हरदोई में लाल खून का काला कारोबार : मेडिकल कॉलेज के गेट पर 7000 रुपये में दिया नकली ब्लड, सीएमएस ने कहा-जांच होगी

UPT | हरदोई अस्पताल में भर्ती मरीज

Oct 17, 2024 12:41

उत्तर प्रदेश के हरदोई जिले में लाल खून का काला कारोबार करने वाले खेल का एक मामला सामने आया है। यहां चंद पैसों के लालच में लोगों की जिंदगी के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है।

Short Highlights
  • मेडिकल कॉलेज के बाहर मिले व्यक्ति ने 7 हजार रुपये लेकर खून दिलाया
  • रात में डॉक्टर ने ब्लड चढ़ाने से मना कर ब्लड बैंक में रखवा दिया 
  • सुबह देखने पर पता चला कि बाहर से लाया खून नकली है
Hardoi News : उत्तर प्रदेश के हरदोई में लाल खून के काले खेल का मामला सामने आया है। यहां पर एक मरीज को जब ब्लड चढ़ाने की जरूरत हुई तो परिजन भटक रहे थे। इसी बीच मेडिकल कॉलेज के बाहर एक व्यक्ति मिला जिसने 7 हजार रुपये में खून दिलाने की बात की और जो खून दिलाया वह नकली निकला। यही नहीं ब्लड पैक के ऊपर लगी स्लिप भी नकली थी। अब इस पूरे मामले की जांच स्वास्थ्य महकमा कराने में जुट गया है।

उत्तर प्रदेश के हरदोई जिले में लाल खून का काला कारोबार करने वाले खेल का एक मामला सामने आया है। यहां चंद पैसों के लालच में लोगों की जिंदगी के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है। 


मरीज को एक यूनिट ब्लड की जरूरत थी
हरदोई के मेडिकल कॉलेज में भर्ती मरीज को एक यूनिट ब्लड की जरूरत थी तो उसने ब्लड के लिए अपने एक रिश्तेदार के माध्यम से बात की तो उन्होंने एक नर्सिंग होम से ब्लड लाकर  7,000 रुपये में दे दिया और मरीज के परिजन ब्लड लेकर मेडिकल कॉलेज पहुंचे। उन्होंने डॉक्टर से ब्लड चढ़ाने के लिए कहा लेकिन रात होने के चलते डॉक्टर ने मना कर दिया और खून को ब्लड बैंक में रखने को कह दिया। इसके बाद मरीज के परिजन ब्लड बैंक पहुंचे और उन्होंने ब्लड जमा कर दिया। सुबह जब परिजन ब्लड बैंक पहुंचे और कर्मचारियों से ब्लड मांगा तो वहां मौजूद कर्मचारियों ने ब्लड देने के लिए निकाला और उसको चेक किया गया तो उस ब्लड पर जो पर्ची लगी हुई थी वह भी फर्जी निकली और ब्लड में हीमोग्लोबिन की मात्रा काफी कम पाई गई। इसके बाद मरीज को ब्लड बैंक से एक और यूनिट खून दिया गया।

7,000 रुपये में दिया नकली खून 
दरअसल, कोतवाली देहात क्षेत्र के बाहर एक गांव के निवासी कृष्ण मुरारी को इलाज के लिए मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया है, जहां उसे खून चढ़ाया जाना था। कृष्ण मुरारी के रिश्तेदार कौशल किशोर मिश्रा ने बताया कि वे खून की तलाश में इधर-उधर भटक रहे थे, इसी बीच उनकी मुलाकात एक व्यक्ति से हुई जिसने 7,000 रुपये में खून देने की पेशकश की लेकिन उसने जो खून दिया वह नकली निकला।

जांच में पाई गई गड़बड़ी
इस मामले को लेकर ब्लड बैंक के प्रभारी डॉ. पवन कुमार ने बताया कि जब जांच की गई तो पता चला कि खून सही नहीं था और उसके साथ छेड़छाड़ की गई है, यहां तक ​​कि ब्लड बैंक की पर्ची भी उससे मेल नहीं खा रही थी।

तथ्यों के आधार पर होगी कार्रवाई  
इस मामले को लेकर सीएमएस डॉक्टर जेके वर्मा ने बताया कि ऐसा मामला प्रकाश में आया है और अब इस पूरे मामले में एफआईआर दर्ज कराई जा रही है। जो भी तथ्य प्रकाश में आएंगे उसके आधार पर कार्रवाई की जाएगी और ऐसा खेल करने वालों को किसी भी तरह से बख्शा नहीं जाएगा।

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