UP Police Result : यूपी पुलिस भर्ती में दो गांवों के 36 युवाओं का चयन, भाई-बहन ने भी मारी बाजी

UPT | यूपी पुलिस भर्ती में दो गांवों के 36 युवाओं का चयन

Nov 22, 2024 01:22

यूपी पुलिस भर्ती 2024 की लिखित परीक्षा के परिणाम घोषित होने के बाद दो जिलों के दो गांवों में खुशी की लहर दौड़ गई है।

Lucknow News : यूपी पुलिस भर्ती 2024 की लिखित परीक्षा के परिणाम घोषित होने के बाद दो जिलों के दो गांवों में खुशी की लहर दौड़ गई है। मुजफ्फरनगर और गोंडा जिलों के इन गांवों के कुल 36 युवाओं का पुलिस कांस्टेबल के पद के लिए चयन हुआ है। इस चयन ने न केवल गांव के लोगों का मनोबल बढ़ाया है, बल्कि क्षेत्र में शिक्षा के प्रति जागरूकता को भी दर्शाया है।

मुजफ्फरनगर के कासमपुर खोला गांव में छाई खुशी
मुजफ्फरनगर जिले के मीरापुर क्षेत्र के कासमपुर खोला गांव से कुल 26 युवाओं का चयन यूपी पुलिस भर्ती के लिए हुआ है। इस गांव के युवाओं ने परीक्षा में उत्कृष्ट प्रदर्शन किया है, जिसमें भाई-बहन की जोड़ी प्रिंस और पारुल ने एक साथ सफलता हासिल की है। इस खास उपलब्धि पर परिवार और गांववासियों में गर्व की भावना है। गांव में जश्न का माहौल है और बधाई देने वालों का तांता लगा हुआ है।कासमपुर खोला गांव शिक्षा के प्रति विशेष रूप से जागरूक माना जाता है। यहां के ग्रामीण युवाओं को समय-समय पर शिक्षा के महत्व को समझाते हैं और उन्हें विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए प्रोत्साहित करते हैं। इस बार की पुलिस भर्ती में गांव के 21 युवक और 5 युवतियों ने सफलता हासिल की है और वे अब शारीरिक परीक्षा (फिजिकल) की तैयारी में जुट गए हैं।

गोंडा के करुवावारा गांव में भी दिखी सफलता की छाप
गोंडा जिले के इटियाथोक क्षेत्र के करुवावारा गांव के दस युवाओं ने यूपी पुलिस भर्ती की परीक्षा में सफलता पाई है। इस चयन ने गांव में जश्न का माहौल बना दिया है। अमन पाण्डेय, जो पहले रोडवेज में कंडक्टर के रूप में कार्यरत थे, ने भी परीक्षा पास की है। उनके पिता मनीराम पाण्डेय, जो मजदूरी करते हैं, ने अपने बेटे की सफलता पर गर्व जताया है।

गांव में शिक्षा के प्रति बढ़ती जागरूकता
कासमपुर खोला और करुवावारा गांव के युवाओं की सफलता ने क्षेत्र में शिक्षा के प्रति एक नई जागरूकता लाई है। कासमपुर खोला में, जहां लगभग 70 अभ्यार्थियों ने यूपी पुलिस भर्ती परीक्षा में भाग लिया था, उनमें से 26 ने सफलता हासिल की। यह गांव शिक्षा और सरकारी नौकरियों में युवाओं के बढ़ते रूझान का प्रतीक बनता जा रहा है।



चयनित युवाओं के संघर्ष की कहानी
गोंडा के करुवावारा गांव के चयनित युवाओं की कहानियां संघर्ष और दृढ़ संकल्प से भरी हैं। शिवम ओझा, जिनके पिता कीर्तन मंडली में हारमोनियम बजाते हैं, ने प्रयागराज में रहकर मेहनत से तैयारी की और सफलता पाई। इसी तरह, आलोक मिश्रा, जिनके पिता डायल 112 में ड्राइवर हैं, ने भी परीक्षा में सफलता हासिल की। प्रवेश पाण्डेय और नवनीत कुमार तिवारी ने भी प्रयागराज में रहकर तैयारी की और इस महत्वपूर्ण परीक्षा में सफलता प्राप्त की।

भाई-बहन की सफलता ने बढ़ाई गांव की शान
कासमपुर खोला गांव से चयनित प्रिंस और पारुल की भाई-बहन की जोड़ी ने परीक्षा पास कर गांव का मान बढ़ाया है। उनके पिता सुमित ने अपने बच्चों की इस उपलब्धि पर हर्ष व्यक्त किया और इसे उनकी कड़ी मेहनत और शिक्षकों के योगदान का परिणाम बताया।

क्षेत्र में बढ़ी शिक्षा और सरकारी नौकरियों के प्रति जागरूकता
इन दोनों गांवों की सफलता ने न केवल परिवारों में खुशी का माहौल बनाया है, बल्कि अन्य युवाओं के लिए भी प्रेरणा का स्रोत बनी है। यह दर्शाता है कि मेहनत और सही मार्गदर्शन से सरकारी नौकरियों में सफलता पाना संभव है। अब सभी चयनित युवा शारीरिक परीक्षा (फिजिकल) की तैयारी कर रहे हैं, जिसमें उनकी अंतिम चयन प्रक्रिया पूरी होगी।

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