यूपी में स्थापित होगा अत्याधुनिक ड्रोन परीक्षण केंद्र : 2030 तक 13 अरब डॉलर का आंकड़ा पार करेगा भारतीय बाजार

UPT | Hi-tech drone

Jul 23, 2024 08:37

60 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाले इस केंद्र में, केंद्र सरकार 45 करोड़ रुपये का योगदान देगी। हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (एचएएल) इस परियोजना का नेतृत्व...

Short Highlights
  • यूपी में अत्याधुनिक ड्रोन एवं मानवरहित विमान परीक्षण केंद्र स्थापित किया जा रहा है
  • यह केंद्र 60 करोड़ रुपये की लागत से बनेगा
  • केंद्र का नाम यूएएस टेस्टिंग फाउंडेशन रखा गया है

 

Lucknow News : उत्तर प्रदेश में एक नया और अत्याधुनिक ड्रोन एवं मानवरहित विमान (यूएएस) परीक्षण केंद्र स्थापित किया जा रहा है। यह केंद्र न केवल भारतीय सेना को नई शक्ति प्रदान करेगा, बल्कि देश को ड्रोन प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में अग्रणी बनाने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। 60 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाले इस केंद्र में, केंद्र सरकार 45 करोड़ रुपये का योगदान देगी। हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (एचएएल) इस परियोजना का नेतृत्व करेगा, जबकि अन्य प्रमुख संस्थान जैसे भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड, यंत्र इंडिया लिमिटेड और आईआईटी कानपुर भी इसमें महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे।

यूएएस टेस्टिंग फाउंडेशन 
इस केंद्र का नाम यूएएस टेस्टिंग फाउंडेशन रखा गया है। यहां विकसित किए जाने वाले ड्रोन में सुसाइडल ड्रोन, लंबी दूरी तय करने वाले ड्रोन और उच्च ऊंचाई से निगरानी करने वाले ड्रोन शामिल होंगे। ये ड्रोन न केवल उच्च तकनीकी क्षमताओं से लैस होंगे, बल्कि मैकेनिकल और इलेक्ट्रिक हमलों से भी सुरक्षित रहेंगे। इनकी क्षमता इतनी उन्नत होगी कि ये 3000 किलोग्राम तक के हथियार ले जाने में सक्षम होंगे और एक बार ईंधन भरने के बाद 40 घंटे तक उड़ान भर सकेंगे।

बाजार के 13 अरब डॉलर तक पहुंचने का अनुमान
वैश्विक स्तर पर ड्रोन बाजार तेजी से विकसित हो रहा है। वर्तमान में लगभग 14 अरब डॉलर का यह बाजार 2032 तक 54 अरब डॉलर तक पहुंचने का अनुमान है। भारत में भी ड्रोन प्रौद्योगिकी का भविष्य उज्ज्वल दिखाई दे रहा है, जहां 2030 तक इसका बाजार 13 अरब डॉलर तक पहुंचने की संभावना है। इजरायल और अमेरिका के बाद भारत इस क्षेत्र में तेजी से प्रगति कर रहा है।

देश को मिलेगा आर्थिक और रणनिीतिक लाभ
यह परियोजना न केवल भारत की रक्षा क्षमताओं को बढ़ाएगी, बल्कि प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में देश की स्थिति को भी मजबूत करेगी। यूएएस टेस्टिंग फाउंडेशन की स्थापना से उत्तर प्रदेश ड्रोन प्रौद्योगिकी का एक प्रमुख केंद्र बन जाएगा, जो न केवल राज्य के लिए, बल्कि पूरे देश के लिए आर्थिक और रणनीतिक लाभ लाएगा।

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