Congress Protest : अविनाश पांडे बोले- विश्वास खो चुकी है योगी सरकार, अपराधियों पर कार्रवाई में विफल

UPT | लखनऊ में प्रदर्शन के दौरान ज्ञापन सौंपते कांग्रेस नेता

Sep 19, 2024 01:51

अजय राय ने कहा कि योगी सरकार जाति और धर्म के आधार पर कार्रवाई करती है। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार द्वारा फर्जी एनकाउंटर कराए जा रहे हैं, जिनमें विशेष जातियों और समुदायों को निशाना बनाया जा रहा है। आज उत्तर प्रदेश हत्या, बलात्कार, अपहरण और महिलाओं के विरुद्ध अपराधों में नंबर वन बना हुआ है।

Lucknow News : कांग्रेस ने उत्तर प्रदेश की मौजूदा कानून-व्यवस्था व पुलिस उत्पीड़न और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी के खिलाफ भाजपा नेताओं की अभद्र टिप्पणी के विरोध में राज्यव्यापी विरोध प्रदर्शन किया। राजधानी में शहीद स्मारक पर इस प्रदर्शन का नेतृत्व पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव व यूपी प्रभारी अविनाश पांडे ने किया। इस मौके पर प्रदेश अध्यक्ष अजय राय, अमेठी के सांसद केएल शर्मा, बाराबंकी के सांसद तनुज पुनिया, विधायक आराधना मिश्रा मोना सहित अन्य नेता मौजूद रहे।

अधिकारियों से हुई बहस
कांग्रेस नेताओं की शहीद स्मारक से मंडल आयोग कार्यालय तक जुलूस निकालने की योजना थी। लेकिन, पुलिस ने बैरिकेडिंग लगाकर उन्हें रोक दिया। इसे लेकर पार्टी नेताओं की प्रशासन और पुलिस के अफसरों से बहस भी हुई। पार्टी नेताओं ने आरोप लगाया कि यूपी में वर्तमान सरकार में कानून का राज समाप्त हो गया है। पुलिस का अत्याचार बढ़ रहा है। उन्होंने राहुल गांधी पर की गई अभद्र टिप्पणी को लेकर नाराजगी जाहिर की। खास तौर पर केंद्रीय मंत्री रवनीत सिंह बिट्टू के राहुल गांधी के खिलाफ अमर्यादित बयान पर विरोध दर्ज कराया। पार्टी नेताओं ने भाजपा के नेताओं के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। वरिष्ठ नेताओं ने पुलिस प्रशासन को ज्ञापन सौंपा।



योगी सरकार पर कानून-व्यवस्था को लेकर हमला
राष्ट्रीय महासचिव अविनाश पांडे ने भाजपा सरकार पर जाति और धर्म के आधार पर अपराधियों के खिलाफ भेदभावपूर्ण कार्रवाई करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि योगी सरकार जनता का विश्वास खो चुकी है और अपराधियों पर कार्रवाई करने में विफल रही है। उन्होंने एनसीआरबी के आंकड़ों का हवाला देते हुए बताया कि उत्तर प्रदेश में महिलाओं के खिलाफ अपराध तेजी से बढ़े हैं। इस मामले में देश में हुए कुल अपराधों में 25 प्रतिशत उत्तर प्रदेश से हैं। वर्ष 2022 में राज्य में सबसे अधिक 65,743 मामले दर्ज हुए थे। इसमें दुष्कर्म, दुष्कर्म की कोशिश, छेड़छाड़, दहेज उत्पीड़न, साइबर अपराध आदि को लेकर देश भर में वर्ष 2023 में कुल 28,811 शिकायतें दर्ज हुईं, जिनमें से 16,109 शिकायतें अकेले उत्तर प्रदेश से थी। यह आंकड़ा पूरे देश के कुल अपराधों का एक बड़ा हिस्सा दर्शाता है, जो प्रदेश में कानून-व्यवस्था की खराब स्थिति को उजागर करता है।

