Lucknow News : एसजीपीजीआई खरीदेगा दो नए रोबोट, सर्जरी के लिए मरीजों का नहीं करना होगा लंबा इंतजार

UPT | SGPGI Lucknow

Nov 24, 2024 19:25

एसजीपीजीआई के निदेशक डॉ. आरके धीमन के मुताबिक नए रोबोट की खरीद को प्रदेश सरकार से मंजूरी मिल चुकी है। यह रोबोट पीजीआई में मरीजों के इलाज में और सुधार लाएंगे। वर्तमान में, संस्थान में रोबोटिक सर्जरी के लिए एक ऑपरेशन थियेटर पूरी तरह से तैयार हो चुका है। इन नए रोबोटों के आने से सर्जरी में और भी सुधार होगा।

Lucknow News : संजय गांधी स्नातकोत्तर आयुर्विज्ञान संस्थान (एसजीपीजीआई) ने नए साल में अपने अस्पताल में दो नए रोबोट खरीदने का फैसला किया है। यह कदम रोबोटिक सर्जरी के संचालन में वेटिंग टाइम को कम करने और रोगियों को बेहतर उपचार प्रदान करने की दिशा में उठाया गया है। इस फैसले से एसजीपीजीआई में रोबोटिक सर्जरी की गति तेज होगी, जिससे ज्यादा से ज्यादा रोगियों को इसका लाभ मिल सकेगा।

रोबोटिक सर्जरी का बढ़ रही मांग
हाल के वर्षों में, एसजीपीजीआई में रोबोटिक सर्जरी की मांग में काफी वृद्धि हुई है। थायराइड कैंसर, हार्ट और किडनी ट्रांसप्लांट, साथ ही बच्चों के जटिल ऑपरेशन जैसे मामलों में रोबोट से ऑपरेशन किए जा रहे हैं। यह तकनीक न केवल सटीक और सुरक्षित ऑपरेशन सुनिश्चित करती है, बल्कि रोगियों के लिए यह प्रक्रिया कम दर्दनाक और तेज भी है। इसके चलते पीजीआई में आने वाले रोगियों की संख्या में भी इजाफा हुआ है।



नए रोबोट की खरीद पर शासन की मंजूरी
एसजीपीजीआई के निदेशक डॉ. आरके धीमन के मुताबिक नए रोबोट की खरीद को प्रदेश सरकार से मंजूरी मिल चुकी है। यह रोबोट पीजीआई में मरीजों के इलाज में और सुधार लाएंगे। वर्तमान में, संस्थान में रोबोटिक सर्जरी के लिए एक ऑपरेशन थियेटर पूरी तरह से तैयार हो चुका है। इन नए रोबोटों के आने से सर्जरी में और भी सुधार होगा। डॉ. धीमन ने यह भी बताया कि उत्तर प्रदेश के सरकारी चिकित्सा संस्थानों में केवल एसजीपीजीआई में रोबोटिक सर्जरी की सुविधा उपलब्ध है और इसे 2019 में शुरू किया गया था।

एसजीपीजीआई में अब तक की 1200 से अधिक रोबोटिक सर्जरी 
एसजीपीजीआई में अब तक 1200 से अधिक रोबोटिक सर्जरी की जा चुकी हैं, जिनमें दिल, थायराइड ट्यूमर, पेट के ट्यूमर, बाइपास सर्जरी, गांठ, प्रोस्टेट, गुर्दा और गॉल ब्लेडर की पथरी जैसी जटिल सर्जरी शामिल हैं। इन ऑपरेशनों में एक प्रमुख फायदा यह है कि बड़ी चीरे की आवश्यकता नहीं पड़ती, जिससे रोगी को कम दर्द और कम समय में स्वस्थ होने का अवसर मिलता है। साथ ही, संक्रमण का खतरा भी बहुत कम हो जाता है, जो पारंपरिक सर्जरी की तुलना में एक महत्वपूर्ण लाभ है।

रोबोटिक सर्जरी के लिए बढ़ा दबाव
एसजीपीजीआई में वर्तमान में केवल एक ही रोबोट है, जिसके कारण विभिन्न विभागों के मरीजों की सर्जरी में देरी हो रही है। पांच विभागों के मरीजों के ऑपरेशन इस एक रोबोट से किए जा रहे हैं, जिससे सप्ताह में एक दिन केवल एक विभाग के लिए ऑपरेशन थियेटर उपलब्ध होता है। इस स्थिति में, एक दिन में केवल दो से तीन ऑपरेशन ही हो पाते हैं, जो पूरी मांग को पूरा करने के लिए अपर्याप्त हैं। नए रोबोट के आगमन से इस समस्या का समाधान होगा और मरीजों को सर्जरी की सेवाएं अधिक तेजी से मिल सकेंगी।

रोबोट से ऑपरेशन करने वाले प्रमुख विभाग
एसजीपीजीआई के विभिन्न विभागों में रोबोटिक सर्जरी का उपयोग किया जा रहा है। इनमें गैस्ट्रो सर्जरी, कार्डियोथोरेसिक और वैस्कुलर सर्जरी (सीवीटीएस), इंडोक्राइन सर्जरी, यूरोलॉजी विभाग और पीडियाट्रिक सर्जरी विभाग प्रमुख हैं। इन सभी विभागों के डॉक्टर अब रोबोट का उपयोग करके सर्जरी कर रहे हैं, जिससे मरीजों को सटीक और कम जोखिम वाली सर्जरी मिल रही है।

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