सीतापुर में पेपर लीक पर बड़ा खुलासा : टीसीएस के तीन अफसर अरेस्ट, सर्वर में की थी छेड़छाड

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Aug 09, 2024 16:42

सीतापुर जिले के तालगांव थाना क्षेत्र स्थित केपी सिंह मेमोरियल इंस्टिट्यूट के नर्सिंग पेपर लीक कांड में पुलिस ने एक महत्वपूर्ण कार्रवाई की है। इस मामले में पुलिस ने टीसीएस के तीन अधिकारियों...

Sitapur News : सीतापुर जिले के तालगांव थाना क्षेत्र स्थित केपी सिंह मेमोरियल इंस्टिट्यूट के नर्सिंग पेपर लीक कांड में पुलिस ने एक महत्वपूर्ण कार्रवाई की है। इस मामले में पुलिस ने टीसीएस के तीन अधिकारियों और एक केंद्र प्रभारी को गिरफ्तार किया है। यह गिरफ्तारियां पेपर लीक की जांच के दौरान की गई हैं। जिसमें आरोप है कि टीसीएस के अधिकारियों ने सर्वर से छेड़छाड़ करके पेपर लीक कराया था। पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ उत्तर प्रदेश सार्वजनिक परीक्षा अध्यादेश 2024 और अन्य गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है।

इन आरोपियों को किया गया गिरफ्तार
सिटी पुलिस अधीक्षक (एसपी) चक्रेश मिश्रा के अनुसार पुलिस ने कोतवाली देहात थाना क्षेत्र के नैमिष पुरम निवासी अमित मिश्रा, शहर कोतवाली क्षेत्र के विजयलक्ष्मी नगर निवासी उत्कर्ष मिश्रा, आदर्श नगर निवासी अंकित श्रीवास्तव और न्यू ग्वाल मंडी निवासी गौरव राजवंशी को गिरफ्तार किया है। ये गिरफ्तारियां नैपालापुर से बिजवार जाने वाले मार्ग में रेलवे ओवरब्रिज के नीचे की गईं। गिरफ्तार अभियुक्तों के कब्जे से 3 लैपटॉप, 5 मोबाइल फोन, एक प्रिंटर और 3 डायरी बरामद की गई हैं। उक्त गिरफ्तार आरोपी में उत्कर्ष, अंकित और गौरव टीसीएस के अधिकारी हैं। जिनकी जिम्मेदारी परीक्षा के दौरान तकनीकी रूप से अलर्ट रहकर परीक्षा कराने की थी।

सर्वर पर एक सॉफ्टवेयर डाउनलोड कर किया पेपर लीक
15 और 16 जुलाई 2024 को केपी सिंह मेमोरियल इंस्टिट्यूट ऑफ फार्मेसी कॉलेज में नर्सिंग ऑफिसर की परीक्षा आयोजित की गई थी। इस दौरान कुछ अभ्यर्थियों को नकल कराने का मामला सामने आया। जांच के दौरान पाया गया कि 8 अभ्यर्थियों और एक अन्य को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है। जांच के अनुसार, परीक्षा केंद्र के संजय पाण्डेय की भूमिका भी संदिग्ध पाई गई थी। जिन्हें भी गिरफ्तार कर जेल भेजा गया है। जांच में सामने आया कि अमित मिश्रा और टीसीएस के तीन अधिकारी – उत्कर्ष, अंकित, और गौरव ने मिलकर सर्वर पर एक एक्सटेंशन सॉफ्टवेयर डाउनलोड किया। इसके बाद इस सॉफ्टवेयर की मदद से परीक्षा प्रारंभ होने के बाद प्रश्न पत्र का प्रिंट आउट तैयार किया गया, और अपने गिरोह द्वारा उत्तरमाला तैयार कर ली गई। इस प्रश्न पत्र को 22 छात्रों तक पहुंचाने की कोशिश की गई। जिसमें कुल 8 छात्रों को पेपर मिल पाया था। इन्हें भी पहले गिरफ्तार किया जा चुका है।

आगामी कदम और कार्रवाई
एसपी चक्रेश मिश्रा ने बताया कि टीसीएस के अन्य कर्मचारियों और परीक्षा केंद्र के अन्य शामिल व्यक्तियों की संलिप्तता की जांच जारी है। इसके साथ ही एसजीपीजीआई से अभ्यर्थियों की सूचना प्राप्त कर उनका अभ्यर्थन निरस्त कराने की प्रक्रिया शुरू की जा रही है। परीक्षा केंद्र और टीसीएस की कार्यदायी एजेंसी के खिलाफ भी ब्लैकलिस्टिंग की कार्रवाई की जा रही है।

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