केजीएमयू-एसजीपीजीआई में रेजिडेंट डॉक्टरों का प्रदर्शन : भूख हड़ताल का एलान, अस्पतालों में भटक रहे मरीज

UPT | लखनऊ में रेजिडेंट डॉक्टरों का प्रदर्शन

Oct 15, 2024 14:00

लखनऊ में रेजिडेंट डॉक्टरों का विरोध-प्रदर्शन एक बार फिर जोर पकड़ रहा है। सोमवार को केजीएमयू में कोलकाता में महिला रेजिडेंट डॉक्टर के साथ हुई घटना को लेकर प्रदर्शन की शुरुआत हुई थी और मंगलवार को विरोध और तेज होता दिखाई दे रहा है।

Lucknow News : राजधानी में रेजिडेंट डॉक्टरों का विरोध-प्रदर्शन एक बार फिर जोर पकड़ रहा है। केजीएमयू में कोलकाता में महिला रेजिडेंट डॉक्टर के साथ हुई घटना को लेकर प्रदर्शन की शुरुआत हुई थी और मंगलवार को विरोध और तेज होता दिखाई दे रहा है। डॉक्टर एक बार फिर हड़ताल पर उतर रहे है, जिससे मरीजों के इलाज में बाधा आ रही है। इससे पहले कोलकाता की एक घटना के दौरान भी रेजिडेंट डॉक्टरों ने हड़ताल की थी, जिसमें मरीजों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा था, और कई सर्जरी स्थगित करनी पड़ी थीं।

ओपीडी सेवाओं पर पड़ेगा असर
एसजीपीजीआई के रेजिडेंट डॉक्टर एसोसिएशन के प्रभारी डॉ. अंशुमान सिंह ने बताया की आज से सभी रेजिडेंट डॉक्टर गैर-आपातकालीन सेवाओं का बहिष्कार करेंगे। हालांकि, आपातकालीन और अनिवार्य सेवाएं जारी रहेंगी, लेकिन ओपीडी में रेजिडेंट डॉक्टर उपलब्ध नहीं होंगे, वहां फैकल्टी इलाज करेंगे।



भूख हड़ताल की शुरुआत
फेडरेशन ऑफ इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के महासचिव और केजीएमयू रेजिडेंट डॉक्टर एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ. दिव्यांश सिंह ने बताया कि कोलकाता की घटना के बाद से देश भर में डॉक्टरों का विरोध जारी है। चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया की अपील के बाद डॉक्टरों ने काम पर वापसी की थी, लेकिन अब भी स्थिति में कोई सुधार नहीं हुआ है। इसी कारण से डॉक्टर भूख हड़ताल पर जाने का फैसला कर रहे हैं, जो तब तक जारी रहेगी जब तक उन्हें न्याय नहीं मिलता।

रेजिडेंट डॉक्टरों ने कामकाज किया बंद  
किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी( केजीएमयू) में रेजिडेंट डॉक्टर एसोसिएशन के सदस्यों ने सोमवार को कोलकाता में हुई घटना के विरोध में प्रदर्शन शुरु किया था। यह घटना एक महिला रेजिडेंट डॉक्टर के साथ हुए अन्याय से जुड़ी थी, जिसके खिलाफ डॉक्टरों ने न्याय की मांग कर रहे है। प्रदर्शन के दौरान डॉक्टरों ने परिसर में विरोध मार्च निकाला और शाहूजी महाराज गेट के पास धरने पर बैठ गए थे जिसके कारण ओपीडी का कामकाज ठप हो गया था, मरीजों और अस्पताल के कामकाज में अफरा-तफरी मच गई थी। इस विरोध प्रदर्शन में बड़ी संख्या में महिला और पुरुष रेजिडेंट डॉक्टरों ने भाग लिया था।

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