रक्तदान को सम्मान : राज्यपाल आनंदीबेन बोलीं- यातायात नियमों के उल्लंघन पर कराया जाए रक्तदान

UPT | राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने किया सम्मानित।

Jun 14, 2024 22:54

राज्यपाल ने कहा कि यातायात नियमों का उल्लंघन करने वालों से भी रक्तदान कराया जा सकता है, क्योंकि हर कानून तोड़ने पर सजा का प्रावधान नहीं है। सामान्य घटनाओं में सजा के बजाय सेवा और रक्तदान कराने जैसी पहल की जा सकती है।

Short Highlights
  • रक्तदान को सम्मान 2024 कार्यक्रम में संस्थाओं को किया सम्मानित
  • रक्तदान को बढ़ावा देने में लोगों से अहम भूमिका निभाने की अपील
Lucknow News : राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने यातयात नियमों का पालन नहीं करने वाले युवाओं से रक्तदान कराने की सलाह दी है। उन्होंने कहा​ कि काफी प्रयास और जागरूकता के बाद भी उतना रक्तदान नहीं हो पा रहा है, जितनी जरूरत है। ऐसे में इसके लिए नए तरीके तलानशा बेहद जरूरी है। उन्होंने कहा कि प्रदेश की जेलों में रक्तदान शिविर आयोजित किए जा सकते हैं। राज्यपाल ने कहा कि यातायात नियमों का उल्लंघन करने वालों से भी रक्तदान कराया जा सकता है, क्योंकि हर कानून तोड़ने पर सजा का प्रावधान नहीं है। सामान्य घटनाओं में सजा के बजाय सेवा और रक्तदान कराने जैसी पहल की जा सकती है।

रक्तदान सम्मान समारोह का आयोजन
राज्यपाल ने शुक्रवार को विश्व रक्तदाता दिवस के अवसर पर केजीएमयू में 'रक्तदान को सम्मान 2024' कार्यक्रम में ये बात कही। इस मौके पर 'रक्तदान को सम्मान' स्मारिका का विमोचन और रक्तदाताओंं व संस्थाओं को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित भी किया गया। किंग्स जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी के ट्रांसफ्यूजन विभाग की ओर से आयोजित रक्तदान सम्मान समारोह में प्रो बोनो क्लब के सदस्यों ने भाग लिया। रक्तदान शिविर में 150 यूनिट से अधिक ब्लड संस्था ने जुटाया। आयोजन के जरिए लोगों से रक्तदान को बढ़ावा देने में अहम भूमिका निभाने की अपील की गई।

वर्ष में दो बार रक्तदान शिविर का आयोजन
प्रो बोनो क्लब के संकाय प्रभारी, डॉ. आलोक यादव ने बताया कि संस्था प्रत्येक वर्ष दो बार रक्तदान शिविर का आयोजन करती है। इसका मुख्य उद्देश्य सामाजिक सेवा को बढ़ावा देना है। उन्होंने इस महत्वपूर्ण कार्य में सफलता के लिए सभी सदस्यों को बधाई दी। संकाय प्रमुख, प्रो (डॉ) बीडी सिंह ने इस मौके पर कहा कि संस्था का उद्देश्य न केवल छात्रों को शिक्षित करना है, बल्कि समाज को एक जागरूक, जिम्मेदार नागरिक के रूप में भी संवेदनशील करना है। इस सम्मान से संस्था के सदस्यों ने अपनी प्रतिबद्धता को साबित किया है और सामाजिक उत्थान के लिए कड़ी मेहनत की है। 

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