गवर्नर-मुख्यमंत्री की सुरक्षा में तैनात कई पुलिसकर्मी फायरिंग टेस्ट में फेल : 102 को हटाने की कवायद शुरू

UPT | Governor Anandiben Patel-CM Yogi Adityanath

Aug 13, 2024 00:54

गवर्नर और मुख्यमंत्री की सुरक्षा में तैनात जवानों की फिटनेस को लेकर लगातार टेस्ट लिया जाता है। वीवीआईपी के प्रोटोकॉल को लेकर इसमें किसी प्रकार की लापरवाही नहीं बरती जाती है। ऐसे ही फायरिंग टेस्ट में कई पुलिसक​र्मी फेल हो गए थे।

Short Highlights
  • कमेटी ने वीआईपी सुरक्षा में बदलाव के लिए लिया था टेस्ट
  • फिटेनस और फायरिंग टेस्ट में सफल पुलिसकर्मियों को वीवीआईपी सुरक्षा में किया जाएगा तैनात
Lucknow News : गवर्नर आनंदीबेन पटेल और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सुरक्षा में तैनात 102 पुलिसकर्मियों को हटाने का निर्णय किया गया है। इनकी जगह नए वर्दीधारियों  की तैनाती की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। इनमें पीएसी, कमिश्नरेट, जिलों, एसडीआरएफ और विशेष सुरक्षा बल में तैनात आरक्षी एवं मुख्य आरक्षी को कड़े टेस्ट के बाद चयनित किया गया है। अब इन सभी को जल्द ही नई तैनाती दी जा रही है। 

वीवीआईपी सुरक्षा को लेकर समय-समय पर होती है जांच
गवर्नर और मुख्यमंत्री की सुरक्षा में तैनात जवानों की फिटनेस को लेकर लगातार टेस्ट लिया जाता है। वीवीआईपी के प्रोटोकॉल को लेकर इसमें किसी प्रकार की लापरवाही नहीं बरती जाती है। ऐसे ही फायरिंग टेस्ट में कई पुलिसक​र्मी फेल हो गए थे। इसके अलावा कई अन्य कारणों के आधार पर भी इन्हें वीवीआईपी सुरक्षा से हटाने का निर्णय किया गया है। सुरक्षा मुख्यालय ने बीते दिनों मुख्यमंत्री की सुरक्षा में 40 वर्ष से अधिक उम्र वाले पुलिसकर्मियों को तैनात नहीं करने का फैसला किया है।

टेस्ट में सफल होने वाले जवानों को मिलेगी नई तैनाती
जानकारी के मुताबिक सुरक्षा मुख्यालय में एसपी मुख्यमंत्री सुरक्षा की ओर से चयनित 102 पुलिसकर्मियों को जल्द तैनात करने के लिए संबंधित शाखाओं से उनका सेवा विवरण मांगा गया है। दरअसल सुरक्षा मुख्यालय की मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) के अनुरूप गठित कमेटी ने बीते दिनों वीवीआईपी सुरक्षा में बदलाव के लिए पीएसी सहित तमाम शाखाओं के मुख्य आरक्षियों और आरक्षियों की ओर से किए आवेदन के बाद उनका फिटनेस और फायरिंग टेस्ट लिया था। इसमें सफल होने के बाद ही उन्हें चयनित किया गया है। 

दोबारा टेस्ट में नहीं पहुंचे कई पुलिसकर्मी
इससे पहले वीवीआईपी सुरक्षा में लंबे समय से तैनात पुलिसकर्मियों का फायरिंग और फिटनेस टेस्ट किया गया था। इसमें बड़ी संख्या में सुरक्षाकर्मी फायरिंग टेस्ट में सफल नहीं हो पाए थे। यहां तक की दोबारा परीक्षा देने के लिए बुलाने पर भी कई पुलिसक​र्मी नहीं पहुंचे, ताकि वह अपनी वर्तमान तैनाती की जगह बरकरार रहे। दरअसल वीवीआईपी सुरक्षा में तैनात पुलिसकर्मियों को 12500 अतिरिक्त भत्ता मिलता है। हाल ही में इसे बढ़ाकर 25 हजार रुपए कर दिया गया है। इसी वजह से वर्षों से वीवीआईपी सुरक्षा में तैनात पुलिसकर्मी हटना नहीं चाहते हैं। लेकिन, सुरक्षा मुख्यायल के कड़े रवैये के बाद उन्हें हटाया जा रहा है।

यहां से चयनित किए गए 102 पुलिसकर्मी
बताया जा रहा है कि पीएसी, कमिश्नरेट, जिलों, एसडीआरएफ और विशेष सुरक्षा बल से 102 पुलिसकर्मियों को चयनित किया गया है। इन सभी को वीवीआईपी सुरक्षा में तैनात करने की कवायद शुरू कर दी है। गवर्नर और मुख्यमंत्री के अलावा कई अन्य वीवीआईपी की सुरक्षा में तैनात पुलिसकर्मी भी जल्द हटाए जाएंगे।

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