UP STF ने साढ़े सात वर्षों में 7015 कुख्यात अपराधी धर दबोचे : 49 मुठभेड़ में ढेर, परीक्षा माफिया-साइबर अपराधियों पर कसा शिकंजा

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Sep 22, 2024 14:13

यूपी एसटीएफ के एडीएजी अमिताभ यश ने बताया कि अपराध और अपराधियों पर लगाम लगाने के लिए इस स्पेशल पुलिस फोर्स ने पिछले साढ़े सात वर्षों में 7,015 दुर्दांत और इनामी अपराधियों को गिरफ्तार किया। इसके साथ ही 559 से अधिक अपराधों, जैसे हत्या, अपहरण और लूट की घटनाओं को विफल कर दिया गया।

Lucknow News : उत्तर प्रदेश स्पेशल टास्क फोर्स (UP STF) ने पिछले साढ़े सात वर्षों में दुर्दांत अपराधियों, हथियार तस्करों, नशे के सौदागरों और साइबर अपराधियों के खिलाफ जोरदार कार्रवाई की है। इस दौरान एसटीएफ ने 7,000 से अधिक कुख्यात अपराधियों को गिरफ्तार किया और 49 अपराधियों को मुठभेड़ों में मार गिराया। इसके साथ ही 559 से अधिक आपराधिक घटनाओं को अंजाम देने से पहले ही विफल कर दिया। एसटीएफ ने बड़ी मात्रा में अवैध हथियार, नशीले पदार्थ, और वन्यजीवों के अंगों की भी बरामदगी का भी दावा किया है।

559 घटनाओं को विफल करने में सफलता
यूपी एसटीएफ के एडीएजी अमिताभ यश ने बताया कि अपराध और अपराधियों पर लगाम लगाने के लिए इस स्पेशल पुलिस फोर्स ने पिछले साढ़े सात वर्षों में 7,015 दुर्दांत और इनामी अपराधियों को गिरफ्तार किया। इसके साथ ही 559 से अधिक अपराधों, जैसे हत्या, अपहरण और लूट की घटनाओं को विफल कर दिया गया। एसटीएफ की कार्रवाई में 3,970 संगठित अपराधियों को भी गिरफ्तार किया गया है।



परीक्षा माफिया और साइबर अपराधियों पर कार्रवाई
एसटीएफ ने परीक्षाओं में नकल और पेपर लीक की धांधली को खत्म करने के लिए 193 गिरोहों के 926 सरगनाओं और सॉल्वरों पर भी कार्रवाई की। इसके अलावा, 379 साइबर अपराधियों को भी गिरफ्तार किया गया है। अवैध हथियार तस्करी के खिलाफ चलाए गए अभियान में 189 अपराधियों को गिरफ्तार कर उनसे 2080 अवैध शस्त्र और 8229 कारतूस बरामद किए गए हैं।

अवैध नशीले पदार्थों और वन्यजीव तस्करी पर भी बड़ी कार्रवाई
एसटीएफ ने अब तक 1082 मादक पदार्थ तस्करों को गिरफ्तार किया है, जिनके पास से विभिन्न प्रकार के नशीले पदार्थों की बड़ी मात्रा में बरामदगी की गई है। इसके अलावा, वन्यजीवों की तस्करी करने वाले गिरोहों पर भी एसटीएफ ने बड़ी कार्रवाई की है, जिसमें दुर्लभ जानवरों की खाल, हड्डियां और अन्य अंगों की बरामदगी शामिल है। ऐसे 170 अपराधियों को गिरफ्तार करने में अब तक सफलता मिली है।

अखिलेश यादव बता चुके हैं 'स्पेशल ठाकुर फोर्स' और 'सरेआम ठोको फोर्स'
यूपी एसटीएफ ने अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई का अपने साढ़े सात वर्षों का डाटा ऐसे वक्त में जारी किया है, जबकि विपक्षी दल उसकी कार्रवाई पर सवाल उठ रहे हैं। समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव कुछ समय से यूपी एसटीएफ को सवालों के घेरे में खड़ा कर रहे है। उन्होंने इस स्पेशल पुलिस फोर्स पर कटाक्ष भी किया है। अखिलेश यादव एसटीएफ को 'स्पेशल ठाकुर फोर्स' और 'सरेआम ठोको फोर्स' कहकर संबोधित कर चुके हैं। इसके साथ ही दावा किया है कि इस विशेष कार्य बल में पीडीए (पिछड़ा, दलित और अल्पसंख्यक) की उपेक्षा की गई है। अखिलेश यादव ने बीते दिनों कहा कि 'सरेआम ठोको फोर्स' में तैनात लोगों का आंकड़ा बता रहा है कि ये तथाकथित 'विशेष कार्य बल' (विकाब) कुछ बलशाली कृपा-प्राप्त लोगों का 'व्यक्तिगत बल' बनकर रह गया है। उन्होंने कहा कि जो जनसंख्या में 10 प्रतिशत हैं, उनको 90 प्रतिशत तैनाती और जो जनसंख्या में 90 प्रतिशत हैं, उनको 10 प्रतिशत तैनाती दी गई है। इसका मतलब, इस बल के इस्तेमाल किये जाने का कोई खास मकसद है, जिसके कारण ऐसी तैनाती हुई है। 'विकाब' के बारे में यूं भी कहा जा सकता है : बलशालियों द्वारा, बलशालियों के उद्देश्यों की पूर्ति के लिए लेकिन निर्बलों के खिलाफ।

भाजपा सांसद पूर्व डीजीपी बृज लाल ने बोला हमला
इसके बाद भाजपा के राज्यसभा सांसद और पूर्व पुलिस महानिदेशक बृज लाल ने अखिलेश यादव पर हमला बोला। उन्होंने कहा कि सपा अध्यक्ष को हमारी इलीट फोर्स में भी जाति दिखाई देती है। जबकि इस फोर्स ने दुर्दांत दस्युओं से लेकर कुख्यात अपराधियों का सफाया किया। उन्होंने कहा कि यूपी एसटीएफ ने अब तक 81 राष्ट्रपति के वीरता पुरस्कार प्राप्त किए हैं। इसके साथ ही एसटीएफ से जुड़े 60 पुलिसकर्मियों को आउट ऑफ टाइम प्रमोशन मिला है।

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