धनतेरस पर 9500 करोड़ की बंपर खरीदारी : 3400 करोड़ के सोना-चांदी की बिक्री, वाहन-रियल एस्टेट कारोबार भी चमका

UPT | धनतेरस पर खरीदारी करते लोग

Oct 30, 2024 10:11

लखनऊ में अमीनाबाद, हजरतगंज, आलमबाग जैसे बड़े बाजारों में देर रात तक ग्राहकों की भीड़ रही। लखनऊ सराफा एसोसिएशन के अध्यक्ष के अनुसार, इस साल आभूषणों की मांग में 10-40 प्रतिशत तक का उछाल देखा गया। परिवहन महकमे के अनुसार, धनतेरस पर वाहन बाजार में भी जबरदस्त उछाल देखा गया। अकेले इस एक दिन में 13,000 दोपहिया वाहनों और 2400 कारों की डिलीवरी हुई, जिससे वाहन क्षेत्र में कुल मिलाकर लगभग 1200 करोड़ रुपये का कारोबार हुआ।

Lucknow News : प्रदेश में धनतेरस पर ग्राहकों ने जमकर खरीदारी की। देर रात तक बाजार ग्राहकों से गुलजार रहे। हालत ये रही कि पैर रखने तक की जगह नहीं थी। गहने, कार-मोटरसाइकिल, बर्तन, कपड़े आदि सभी सेक्टर के कारोबारी बिक्री के बाद फूले नहीं समा रहे। इससे पहले जहां महंगाई के असर की आशंका जताई जा रही थी, वहीं एक ही दिन में लगभग 9500 करोड़ रुपये का कारोबार हुआ। खासकर सोना-चांदी के गहनों की चमक ने इस बार भी ग्राहकों को आकर्षित किया। प्रदेश में 3400 करोड़ रुपये के सोना-चांदी की बिक्री ने धनतेरस के बाजार को रोशन किया।

सोना-चांदी के बढ़े दाम भी नहीं रोक सके खरीदारी का जुनून
इस साल सोने-चांदी की कीमतों में भारी बढ़ोतरी देखी गई। पिछले साल के मुकाबले सोने का भाव 60 हजार से बढ़कर 80 हजार प्रति 10 ग्राम तक पहुंच गया, जबकि चांदी का भाव 70 हजार से बढ़कर 1 लाख रुपये प्रति किलोग्राम हो गया। इसके बावजूद ग्राहकों का खरीदारी का जुनून कम नहीं हुआ। आभूषणों की तुलना में बुलियन गोल्ड व सिल्वर के सिक्के, चांदी केे बिस्किट की मांग अधिक रही।



गहनों की मांग में 40 प्रतिशत तक उछाल
लखनऊ में अमीनाबाद, हजरतगंज, आलमबाग जैसे बड़े बाजारों में देर रात तक ग्राहकों की भीड़ रही। लखनऊ सराफा एसोसिएशन के अध्यक्ष के अनुसार, इस साल आभूषणों की मांग में 10-40 प्रतिशत तक का उछाल देखा गया। इसी तरह परंपरा के मुताबिक लोगों ने  बर्तनों की भी जमकर खरीदारी की। करीब 800 करोड़ का बर्तन कारोबार होने से व्यापारी बेहद प्रसन्न हैं। 

वाहनों की बिक्री में भी आई तेजी, ग्राहकों का बढ़ा रुझान
परिवहन महकमे के अनुसार, धनतेरस पर वाहन बाजार में भी जबरदस्त उछाल देखा गया। अकेले इस एक दिन में 13,000 दोपहिया वाहनों और 2400 कारों की डिलीवरी हुई, जिससे वाहन क्षेत्र में कुल मिलाकर लगभग 1200 करोड़ रुपये का कारोबार हुआ। इसके साथ ही मिट्टी, टेराकोटा, दीये, मोमबत्ती और पूजा-सामग्री जैसे सजावटी उत्पादों की भी जोरदार मांग रही। माटीकला बोर्ड के अनुसार, इस बार चाइनीज झालरों पर स्वदेशी झालरों ने बाजी मारी। ओडीओपी उत्पादों और बिजली के सजावटी सामान की अनुमानित बिक्री 1700 करोड़ रुपये रही।

रियल एस्टेट में बढ़ी मांग, संपत्ति खरीदने का नया ट्रेंड
धनतेरस के दौरान रियल एस्टेट में भी तेजी देखी गई। कंफेडरेशन ऑफ रियल एस्टेट डेवलपर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (क्रेडाई) के मुताबिक, इस धनतेरस पर 25 प्रतिशत की वृद्धि के साथ संपत्ति की खरीदारी हुई। प्लॉट और मकानों में निवेश के प्रति लोगों का झुकाव इस बार विशेष रूप से बढ़ा रहा।

सभी वर्गों ने जमकर की खरीदारी, त्योहारों की चमक रही बरकरार
धनतेरस पर लखनऊ में मिठाई, गिफ्ट आइटम्स और मेवों की भी खास मांग रही। ग्राहकों के बीच उत्साह को देखते हुए शहर के प्रमुख बाजारों में स्थानीय व्यापारियों ने अतिरिक्त स्टॉक बनाए रखा था, जिससे किसी भी सामान की कमी नहीं हुई।

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