उन्होंने लिखा कि यूपी के बहराइच जिले में कानून-व्यवस्था की स्थिति का खराब होकर काबू से बाहर जाना चिन्ताजनक है। ऐसे हालात के लिए शासन-प्रशासन की नीयत व नीति पक्षपाती नहीं होना चाहिए। बल्कि पूरी तरह से कानूनवादी होना चाहिए ताकि मामला गंभीर ना हो और शान्ति व्यवस्था की स्थिति बनी रहे।
शान्ति व्यवस्था सरकार की पहली जिम्मेदारी
मायावती ने अपने दूसरे ट्वीट में लिखा कि त्योहार कोई भी व किसी मजहब का हो, शांति व्यवस्था सरकार की पहली जिम्मेदारी होनी चाहिए। ऐसे अवसर पर विशेष प्रबंध जरूरी है। यदि विशेष प्रबंध की जिम्मेदारी निभाई गयी होती तो बहराइच की घटना कभी भी घटित नहीं होती। साथ ही उन्होंने कहा कि सरकार हर हाल में अमन-चैन व लोगों के जान-माल व मजहब की सुरक्षा सुनिश्चित करे।
2. साथ ही, त्योहार कोई भी व किसी मजहब का हो, शान्ति व्यवस्था सरकार की पहली जिम्मेदारी है। ऐसे अवसर पर विशेष प्रबंध जरूरी। यदि ऐसी जिम्मेदारी निभाई गयी होती तो बहराइच की घटना कभी भी घटित नहीं होती। सरकार हर हाल में अमन-चैन व लोगों के जान-माल व मजहब की सुरक्षा सुनिश्चित करे। 2/2
— Mayawati (@Mayawati) October 15, 2024
ऐसे बढ़ा था विवाद
महराजगंज बाजार में दुर्गा प्रतिमा का विर्सजन हो रहा था। यात्रा में शामिल लोग नाचते-गाते और जयकारा लगाते जा रहे थे। इसी दौरान दूसरे समुदाय के लोगों ने डीजे बंद करने को कहा, इसी बात को लेकर विवाद हो गया। मामला बढ़ने पर गैर समुदाय के लोगों ने भीड़ पर पथराव शुरू कर दिया। इसके बाद उपद्रवियों की ओर से फायरिंग शुरू हो गई। फायरिंग में रेहुवा मंसूर गांव का रहने वाला राम गोपाल मिश्रा (22) पुत्र कैलाश नाथ घायल हो गया। उसे जिला अस्पताल भेजा गया, जहां उसकी मौत हो गई।