सर्वे शुरू होने के बाद क्षेत्र के लोगों ने अपने मकानों और दुकानों के तोड़े जाने की आशंका जताई। कई निवासियों ने एलडीए वीसी को पत्र लिखकर अनुरोध किया है कि उनके निर्माण को बचाया जाए। इन निवासियों का कहना है कि उनके मकान एलडीए के अधिकार क्षेत्र में आने से पहले ही बने थे।