एक राष्ट्र-एक चुनाव से लोकतंत्र को मिलेगी मजबूती : दानिश आजाद अंसारी बोले- समृद्ध भारत की दिशा में अहम कदम

UPT | लखनऊ विश्वविद्यालय में एक राष्ट्र, एक चुनाव पर संगोष्ठी का समापन

Nov 17, 2024 22:25

लविवि के लोक प्रशासन विभाग में अटल सुशासन पीठ द्वारा आयोजित दो दिवसीय संगोष्ठी का समापन हुआ। इस संगोष्ठी का मुख्य विषय 'एक राष्ट्र, एक चुनाव' था, जिसे एक महत्वपूर्ण प्रशासनिक और राजनीतिक सुधार के रूप में पेश किया गया।

Lucknow News : यूपी के अल्पसंख्यक कल्याण राज्य मंत्री दानिश आजाद अंसारी ने कहा कि 'एक राष्ट्र, एक चुनाव' सिर्फ प्रशासनिक सुधार नहीं है, बल्कि यह राजनीतिक स्थिरता, संसाधनों के सही उपयोग और लोकतंत्र को मजबूत बनाने में मदद करेगा। उन्होंने इसे देश के हर वर्ग के कल्याण के लिए एक सशक्त उपाय बताया। दानिश आजाद अंसारी रविवार को लखनऊ विश्वविद्यालय (लवि) में अटल सुशासन पीठ की ओर से एक राष्ट्र, एक चुनाव पर आयोजित संगोष्ठी में बोल रहे थे।

राष्ट्रीय चेतना का प्रतीक 
संगोष्ठी के चार तकनीकी सत्रों में शोधार्थियों और विद्वानों ने इस विषय के विभिन्न पहलुओं पर शोध पत्र पेश किए। गोरखपुर विश्वविद्यालय के प्रो. आईडी मिश्र ने इसे राष्ट्रीय चेतना का प्रतीक बताया, जबकि बीएचयू के प्रो. अभिनव शर्मा ने चुनावी व्यवस्था की चुनौतियों पर अपने विचार रखे। हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय के प्रो. पीएन गौतम ने इसके लाभ और हानि दोनों पर चर्चा की और कहा कि इसे लागू करने से पहले जनता का विश्वास प्राप्त करना बेहद जरूरी है।



विद्यार्थियों ने बढ़-चढ़कर लिया हिस्सा
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए विश्वविद्यालय की प्रति कुलपति प्रो. मनुका खन्ना ने 'एक राष्ट्र, एक चुनाव' की ऐतिहासिक पृष्ठभूमि और इसके सकारात्मक प्रभावों पर विस्तृत चर्चा की। संगोष्ठी के समापन पर एक सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन भी किया गया, जिसमें शिक्षकों, शोधार्थियों और विद्यार्थियों ने बढ़-चढ़कर भाग लिया। इस अवसर पर लोक प्रशासन विभाग के एचओडी नंदलाल भारती, प्रो. राजेश कुमार, प्रो. प्रवीण कुमार, डॉ. श्रद्धा चंद्रा, प्रो. रवि कुमार वर्मा सहित अन्य विद्वान भी उपस्थित थे।

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