अयोध्या में सड़क हादसे में विशेष सचिव बृजभूषण दुबे की मौत : अनियंत्रित कार के पलटने के बाद ट्रक ने रौंदा

UPT | हादसे में दुर्घटनाग्रस्त कार

Nov 08, 2024 11:16

घटना के तुरंत बाद राहगीरों ने पुलिस को सूचित किया। पुलिस टीम मौके पर पहुंची और दोनों घायलों को अस्पताल ले जाया गया। जहां डॉक्टरों ने विशेष सचिव बृजभूषण दुबे को मृत घोषित कर दिया। हादसे में उनके बेटे को केवल मामूली चोटें आईं और प्राथमिक उपचार के बाद उन्हें अस्पताल से छुट्टी दे दी गई।

Lucknow News : उत्तर प्रदेश विधानसभा के विशेष सचिव बृजभूषण दुबे (52) कर अयोध्या में एक सड़क हादसे में निधन हो गया। यह हादसा गुरुवार देर रात करीब 1:30 बजे हुआ। बृजभूषण दुबे अपने बेटे के साथ लखनऊ जा रहे थे। हादसा तब हुआ जब उनकी कार ओवरटेक करते समय नियंत्रण से बाहर हो गई और डिवाइडर से टकराकर पलट गई। पलटने के बाद कार दूसरी लेन में जा पहुंची, जहां एक तेज रफ्तार ट्रक ने उसे रौंद दिया। कार को बृजभूषण दुबे का बेटा कृष्णा दुबे चला रहा था।

राहगीरों की सूचना पर पहुंची पुलिस
हादसा अयोध्या के पटरंगा थाना क्षेत्र में हुआ। घटना के तुरंत बाद राहगीरों ने पुलिस को सूचित किया। पुलिस टीम मौके पर पहुंची और दोनों घायलों को अस्पताल ले जाया गया। जहां डॉक्टरों ने विशेष सचिव बृजभूषण दुबे को मृत घोषित कर दिया। हादसे में उनके बेटे को केवल मामूली चोटें आईं और प्राथमिक उपचार के बाद उन्हें अस्पताल से छुट्टी दे दी गई।



कार के परखचे उड़ गए
हादसा इतना भीषण था कि कार के परखचे उड़ गए। स्थानीय लोग और पुलिस के अनुसार, हादसा हाईवे चौकी के पास हुआ, जहां ट्रक की टक्कर से कार के कई हिस्से सड़क पर बिखर गए। पुलिस क्षेत्राधिकारी आशीष नागर ने बताया कि शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया है। फिलहाल, हादसे की पूरी जांच की जा रही है।

घटना से परिवार में शोक की लहर
बृजभूषण दुबे के निधन की सूचना मिलते ही उनके परिजनों में शोक की लहर फैल गई। विधानसभा के विशेष सचिव के रूप में उनके व्यवहार की लोग काफी प्रशंसा करते रहे हैं। उनके निधन पर विधानसभा कार्यालय के वरिष्ठ अफसरों से लेकर अन्य लोगों ने गहरा शोक जताया है। बताया जा रहा है कि उनका अंतिम संस्कार आज दोपहर में अयोध्या में किया जाएगा।

शासकीय सेवा में उत्कृष्ट व सराहनीय योगदान के लिए अटल रत्न से सम्मानित
बृजभूषण दुबे को शासकीय सेवा में उत्कृष्ट व सराहनीय योगदान के लिए अटल रत्न से सम्मानित भी किया जा चुका है। वह मूल रूप से बस्ती जनपद के रहने वाले थे। उनकी शिक्षा लखनऊ विश्वविद्यालय से हुई है। उन्होंने राजनीति विज्ञान व मास कम्युनिकेशन में एमए व एलएलबी की शिक्षा ग्रहण की। सरकारी सेवा में आने के पूर्व वह पत्रकारिता एवं विधि व्यवसाय से भी जुड़े रहे। विधायी एवं संसदीय विषयों में उनकी अच्छी पकड़ थी। उनके मृदुभाषी, व्यवहार कुशलता को याद करते हुए सहयोगी गमगीन हैं।

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