Raebareli News : अमेठी हत्याकांड, स्वामी प्रसाद मौर्य ने स्थानीय विधायक को कहा संवेदनहीन, जानें क्यों...

UPT | पीड़ित पक्ष से बात करते हुए स्वामी प्रसाद मौर्य।

Oct 05, 2024 16:13

मृतक शिक्षक और उनके परिजनों के दाह संस्कार के समय राष्ट्रीय शोषित समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष स्वामी प्रसाद मौर्य भी पहुंचे। उन्होंने पुलिस पर आरोप लगाते हुए स्थानीय विधायक मनोज कुमार पांडे को संवेदनहीन करार...

Raebareli News : मृतक शिक्षक और उनके परिजनों के दाह संस्कार के समय राष्ट्रीय शोषित समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष स्वामी प्रसाद मौर्य भी पहुंचे। उन्होंने पुलिस पर आरोप लगाते हुए स्थानीय विधायक मनोज कुमार पांडे को संवेदनहीन करार दिया। कहा कि जिस समय मृतक के पिता को घाट पर दाह संस्कार के लिए उपस्थित होना चाहिए था, उस समय स्थानीय विधायक उनको लेकर मुख्यमंत्री से मिलने चले गए। जबकि मुख्यमंत्री के संज्ञान में मामला पहले से था। उन्होंने शोक संवेदना भी सबसे पहले व्यक्त की। स्वामी प्रसाद मौर्य ने मृतक परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी और 40 लाख रुपये देने की मांग की। 

पुलिस भी कम दोषी नहीं
स्वामी प्रसाद मौर्य मृतक शिक्षक, उनकी पत्नी और बच्चों के दाह संस्कार के समय मौके पर पहुंचे। उन्होंने बताया कि मृतक शिक्षक के साले से मुलाकात हुई, जिसमें उन्होंने बताया कि आरोपी चंदन वर्मा उसके बहन बहनोई को काफी पहले से परेशान कर रहा था। जिसकी शिकायत अमेठी और रायबरेली पुलिस से कई बार की जा चुकी है। कई मुकदमे भी दर्ज किए गए हैं। लेकिन, पुलिस ने उस पर कोई कठोर कार्रवाई नहीं की, जिसका परिणाम एक ही परिवार के चार लोगों की हत्या है। स्वामी प्रसाद मौर्य ने पुलिस पर आरोप लगाते हुए कहा कि पुलिस पूरी तरह दोषी है। यदि पुलिस ने समय रहते कठोर कार्रवाई की होती तो इस तरह की घटना ना होती। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश की पुलिस पूरी तरह निरंकुश हो चुकी है।

एक सदस्य को नौकरी और 40 लाख दे सरकार 
स्वामी प्रसाद मौर्य ने स्थानीय विधायक मनोज कुमार पांडे को संवेदनहीन करार देते हुए कहा यहां के स्थानीय विधायक मृतक के पिता को मुख्यमंत्री से मिलाने के लिए रफू चक्कर हो गए। जिसके परिवार के चार-चार सदस्यों की हत्या हो गई हो, उसको दाह संस्कार के समय उसके साथ होना चाहिए था। लेकिन, स्थानीय विधायक संवेदनहीनता की पराकाष्ठा पार करते हुए उन्हें मुख्यमंत्री से मिलाने लेकर चले गए। एक तो उनके परिवार के चार सदस्य नहीं रहे और दूसरा बड़ा अन्याय उनके अंतिम समय में जब साथ होना चाहिए था, तब स्थानीय विधायक उन्हें लेकर चले गए। मुख्यमंत्री के संज्ञान में यह मामला पहले से ही था। उन्होंने सबसे पहले ट्वीट करके संवेदना व्यक्त की थी। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने भी मृतक के परिवार के साथ अन्याय किया है। उनको सबसे पहले उसके परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी और 40 लाख रुपये देने की घोषणा करनी चाहिए थी। मैं मांग करता हूं कि मुख्यमंत्री एक सदस्य को नौकरी और 40 लाख रुपये परिजनों को दें। 

चंदन वर्मा बड़ा अपराधी
स्वामी ने आरोपी चंदन वर्मा पर एक बड़ा अपराधी होने का आरोप लगाया और कहा कि उसका बड़ा आपराधिक इतिहास है। उसके साथ एक बड़ी गोल है, जो अपराध करती है।  पुलिस तह तक नहीं जा पा रही है। उनके गोल के अन्य सदस्यों पर भी कठोरतम कार्रवाई की जानी चाहिए, जिससे दोबारा इस तरह की घटना ना हो। 

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