बसपा ने जातीय समीकरण को ध्यान में रखते हुए कोरी उम्मीदवार को मैदान में उतारा है। आरक्षित सीट होने की वजह से मिल्कीपुर में सामान्य कटेगरी के नेता को टिकट नहीं दिया जा सकता है। रामगोपाल कोरी पहले भी मैदान में रह चुके हैं। उन्हें लेकर संगठन ने प्रचार भी किया था।