जिलाधिकारी से जिलाध्यक्ष की तरह काम ले रही सरकार : अखिलेश यादव का तंज- संवैधानिक संस्थाओं को एक रंग में रंगने की साजिश

UPT | Akhilesh Yadav

Nov 19, 2024 19:07

अखिलेश यादव ने कहा कि वस्त्रों से कोई संत या योगी नहीं बनता, बल्कि विचार और व्यवहार से व्यक्ति संत बनता है। भाजपा के नेताओं पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि अगर उनके विचार नहीं बदले, तो संविधान उन्हें बदल देगा।

Lucknow News : समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा की नीतियां संविधान विरोधी हैं और वे युवाओं, किसानों और पीडीए यानी पिछड़े, दलित और अल्पसंख्यक के अधिकारों पर कुठाराघात कर रही हैं। प्रदेश में उपचुनाव चल रहा है और सरकार जिलाधिकारियों से जिलाध्यक्ष की तरह काम ले रही है। जो लोग राजनीति में हमसे हारने लगे हैं, वह हमारे अधिकार पर भी हमला करने लगे हैं। भाजपा संवैधानिक संस्थाओं को एक विचार और एक रंग में रंगना चाहती है। हम लोग एक रंग कभी स्वीकार नहीं कर सकते, हम बहुरंगी लोग हैं। जो लड़ाई हजारों साल से चल रही है, वह आज भी चल रही है।

भाजपा की नीतियां और आरक्षण पर हमला
अखिलेश यादव ने शहर में बीकेटी स्थित सैरपुर बाजार में आयोजित संविधान मेला एवं युवा महोत्सव में कहा कि भाजपा सरकार के एजेंडे में रोजगार और नौकरियां देना शामिल नहीं है। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार आरक्षण व्यवस्था को कमजोर करने के लिए नौकरियों को आउटसोर्स कर रही है। यह आरक्षण छीनने की एक सोची-समझी साजिश है। उन्होंने युवाओं से अपील की कि वे एकजुट होकर संविधान की रक्षा करें क्योंकि भाजपा सरकार संविधान को बदलने की कोशिश कर रही है।



90 प्रतिशत आबादी का प्रतिनिधित्व करता है पीडीए 
अखिलेश यादव ने कहा कि पीडीए 90 प्रतिशत आबादी का प्रतिनिधित्व करता है और इसे संविधान ने अब तक संरक्षण दिया है। अब समय आ गया है कि पीडीए स्वयं संविधान की रक्षा करे। उन्होंने कहा कि जब तक भाजपा सरकार सत्ता में रहेगी, संविधान पर संकट मंडराता रहेगा। भाजपा, संविधान के बजाय 'मनु-संविधान' की विचारधारा पर चलना चाहती है।

वंचितों की बात करने पर भाजपा लगाती है जातिवाद का आरोप
सपा अध्यक्ष ने कहा कि जब भी समाजवादी पार्टी वंचित वर्गों के अधिकारों की बात करती है, भाजपा उन पर जातिवाद का आरोप लगाती है। उन्होंने स्पष्ट किया कि समाजवादी पार्टी जातिवाद का समर्थन नहीं करती, बल्कि वह दलितों, पिछड़ों और आदिवासियों को उनके अधिकार दिलाने के लिए संघर्षरत है। अखिलेश ने कहा कि बाबा साहब का संविधान समाज को जोड़ता है और समानता और सम्मान दिलाता है। यह हमारी रक्षा करता है और हमें लोकतंत्र में भागीदारी का अधिकार देता है।

'वन नेशन-वन इलेक्शन' का नारा देने वाले एक साथ नहीं करा सकते परीक्षा
अखिलेश यादव ने भाजपा पर युवाओं के साथ धोखा करने का आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार परीक्षा आयोजित करने में भी असफल रही है। 'वन नेशन, वन इलेक्शन' के नारे देने वाले एक साथ परीक्षा भी नहीं करा सकते। उन्होंने कहा कि भाजपा के झूठे वादों और साजिशों के खिलाफ युवाओं ने लोकसेवा आयोग के सामने धरना देकर सरकार को झुकने पर मजबूर कर दिया।

बंटोगे तो कटोगे असंवैधानिक नारा
अखिलेश यादव ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के 'बंटोगे तो कटोगे' के नारे की कड़ी आलोचना की और इसे भारतीय इतिहास का सबसे असंवैधानिक और नकारात्मक नारा बताया। उन्होंने कहा कि यह नारा अंग्रेजों की 'डिवाइड एंड रूल' नीति जैसा है। अंग्रेज तो चले गए, लेकिन उनकी विभाजनकारी सोच वाले लोग अभी भी सत्ता में हैं और समाज को बांटने की कोशिश कर रहे हैं।

योगी बनने के लिए कपड़े नहीं विचार जरूरी
अखिलेश यादव ने कहा कि वस्त्रों से कोई संत या योगी नहीं बनता, बल्कि विचार और व्यवहार से व्यक्ति संत बनता है। भाजपा के नेताओं पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि अगर उनके विचार नहीं बदले, तो संविधान उन्हें बदल देगा।

प्रशासन का दुरुपयोग और उपचुनाव
सपा अध्यक्ष ने आरोप लगाया कि भाजपा उपचुनाव में हार के डर से प्रशासन का दुरुपयोग कर रही है। जिलाधिकारियों को जिलाध्यक्षों की तरह काम करने पर मजबूर किया जा रहा है। यह चुनावी प्रक्रिया में हस्तक्षेप और जनता के अधिकारों पर हमला है। अखिलेश ने जनता से अपील की कि वे एकजुट होकर संविधान की रक्षा के लिए संकल्प लें और आगे बढ़ें।

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