UP News : नौ जिलों की सड़कें गुणवत्ता में फेल, सीएम योगी की सख्ती के बाद अब निर्माण की होगी नियमित जांच

UPT | सड़कों की गुणवत्ता में खामियां

Dec 08, 2024 12:04

लैब रिपोर्ट के अनुसार, सड़कों के निर्माण में इस्तेमाल किए गए सामग्री जैसे तारकोल और इमल्शन मानकों के अनुरूप नहीं थे। साथ ही, बजरी की गुणवत्ता में भी गड़बड़ी मिली। यह दर्शाता है कि निर्माण प्रक्रिया में तय मानकों का पालन नहीं किया गया।

Lucknow News: प्रदेश के नौ जनपदों की सड़कों की गुणवत्ता पर सवाल खड़े हो गए हैं। पीडब्ल्यूडी मुख्यालय के भेजे गए 36 सड़कों के नमूने लैब जांच में फेल पाए गए हैं। जांच में सामने आया कि सड़कों के निर्माण में इस्तेमाल होने वाले तारकोल और इमल्शन मानकों पर खरे नहीं उतरे। इसके साथ ही बजरी के इस्तेमाल में भी गड़बड़ी का खुलासा हुआ।

मुख्यमंत्री के निर्देश पर जांच अभियान
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बीते माह समीक्षा बैठक में सड़कों की गुणवत्ता की जांच के आदेश दिए थे। इसके तहत पहले चरण में हरदोई, कानपुर नगर, प्रतापगढ़, मुजफ्फरनगर, आजमगढ़, बलरामपुर, बदायूं, जालौन, बस्ती और गाजीपुर जनपदों से नमूने लिए गए। इन नमूनों की जांच लखनऊ स्थित लैब में की गई, जिसमें अधिकांश सड़कों की गुणवत्ता मानकों पर खरी नहीं पाई गई।



हरदोई में पहले भी हुई कार्रवाई
हरदोई जिले में सड़कों की गुणवत्ता खराब पाए जाने पर 16 अभियंताओं को निलंबित किया जा चुका है। यह कार्रवाई सख्ती से की गई, ताकि सड़क निर्माण में हो रही अनियमितताओं पर रोक लगाई जा सके। अब अन्य जनपदों की रिपोर्ट आने के बाद संबंधित अभियंताओं के खिलाफ कार्रवाई की तैयारी हो रही है।

लैब जांच में खामियां आईं सामने
लैब रिपोर्ट के अनुसार, सड़कों के निर्माण में इस्तेमाल किए गए सामग्री जैसे तारकोल और इमल्शन मानकों के अनुरूप नहीं थे। साथ ही, बजरी की गुणवत्ता में भी गड़बड़ी मिली। यह दर्शाता है कि निर्माण प्रक्रिया में तय मानकों का पालन नहीं किया गया। प्रदेश सरकार ने अब पूरे प्रदेश में नवनिर्मित सड़कों की नियमित जांच कराने का निर्णय किया है। सभी जनपदों में सड़कों के नमूने समय-समय पर लिए जाएंगे और उच्चस्तरीय परीक्षण कराया जाएगा। इससे सड़क निर्माण में पारदर्शिता और गुणवत्ता सुनिश्चित की जा सकेगी।

जिम्मेदारों पर गिरेगी गाज
पीडब्ल्यूडी मुख्यालय ने जांच रिपोर्ट शासन को सौंप दी है। रिपोर्ट के आधार पर संबंधित अभियंताओं के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। दोषी अधिकारियों पर न केवल निलंबन बल्कि आगे की जांच भी सुनिश्चित की जाएगी। प्रदेश सरकार अब सड़क निर्माण कार्यों में सख्ती बरत रही है। यह कदम प्रदेश की सड़कों को टिकाऊ और बेहतर बनाने के उद्देश्य से उठाया गया है। मुख्यमंत्री ने सभी जिलाधिकारियों और मुख्य अभियंताओं को सड़क निर्माण में गुणवत्ता बनाए रखने के स्पष्ट निर्देश दिए हैं। बताया जा रहा है कि हरदोई और उन्नाव जिलों की कुछ और सड़कों के नमूने भी लखनऊ लैब में जांच के लिए भेजे गए हैं। 
 

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