विशेष कार्याधिकारी ने बताया कि सावन के सोमवार की मध्य रात्रि के बाद प्रातः काल भगवान शिव का 151 लीटर दूध से अभिषेक किया जाएगा, इस दुग्धाभिषेक से फलाहारी खीर बनाई जाती है। यह खीर श्रद्धालुओं में वितरित की जाती है। सावन में आमतौर पर श्रद्धालुओं का उपवास होता है, ऐसे में फलहारी खीर और फल आदि का वितरिण कर उनकी सेवा की जाती है।