पुलिस अत्याचार और जातिगत भेदभाव
प्रदेश अध्यक्ष अजय राय ने कहा कि योगी सरकार जाति और धर्म के आधार पर कार्रवाई करती है। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार द्वारा फर्जी एनकाउंटर कराए जा रहे हैं, जिनमें विशेष जातियों और समुदायों को निशाना बनाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि आज उत्तर प्रदेश हत्या, बलात्कार, अपहरण, बलात्कार के बाद हत्या, गैंगरेप और महिलाओं के विरुद्ध अपराधों में नंबर वन बना हुआ है। अजय राय ने कहा कि गोमती नगर लखनऊ में बीते दिनों बारिश के बाद कुछ शोहदों ने एक लड़की के साथ अभद्रता की, जिसमें 16 आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया। लेकिन सदन में मुख्यमंत्री ने सिर्फ दो नाम लिये, जिसमें एक यादव और एक मुस्लिम है। इसी तरह सुलतानपुर सर्राफा लूटकांड में पूर्वाग्रह के तहत कार्रवाई हुई। तीन आरोपियों को पैर में गोली मारकर पकड़ा गया, लेकिन मंगेश यादव के फर्जी एनकाउंटर में हत्या कर दी गई। जबकि, मुख्य आरोपी विपिन सिंह ने पुलिस और एसटीएफ की नाक के नीचे से सरेंडर करा दिया गया।

महिला अपराधों में बढ़ोतरी
विधायक आराधना मिश्रा मोना ने कहा कि प्रदेश में महिलाओं के खिलाफ अपराधों में भारी वृद्धि हुई है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मंचों से भाषण देते रहे कि हमारी सरकार अपराधियों को पाताल से खोज लाएगी। लेकिन, हकीकत में अपराधियों को सरकार का संरक्षण मिला हुआ है। यूपी पुलिस 2021 के महिलाओं के विरुद्ध अपराध से जुड़े 11732 मामलों की जांच तक नहीं पूरी कर पाई। वहीं 2022 में 66,936 मामले थाने पर ही निपटा दिए। महिलाओं पर अत्याचार के 13,097 मामलों में पुलिस साक्ष्य जुटाने में ही नाकाम रही। उन्होंने कहा कि सीएम योगी के शासनकाल में महिलाएं सबसे अधिक असुरक्षित महसूस कर रही हैं।

लोकतांत्रिक मूल्यों का हनन
सांसद तनुज पुनिया ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की "ठोक दो" और "मिट्टी में मिला देंगे" जैसी टिप्पणियों पर निशाना साधते हुए कहा कि ऐसी भाषा प्रदेश में डर और भय का माहौल पैदा करती है। पुनिया ने आरोप लगाया कि योगी सरकार संविधान का सम्मान नहीं कर रही है और पुलिस को असंवैधानिक छूट देकर विशेष समुदायों के खिलाफ कार्रवाई करवा रही है। उन्होंने हाल ही में हुए झांसी, जौनपुर, और कानपुर की घटनाओं का हवाला देते हुए कहा कि प्रदेश में संविधान का राज नहीं बल्कि पुलिस का जंगलराज कायम हो गया है।

प्रियंका गांधी ने लगाया आरएसएस-भाजपा पर शह देने का आरोप
इस बीच कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाड्रा ने सोशल मीडिया एक्स पर लिाख कि नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी जैसे-जैसे मजबूती से जनता की आवाज उठा रहे हैं, वैसे-वैसे उनके खिलाफ जुबानी और वैचारिक हिंसा बढ़ रही है।  क्या देश के करोड़ों दलितों, पिछड़ों, आदिवासियों और गरीबों की आवाज उठाना इतना बड़ा अपराध है कि भाजपा, नेता प्रतिपक्ष को 'उनकी दादी जैसा हाल' बना देने की धमकियां देने लगी? लगातार एक के बाद एक हिंसक, अभद्र और अमानवीय बयानों से यह साबित होता है कि यह एक संगठित-सुनियोजित अभियान है जो देश के लोकतंत्र के लिए बेहद खतरनाक है। उससे भी ज्यादा खतरनाक है प्रधानमंत्री, गृहमंत्री समेत समूचे आरएसएस-भाजपा नेतृत्व का इसे शह देना और कोई कार्रवाई न करना। उन्होंने कहा कि आरएसएस-भाजपा के लोग क्या अब हिंसा और नफरत को ही लोकतंत्र का मूलमंत्र बनाना चाहते हैं।

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