लखनऊ के रहमान खेड़ा में बाघ का आतंक : मचान के पास 'नो गो जोन' घोषित, रेस्क्यू अभियान तेज

UPT | लखनऊ में बाघ का आतंक।

Dec 23, 2024 19:48

काकोरी के रहमान खेड़ा में बाघ को पकड़ने के लिए बनाए गए कन्ट्रोल रूम को सोमवार को प्रवेश द्वार पर स्थानांतरित कर दिया गया। साथ ही मचान के पास के एरिया को 'नो गो जोन' घोषित किया गया है।

Lucknow News : काकोरी के रहमान खेड़ा में बाघ को पकड़ने के लिए बनाए गए कन्ट्रोल रूम को सोमवार को प्रवेश द्वार पर स्थानांतरित कर दिया गया। साथ ही मचान के पास के एरिया को 'नो गो जोन' घोषित किया गया है। डीएफओ सितांशु पांडेय ने बताया कि बाघ को सुरक्षित रेस्क्यू करने के लिए कानपुर और लखनऊ प्राणि उद्यान के डॉक्टर द्वारा लगातार निगरानी की जा रही है। 

सांड के अवशेष पर वन विभाग की नजर
डीएफओ के मुताबिक, सुबह चार बजे से रात आठ बजे तक मचान से रेस्क्यू टीम बाघ के मूवमेंट को लेकर नजर रखे हुए है। उन्होंने बताया कि रहमान खेड़ा फार्म के पीछे जाने वाले मार्ग मीठेनगर गांव के पहले खड़ंजा मार्ग के बांये तरफ बाघ ने रविवार को सांड का शिकार किया था। शव जंगल में झाड़ी के अन्दर खींचकर ले गया था। करीब तीन से चार किलो गोश्त खाने के बाद वह चला गया। सांड के अवशेष को हटाकर खडंजा मार्ग के पास झाड़ी के रिक्त स्थान पर रखा गया है। वन विभाग की टीम उस पर नजर रखे है। 



कानपुर-लखनऊ प्राणी उद्यान की वेटनरी टीम तैनात
डीएफओ ने बताया कि वन विभाग की रणनीति के अनुसार बाघ को सुरक्षित पकड़ने के लिए कानपुर और लखनऊ प्राणि उद्यान के वेटनरी डॉक्टरों की टीम वन्य जीव वाले संभावित स्थल पर तैनात की गयी है। वहीं वन विभाग एवं डब्लूटीआई की टीम द्वारा प्रभावित क्षेत्रों में पेट्रोलिंग लगातार जारी है। इससे पहले जनवरी 2021 में रहमान खेड़ में आए बाघ को मचान की मदद से 109 दिन बाद गन से इंजेक्शन मारकर बेहोश किया गया था। 

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