UP News : यूपी के सरकारी अस्पतालों में अब मरीजों को मिलेगा तकिया, इस तरह होगी खरीद

UPT | Brajesh Pathak

Oct 16, 2024 20:01

शासन से मिले निर्देशों के तहत, महानिदेशक चिकित्सा स्वास्थ्य डॉ. बृजेश राठौर ने सभी जिलों के स्वास्थ्य अधिकारियों को तत्काल आदेश जारी किए हैं। इन आदेशों के तहत, सभी जिला स्तरीय अस्पतालों में तकियों की व्यवस्था सुनिश्चित की जाएगी।

Lucknow News : प्रदेश के सरकारी अस्पतालों में अब मरीजों को बेहतर आराम प्रदान करने के लिए हर बेड पर तकिया देने की सुविधा शुरू की जा रही है। रोगी कल्याण समिति के माध्यम से तकियों की खरीद की जाएगी, जिससे मरीजों को बेहतर सुविधा उपलब्ध हो सके। पहले तक सरकारी अस्पतालों में तकिया प्रदान करने की व्यवस्था नहीं थी, जिसके कारण मरीजों को सिर के नीचे अन्य सामान का उपयोग करना पड़ता था।

उपमुख्यमंत्री ने दिए थे तकिया उपलब्ध कराने के निर्देश
हाल ही में उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने विभागीय समीक्षा बैठक में इस समस्या को गंभीरता से लिया और अस्पतालों में भर्ती मरीजों को तकिया उपलब्ध कराने के निर्देश जारी किए। उनके निरीक्षण के दौरान उन्होंने पाया कि मरीज सिर के नीचे कभी चादर तो कभी अन्य वस्त्र रखकर सो रहे थे। उपमुख्यमंत्री के निर्देश के बाद ही शासन ने इस दिशा में कदम उठाए।



महानिदेशक चिकित्सा स्वास्थ्य ने जारी किए आदेश
शासन से मिले निर्देशों के तहत, महानिदेशक चिकित्सा स्वास्थ्य डॉ. बृजेश राठौर ने सभी जिलों के स्वास्थ्य अधिकारियों को तत्काल आदेश जारी किए हैं। इन आदेशों के तहत, सभी जिला स्तरीय अस्पतालों में तकियों की व्यवस्था सुनिश्चित की जाएगी और आवश्यकता के अनुसार रोगी कल्याण समिति की धनराशि से तकियों की खरीद की जाएगी।

रोगी कल्याण समिति के जरिए होगी खरीदारी
तकीयों की खरीदारी का काम रोगी कल्याण समिति के माध्यम से किया जाएगा, जो स्वास्थ्य विभाग की एक महत्वपूर्ण इकाई है। इस समिति के पास पहले से ही मरीजों की देखभाल और स्वास्थ्य सुविधाओं को सुधारने के लिए निधि होती है। समिति के माध्यम से तकियों की खरीदारी से यह सुनिश्चित किया जाएगा कि मरीजों को गुणवत्ता वाले तकिये मिलें और उनकी देखभाल का स्तर सुधरे।

स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार के प्रयास
अस्पतालों में तकिए की व्यवस्था करने का यह कदम सरकार की ओर से स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार का एक और प्रयास है। इसके माध्यम से सरकार का लक्ष्य है कि मरीजों को बेहतर आराम और देखभाल मिले। शासन और विभागीय अधिकारियों के इस कदम से मरीजों की दैनिक जरूरतों को ध्यान में रखते हुए अस्पताल की सुविधाओं को और अधिक सुसज्जित किया जाएगा।
 

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