पीडियाट्रिक सर्जरी विभाग के अध्यक्ष प्रो. जेडी रावत के अनुसार, ऐसी जटिल स्थिति में सर्जरी करना एक बड़ा चुनौतीपूर्ण कार्य था। उन्होंने बताया कि सांस की नली और आहार नाल को अलग करने के लिए पसलियों को काटकर ऑपरेशन करना पड़ा। यह प्रक्रिया बहुत सावधानी से की गई क्योंकि इतने छोटे बच्चे की सर्जरी में कई प्रकार की जटिलताएं हो सकती हैं।