संभल बवाल : हाईकोर्ट के सिटिंग जज से जांच की मांग, पूर्व आईपीएस अफसर बोले- दिया जाए एक-एक करोड़ रुपये मुआवजा

UPT | संभल बवाल-अमिताभ ठाकुर

Nov 24, 2024 20:08

अमिताभ ठाकुर ने पत्र में बताया कि आजाद अधिकार सेना के जिला अध्यक्ष सरोश अहमद ने घटनास्थल के बारे में जानकारी दी है। सरोश के अनुसार, इस घटना में तीन लोगों की मौत हुई है। इसके अलावा, दो महिलाएं भी थाना कोतवाली ले जाई गई थीं। यह घटना पुलिस की तानाशाही और असंवेदनशीलता का परिणाम बताई जा रही है।

Lucknow News : संभल जिले में जामा मस्जिद के दोबारा सर्वे के दौरान रविवार को बवाल को लेकर सियासत तेज हो गई है। विपक्षी दल इस मुद्दे पर सरकार को घेरने में जुटे हैं। सरकार की मंशा पर सवाल उठाए जा रहे हैं। इस बीच इस कांड की जांच हाईकोर्ट के सिटिंग जज से कराने की मांग की गई है। आजाद अधिकार सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व आईपीएस अफसर अमिताभ ठाकुर ने इसे लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखा है। 

तीन लोगों की मौत, मुआवजे की मांग
संभल जिले में जामा मस्जिद के सर्वे के दौरान भड़की हिंसा में तीनों लोगों की मौत हो गई। इनके नाम 42 वर्षीय रूमान खान, 30 वर्षीय बिलाल और 25 वर्षीय नईम (25) बताए जा रहे हैं। हिंसा के दौरान संभल के उपजिलाधिकारी घायल हो गए हैं। वहीं पुलिस सीओ अनुज चौधरी और पुलिस अधीक्षक के पीआरओ के पैर में गोली लगी है। इनके अलावा 24 अधिक पुलिसकर्मी घायल हो गए हैं। आजाद अधिकार सेना के अध्यक्ष अमिताभ ठाकुर ने इस घटना को लेकर सवाल खड़े किए हैं। उन्होंने मृतकों के परिवारों को एक-एक करोड़ रुपये मुआवजा देने की भी अपील की है।



पुलिस पर तानाशाह आचरण का आरोप
अमिताभ ठाकुर ने पत्र में बताया कि आजाद अधिकार सेना के जिला अध्यक्ष सरोश अहमद ने घटनास्थल के बारे में जानकारी दी है। सरोश के अनुसार, इस घटना में तीन लोगों की मौत हुई है। इसके अलावा, दो महिलाएं भी थाना कोतवाली ले जाई गई थीं। यह घटना पुलिस की तानाशाही और असंवेदनशीलता का परिणाम बताई जा रही है।

सच सामने लाने को निष्पक्ष जांच जरूरी
अमिताभ ठाकुर ने अपनी मांग में यह भी कहा कि यह घटना पुलिस के किए तानाशाहीपूर्ण कार्यों के कारण घटी है। उन्होंने आरोप लगाया कि पुलिसकर्मियों का आचरण पूरी तरह से अत्याचारपूर्ण था, जिसकी वजह से लोगों की जान चली गई। उन्होंने कहा कि इस मामले की निष्पक्ष जांच होना जरूरी है, ताकि सच पूरी तरह सामने आ सके।

मजिस्ट्रेटियल जांच के आदेश
उधर शासन स्तर पर इस मामले में स्थिति नियंत्रण में बताई जा रही है। इस मामले में जिलाधिकारी मजिस्ट्रेटियल जांच करेंगे। इसमें यह पता किया जाएगा कि इतने लोग वहां अचानक कैसे पहुंचे। आलाधिकारियों के मुताबिक इस घटना को देखकर लग रहा है कि कुछ लोगों ने संभल शहर को आग में झोंकने की कोशिश की है। जामा मस्जिद के पास ढेर सारी गलियां हैं और इन सभी गलियों से लोग वहां पहुंच रहे थे। अधिकारियों के अनुसार, अराजक तत्वों के तीन समूह थे और वह तीन तरफ से आए थे। पुलिस भीड़ को हटा रही थी, इसी दौरान फायरिंग और पथराव होने से अधिकारी और पुलिसकर्मी जख्मी हुए। 

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