यूपी में 35000 बीसी सखियों के एल-0 डिवाइस दोबारा हुए एक्टिव : UIDAI ने टेक्नोलॉजी का हवाला देकर किया था बंद

UPT | यूपी में 35000 बीसी सखियों के एल-0 डिवाइस दोबारा हुए एक्टिव

Nov 08, 2024 20:03

बीसी सखियों के लेनदेन में आई रुकावट को लेकर मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह ने बताया कि राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के अंतर्गत 35 हजार से अधिक बीसी सखियां प्रतिदिन 40 करोड़ से अधिक का वित्तीय लेनदेन करती हैं। जिसमें आधार प्रमाणीकरण के लिए यूआईडीएआई की एल-0 डिवाइस का उपयोग होता है।

Lucknow News : प्रदेशवासियों की सहूलियत के प्रति प्रदेश सरकार ने संवेदनशीलता का एक और उदाहरण पेश किया। यूनिक आईडीफिकेशन अथॉरिटी ऑफ इंडिया (यूआईडीएआई) द्वारा फिंगरप्रिंट सेंसिंग मशीन की एल-0 डिवाइस पर रोक लगाए जाने के बाद करीब 35 हजार बीसी सखियों और 3 करोड़ से अधिक लोगों के वित्तीय लेनदेन पर असर पड़ा था। सीएम योगी ने तुरंत इस मुद्दे का संज्ञान लिया और अधिकारियों को यूआईडीएआई से बातचीत कर समस्या के समाधान के निर्देश दिए।

10 कंपनियों के 19 मॉडल्स पर लगी थी रोक 
बीसी सखियों के लेनदेन में आई रुकावट को लेकर मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह ने बताया कि राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के अंतर्गत 35 हजार से अधिक बीसी सखियां प्रतिदिन 40 करोड़ से अधिक का वित्तीय लेनदेन करती हैं। जिसमें आधार प्रमाणीकरण के लिए यूआईडीएआई की एल-0 डिवाइस का उपयोग होता है। यूआईडीएआई ने हाल में एल-0 डिवाइस का उपयोग कर रही 10 कंपनियों के 19 मॉडल्स पर 31 अक्टूबर से रोक लगा दी थी, जिसके कारण लेनदेन प्रभावित हो गया। मुख्यमंत्री को इस स्थिति की जानकारी मिलते ही उन्होंने मुख्य सचिव को यूआईडीएआई के अधिकारियों से संपर्क कर समस्या के समाधान के निर्देश दिए।



पुराना मॉडल फिर से चालू करने का निर्णय
सीएम के निर्देश पर मुख्य सचिव ने यूआईडीएआई से संवाद किया और उन्हें सूचित किया कि बीसी सखियों को नई एल-1 डिवाइस के लिए प्रशिक्षित नहीं किया गया है और वे अभी नई डिवाइस खरीदने में भी सक्षम नहीं हैं। मामले की गंभीरता को समझते हुए यूआईडीएआई ने 6 नवंबर को पुराने मॉडल को पुनः चालू करने का निर्णय लिया, जिससे बीसी सखियों का लेनदेन पुनः सुचारु हो सका। इस फैसले से खुश बीसी सखियों ने मुख्यमंत्री योगी का धन्यवाद प्रकट किया।

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