पाठ्यक्रम के साथ रचनात्मक-प्रेरणादायक किताबें भी पढ़ें : सीएम योगी ने बच्चों से की अपील, गोमती पुस्तक महोत्सव का किया शुभारंभ

UPT | मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ गोमती पुस्तक महोत्सव के दौरान

Nov 09, 2024 12:47

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बच्चों को संबोधित करते हुए कहा कि सिर्फ पाठ्यक्रम की पुस्तकों तक सीमित न रहें, बल्कि अन्य रचनात्मक और प्रेरणादायक किताबें भी पढ़ें। उन्होंने सभी बच्चों से मेले में एक-एक पुस्तक खरीदने का अनुरोध किया, जिससे उनमें पुस्तक पढ़ने की आदत विकसित हो सके।

Short Highlights
  • मुख्यमंत्री का प्रदेश में सभी 18 मंडलों में पुस्तक मेले आयोजित करने पर जोर
  • मुख्यमंत्री बोले- टेक्नोलॉजी के दास न बनें, पुस्तकों की ओर लौटें 
Lucknow News : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लखनऊ के गोमती रिवर फ्रंट पार्क में आयोजित गोमती पुस्तक महोत्सव का शुभारंभ किया। यह महोत्सव नेशनल बुक ट्रस्ट और लखनऊ विकास प्राधिकरण के संयुक्त प्रयास से आयोजित किया गया है, जो 9 से 17 नवंबर तक चलेगा। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने बच्चों से पाठ्यक्रम के साथ-साथ रचनात्मक और ज्ञानवर्धक पुस्तकों को पढ़ने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि यह महोत्सव पुस्तक प्रेमियों के लिए एक अनोखा अवसर है, जो ज्ञान के प्रति उनकी रुचि को और बढ़ावा देगा।

बच्चों के लिए विशेष संदेश
मुख्यमंत्री ने बच्चों को संबोधित करते हुए कहा कि सिर्फ पाठ्यक्रम की पुस्तकों तक सीमित न रहें, बल्कि अन्य रचनात्मक और प्रेरणादायक किताबें भी पढ़ें। उन्होंने सभी बच्चों से मेले में एक-एक पुस्तक खरीदने का अनुरोध किया, जिससे उनमें पुस्तक पढ़ने की आदत विकसित हो सके।



डिजिटल युग की चुनौतियां
मुख्यमंत्री ने डिजिटल युग में पुस्तकों की प्रासंगिकता पर जोर दिया। उन्होंने बताया कि आजकल युवा अपने 24 घंटों में से लगभग 6 घंटे डिजिटल डिवाइस पर व्यतीत कर रहे हैं। उन्होंने इसे चिंता का विषय बताया और कहा कि तकनीक का उपयोग आवश्यक है, लेकिन उसकी दासता से बचना भी उतना ही महत्वपूर्ण है। तकनीक का सही उपयोग हमें समाज के लिए लाभकारी हो सकता है।

भारत की प्राचीन ज्ञान परंपरा
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भारत की प्राचीन ज्ञान परंपरा का उल्लेख किया और कहा कि भारत की श्रुति परंपरा ज्ञान के प्रति सम्मान का प्रतीक है। नैमिषारण्य जैसे पवित्र स्थानों पर ऋषियों ने ज्ञान को संरक्षित किया, जिससे यह स्थान एक तीर्थस्थल बन गया। उन्होंने महर्षि वाल्मीकि और तुलसीदास जैसे महान कवियों का जिक्र किया और कहा कि हमें इनकी रचनाओं से प्रेरणा लेनी चाहिए।

सभी मंडलों में पुस्तक मेलों की अपील
मुख्यमंत्री ने नेशनल बुक ट्रस्ट की इस पहल की सराहना करते हुए सुझाव दिया कि उत्तर प्रदेश के सभी 18 मंडलों में पुस्तक मेलों का आयोजन होना चाहिए। इससे समाज के सभी वर्गों में पुस्तकों के प्रति रुचि बढ़ेगी और शिक्षा का प्रसार होगा। उन्होंने कहा कि पुस्तकें हमारी सोच और दृष्टिकोण को विस्तारित करती हैं और हमें समाज के प्रति जागरूक बनाती हैं।

पुस्तक प्रेमियों का संगम
गोमती पुस्तक महोत्सव के इस तृतीय संस्करण में विभिन्न लेखक, समाज के सुधिजन और पुस्तक प्रेमी उपस्थित रहे। नेशनल बुक ट्रस्ट के अध्यक्ष प्रो. मिलन मराठी, डायरेक्टर कर्नल युवराज मलिक, और प्रदेश सरकार के सलाहकार अवनीश अवस्थी सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति भी इस कार्यक्रम में शामिल हुए। मुख्यमंत्री ने मेले के बुक स्टॉलों पर जाकर पुस्तकों का अवलोकन किया और आयोजकों को इस अभिनव प्रयास के लिए शुभकामनाएं दीं।
 

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