कांग्रेस की विधानभवन घेराव की तैयारी : पार्टी दफ्तर के बाहर फोर्स तैनात, नेता बोले- पुलिस के पीछे छिपना चाहती है योगी सरकार

UPT | विधानभवन घेराव के लिए लखनऊ पहुंचे पहुंचे कांग्रेसी

Dec 18, 2024 09:13

पार्टी ने इस प्रदर्शन के लिए व्यापक तैयारी की है और विभिन्न जिलों से हजारों कार्यकर्ता लखनऊ पहुंच चुके हैं। प्रदर्शन के जरिए कांग्रेस की राज्य सरकार की नीतियों और कार्यप्रणाली पर सवाल उठाने की तैयारी है। पार्टी नेताओं ने बुधवार को कहा कि भाला युक्त बैरिकेट्स और पुलिस के पीछे योगी सरकार छुपना चाहती है। लेकिन, जनता की समस्याओं को लेकर आज हम विधानसभा जरूर घेरेंगे।

Lucknow News : कांग्रेस के आज विधानभवन का घेराव और प्रदर्शन को लेकर पार्टी नेता और कार्यकर्ता देर रात से अलग-अलग जनपदों सें जहां राजधानी पहुंचे रहे हैं। वहीं पुलिस ने इसके मद्देनजर सुरक्षा व्यवस्था सख्त कर दी है। लखनऊ में पार्टी के प्रदेश मुख्यालय के बाहर कड़ा पहरा और और बेरिकेडिंग लगा दी गई है। पीएसी की तैनाती की गई है, जिससे  कांग्रेस विधानभवन की ओर रुख नहीं कर सकें। विधानमंडल का शीतकालीन सत्र होेने के कारण पुलिस अधिकारी बेहद सतर्कता बरत रहे हैं।

भाजपा की तानाशाही के खिलाफ राजधानी पहुंचने का दावा
इस बीच पार्टी ने इस प्रदर्शन के लिए व्यापक तैयारी की है और विभिन्न जिलों से हजारों कार्यकर्ता लखनऊ पहुंच चुके हैं। प्रदर्शन के जरिए कांग्रेस की राज्य सरकार की नीतियों और कार्यप्रणाली पर सवाल उठाने की तैयारी है। यूपी कांग्रेस के पिछड़ा वर्ग के कार्यकारी अध्यक्ष मनोज यादव ने बुधवार को कहा कि भाला युक्त बैरिकेट्स और पुलिस के पीछे योगी सरकार छुपना चाहती है। लेकिन, जनता की समस्याओं को लेकर आज हम विधानसभा जरूर घेरेंगे। हजारों की संख्या में प्रदेश भर से कांग्रेस कार्यकर्ता लखनऊ पहुंच चुके हैं। जियाउर रहमान ने कहा कि वह विधानभाव घेराव को बुलंदशहर से बसों और गाड़ियों के साथ लखनऊ पहुंचे हैं। भाजपा की तानाशाही के खिलाफ पुलिस की लाख रोकने की कोशिशों को फेल कर हम लखनऊ पहुंचे हैं। नौजवानों, किसानों, गरीबों की लड़ाई मजबूती से लड़ेंगे।



पुलिस की सख्ती : नेताओं को घरों में किया गया नजरबंद
इस प्रदर्शन को लेकर पुलिस ने कांग्रेस नेताओं के खिलाफ कड़ा रुख अपनाया है। प्रदेश अध्यक्ष अजय राय, निवर्तमान प्रदेश महासचिव अनिल यादव और कई वरिष्ठ नेताओं सहित 24 से अधिक कांग्रेस नेताओं को पुलिस नोटिस जारी किया गया है। साथ ही, इनके घरों पर पुलिस का कड़ा पहरा लगा दिया गया है।

पुलिस का नोटिस : कानून व्यवस्था बिगड़ने की आशंका
पुलिस ने कांग्रेस नेताओं को भेजे गए नोटिस में कहा है कि विधानसभा का सत्र चल रहा है और घेराव से कानून व्यवस्था बिगड़ने का खतरा है। विधानसभा क्षेत्र में धारा-144 लागू होने के कारण किसी भी प्रकार के प्रदर्शन या घेराव की अनुमति नहीं दी जा सकती। यदि कोई कानून-व्यवस्था भंग करता है, तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

अजय राय बोले- कायराना हरकतों से नहीं डरेंगे
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय राय ने पुलिस की कार्रवाई को तानाशाही करार दिया। उन्होंने कहा कि सरकार ने हमारे रास्तों में कांटे बिछा दिए हैं, जैसे किसानों को रोकने के लिए केंद्र सरकार ने किया था। लेकिन, हम इन कांटों को फूल समझकर अपने लक्ष्य तक पहुंचेंगे। ये बैरिकेड्स और धमकियां हमें रोक नहीं सकतीं।

कांग्रेस का आरोप : सरकार कर रही दमनकारी राजनीति
अजय राय ने कहा कि यह पहली बार है जब बैरिकेडिंग को इतना नुकीला और खतरनाक बनाया गया है। यह सरकार हमारे कार्यकर्ताओं को चोट पहुंचाना चाहती है। लेकिन, हमारे आंदोलन को रोकना नामुमकिन है। हम सरकार की फर्जी मुठभेड़ों, गुजराती ठेकेदारों को टेंडर देने और सरकारी स्कूलों में बच्चों के कपड़ों की अनदेखी जैसे मुद्दों पर सवाल उठाएंगे।

घेराव से पहले छापेमारी और नोटिस का सिलसिला
घेराव से पहले बुधवार की शाम को पुलिस ने कई कांग्रेस नेताओं के घरों पर छापेमारी की। अमित श्रीवास्तव त्यागी, निवर्तमान अध्यक्ष, कांग्रेस उत्तरी लखनऊ के घर पर पुलिस तैनात है। अंशू अवस्थी, प्रदेश प्रवक्ता, के घर पर पुलिस ने नोटिस चस्पा किया। महिला कांग्रेस नेता ममता चौधरी और निवर्तमान जिलाध्यक्ष वेदप्रकाश त्रिपाठी को भी पुलिस तलाश कर रही है। ऐसे में कई नेता घर छोड़कर अज्ञात स्थानों पर चले गए हैं, जबकि अन्य ने प्रदेश मुख्यालय पर डेरा जमा लिया है।

विधानभवन के चारों ओर कड़ी सुरक्षा व्यवस्था
विधानभवन के चारों ओर कड़ी सुरक्षा व्यवस्था लागू कर दी गई है। नुकीले बैरिकेड्स और अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किए गए हैं। इसके साथ ही गाजीपुर बॉर्डर पर कांग्रेस कार्यकर्ताओं को रोकने के लिए अतिरिक्त चेकपॉइंट्स बनाए गए हैं। पार्टी नेताओं का कहना है कि कांग्रेस का आंदोलन राज्य सरकार की नाकामियों को उजागर करना है। कानून व्यवस्था की बिगड़ती स्थिति, बिजली विभाग और कुंभ मेला से जुड़े प्रोजेक्ट्स का ठेका बाहरी कंपनियों को देना, सरकारी स्कूलों में ठंड के कपड़ों की कमी और फर्जी मुठभेड़ों को लेकर हम सड़क पर उतरकर अपना विरोध जाहिर कर रहे हैं।
 

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