यूपी रोडवेज में 10,000 नए परिचालकों की होगी भर्ती : परिवहन मंत्री ने दिए निर्देश, सेवा सुधार और आर्थिक नुकसान रोकने पर जोर

UPT | Roadways Bus

Jul 26, 2024 12:21

यूपी रोडवेज में 10,000 नए परिचालकों की भर्ती करने का निर्देश दिया। यह निर्णय परिवहन निगम के सभागार में आयोजित एक समीक्षा बैठक के दौरान लिया गया, जिसमें वरिष्ठ अधिकारी...

Short Highlights
  • उत्तर प्रदेश के परिवहन राज्यमंत्री ने महत्वपूर्ण घोषणा की
  • यूपी रोडवेज में 10,000 नए परिचालकों की भर्ती का निर्देश 
  • बसों की मरम्मत, यात्री सुविधाओं और सेवा की गुणवत्ता पर विशेष ध्यान 
Lucknow News : उत्तर प्रदेश के परिवहन राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) दयाशंकर सिंह ने गुरुवार को एक महत्वपूर्ण घोषणा की। उन्होंने यूपी रोडवेज में 10,000 नए परिचालकों की भर्ती करने का निर्देश दिया। यह निर्णय परिवहन निगम के सभागार में आयोजित एक समीक्षा बैठक के दौरान लिया गया, जिसमें वरिष्ठ अधिकारी और सभी क्षेत्रीय प्रबंधक शामिल थे। मंत्री ने कहा कि परिचालकों की कमी के कारण बहुत सी बसें ऑफ-रूट हो रही हैं, जिससे निगम को आर्थिक नुकसान हो रहा है। उन्होंने तकनीकी कर्मचारियों की कमी को भी दूर करने के निर्देश दिए।

ऑनलाइन बुकिंग व्यवस्था होगी बेहतर
बैठक में परिवहन मंत्री ने बसों की मरम्मत, यात्री सुविधाओं और सेवा की गुणवत्ता पर विशेष ध्यान दिया। उन्होंने निर्देश दिया कि बसों की छत से पानी टपकने की समस्या को दूर किया जाए, सीटें और शीशे अच्छी स्थिति में रखे जाएं। साथ ही, ऑनलाइन बुकिंग व्यवस्था को बेहतर बनाने, चालकों और परिचालकों के लिए वर्दी और नेम प्लेट अनिवार्य करने तथा बस स्टेशनों और डिपो पर शिकायत दर्ज कराने के लिए हेल्पलाइन नंबर की व्यवस्था करने के निर्देश दिए गए।

टिकट और डीजल चोरी पर रोकथाम 
परिवहन मंत्री ने बसों के लोड फैक्टर, ईंधन की खपत और आय की भी समीक्षा की। उन्होंने उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश की बसों के बीच पार्किंग शुल्क में अंतर को समाप्त करने का निर्देश दिया, क्योंकि वर्तमान में उत्तराखंड 550 रुपये और उत्तर प्रदेश केवल 220 रुपये पार्किंग शुल्क लेता है। टिकट और डीजल चोरी रोकने के लिए कैमरों द्वारा निगरानी बढ़ाने के निर्देश भी दिए गए। साथ ही, अनुबंधित ढाबों पर स्वच्छता और शौचालय की व्यवस्था सुनिश्चित करने को कहा गया।

खराब प्रदर्शन करने वालों को चेतावनी
बैठक में कुछ क्षेत्रीय प्रबंधकों की प्रशंसा की गई, जबकि कुछ को खराब प्रदर्शन के लिए चेतावनी दी गई। नोएडा, गाजियाबाद, चित्रकूट और बरेली के प्रबंधकों को बेहतर कार्य के लिए बधाई दी गई, जबकि मेरठ, मुरादाबाद और वाराणसी के प्रबंधकों को खराब प्रदर्शन पर चेतावनी मिली। अलीगढ़, आजमगढ़, झांसी, मेरठ और देवीपाटन के प्रबंधकों को अनुपयोगी बसों की संख्या अधिक होने पर चेतावनी दी गई है। मंत्री ने खराब प्रदर्शन करने वाले अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई करने के भी निर्देश दिए।

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