महाकुंभ में होगा विश्व हिंदू परिषद की मातृशक्ति का शक्ति समागम : हरदोई से प्रयागराज रवाना हुईं ‘बहनें’, अहम मुद्दों पर करेंगीं मंथन

UPT | बस के माध्यम से महाकुंभ के लिए रवाना होती मातृशक्ति।

Jan 18, 2025 17:03

प्रयागराज में चल रहा महाकुंभ धार्मिक ही नहीं, बल्कि राष्ट्र की दिशा और दशा तय करने में भी महत्वपूर्ण है, 19 जनवरी को विश्व हिंदू परिषद द्वारा मातृशक्ति और दुर्गावाहिनी का शक्ति समागम आयोजित होगा, जिसमें महिलाओं और बेटियों की सुरक्षा, सम्मान पर चर्चा की जाएगी।

Hardoi News : प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ को धार्मिक महत्व के साथ-साथ सामाजिक और राष्ट्रीय दृष्टिकोण से भी अत्यधिक महत्वपूर्ण माना जा रहा है। यह महाकुंभ आगामी 45 दिनों तक चलेगा, जिसमें देश-विदेश से लाखों श्रद्धालु त्रिवेणी संगम की पवित्र धरती पर धर्मिक क्रियाकलापों में हिस्सा लेने के लिए पहुंचेंगे। इस मेले में धर्म गुरुओं के पंडालों के साथ-साथ कई एकड़ में स्थित विश्व हिंदू परिषद के शिविर का भी विशेष स्थान है, जहां न केवल धार्मिक बल्कि सामाजिक और राजनीतिक दृष्टिकोण से भी कई महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा होगी।



महाकुंभ में मातृशक्ति का शक्ति समागम
19 जनवरी को विश्व हिंदू परिषद के द्वारा आयोजित मातृशक्ति एवं दुर्गावाहिनी शक्ति समागम में महिलाओं और बेटियों की सुरक्षा, सम्मान और उनके उत्थान से जुड़े कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर विचार मंथन किया जाएगा। संगम नगरी में आयोजित इस समागम में लखनऊ क्षेत्र के सभी जिलों की मातृशक्ति और दुर्गावाहिनी की बहनें हिस्सा लेंगी। यह समागम महिलाओं के अधिकारों को लेकर जागरूकता फैलाने के साथ-साथ उनके भविष्य को उज्जवल बनाने के लिए आवश्यक कदमों पर विचार करेगा।

हरदोई से यात्रा की शुरुआत
हरदोई जिले से 18 जनवरी, शनिवार को विश्व हिंदू परिषद के जिला अध्यक्ष आशीष माहेश्वरी ने मातृशक्ति की बहनों को हरी झंडी दिखाकर प्रयागराज के महाकुंभ के लिए प्रस्थान कराया। इस बस यात्रा का नेतृत्व विश्व हिंदू परिषद की जिला उपाध्यक्ष श्रीमती कुसुम लता गुप्ता (रेशमा) ने किया। यह यात्रा कुंभ नगरी तक जाती हुई महिलाओं को शक्ति समागम में शामिल होने का अवसर प्रदान करेगी, जहां वे अपनी आवाज़ को समाज और राष्ट्र के लिए प्रभावशाली तरीके से उठा सकेंगी।

ज्वलंत मुद्दों पर चर्चा
समागम के दौरान समाज के लिए महत्वपूर्ण और ज्वलंत मुद्दों पर चर्चा होगी, जिनमें खासकर लव जिहाद जैसे संवेदनशील मुद्दे पर बात की जाएगी, जिसके शिकार खासकर हमारी बहनें और बेटियां हो रही हैं। इन मुद्दों पर विचार करने के साथ-साथ यह भी तय किया जाएगा कि महिलाओं की सुरक्षा कैसे सुनिश्चित की जा सकती है। इसके साथ ही बच्चों को संस्कारित कैसे बनाया जाए, इस विषय पर भी चर्चा की जाएगी ताकि आने वाली पीढ़ी को सही दिशा मिल सके।

आध्यात्मिकता और समाज सेवा का संगम
यह समागम न केवल धार्मिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण है, बल्कि यह महिलाओं के अधिकारों और उनके सम्मान के लिए भी एक बड़ा कदम साबित हो सकता है। विश्व हिंदू परिषद का यह आयोजन न सिर्फ महिलाओं को एकजुट करने का कार्य करेगा, बल्कि समाज में बदलाव लाने की दिशा में भी अहम भूमिका निभाएगा। हरदोई से शुरू हुई यह यात्रा समाज में सकारात्मक परिवर्तन लाने के लिए एक शक्तिशाली कदम साबित हो सकती है।

महाकुंभ में यह शक्ति समागम, न केवल महिलाओं के अधिकारों पर ध्यान केंद्रित करेगा, बल्कि राष्ट्रवादी मुद्दों पर भी चर्चा करेगा, जिससे समाज में एक नई जागरूकता पैदा हो सके। 

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