Sitapur News : पीएम आवास की रकम से 32 हजार ले गए प्रधान और सचिव, खुले में रह रहा लाभार्थी...

UPT | पीएम आवास मिलने के बाद भी लाभार्थी परिवार संग खुले में रहने को मजबूर हैं।

Nov 11, 2024 11:43

भारत सरकार प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत शहरी एवं ग्रामीण अंचलों में गरीबों को निशुल्क आवास मुहैया करा रही है। लेकिन, ग्रामीण अंचलों में ग्राम प्रधानों और सेक्रेटरी द्वारा अत्यधिक अवैध वसूली के चलते गरीबों के आवास...

Short Highlights
  • लाभार्थी सुनीता बताती हैं कि आवास बनाने के लिए पूरा पैसा मिल चुका है।
  • जो पैसे मिले थे, उसमें से 32 हजार ग्राम प्रधान और सचिव ले गए।
  • पैसे कम पड़ने से नहीं पड़ी मकान की छत, खुले में रहने को मजबूर।
Lakhimpur Kheri News : भारत सरकार प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत शहरी एवं ग्रामीण अंचलों में गरीबों को निशुल्क आवास मुहैया करा रही है। लेकिन, ग्रामीण अंचलों में ग्राम प्रधानों और सेक्रेटरी द्वारा अत्यधिक अवैध वसूली के चलते गरीबों के आवास अधूरे बने हैं और खुले आसमान के नीचे रहने को मजबूर हैं। ऐसा ही एक मामला जनपद सीतापुर के थाना तंबौर क्षेत्र में सोहरिया ग्राम पंचायत के मजरा रानीपुरवा से आया है, जहां पर लाभार्थी को आवास योजना का लाभ तो मिला, लेकिन उसके बावजूद वह अपने परिवार संग तिरपाल डालकर खुले में रहने के लिए मजबूर है। 

क्या है पूरा मामला
लाभार्थी सुनीता बताती हैं कि आवास बनाने को लेकर पूरा पैसा मिल चुका है। लेकिन, पहले ही किश्त में ग्राम प्रधान द्वारा 20 हजार ले लिए गए और दूसरी किस्त में 10 हजार और ले लिए गए। दो हजार सेक्रेटरी ले गया। कुल एक लाख 40 हजार रुपये की रकम में 32 हज़ार रुपये वसूलने के बाद फिर प्रधान द्वारा ऊपर के अधिकारियों को देने के लिए पैसे मांगे जा रहे हैं। सुनीता बताती है कि 32,000 रुपये देने के बाद अब उनका आवास अधूरा पड़ा है। आवास पर छत नहीं पड़ पा रही है, जिसके चलते वे खुले में रहने को मजबूर हैं। 

ग्राम प्रधान पर कार्रवाई की मांग
पीड़ित सुनीता ने इस बाबत ब्लॉक के अधिकारियों से लेकर जिले के अधिकारियों तक शिकायत की है। इसके बावजूद जिम्मेदार कोई सुध नहीं ले रहे हैं। सुनीता ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से ऐसे भ्रष्ट ग्राम प्रधान व पंचायत सेक्रेटरी के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है।

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