यूपी में बारिश से फसलों को नुकसान : रेड अलर्ट जारी, सीएम योगी बोले- प्रभावितों को तत्काल दें आर्थिक मदद

UPT | यूपी में बारिश से फसलों को नुकसान

Sep 27, 2024 19:03

लखनऊ में लगातार हो रही बारिश से तापमान में गिरावट आई है और लोग गुलाबी ठंड का एहसास कर रहे हैं। मौसम के बदलने के कारण उमस से राहत मिली है। हालांकि इस बारिश ने लोगों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। शुक्रवार सुबह से ही बारिश का मौसम बना रहा। इसके बाद अलग-अलग समय में देर शाम तक बारिश होती रही।

Lucknow News : प्रदेश में मौसम के अचानक करवट लेने से लेकर एक बार फिर कई इलाकों में बारिश हो रही है। मानसून के अचानक सक्रिय होने से पिछले 24 घंटों में कई जनपदों में भारी बारिश हुई है। इस बारिश से जहां मौसम का मिजाज पूरी तरह से बदल गया है, वहीं कई क्षेत्रों में जलभराव और फसलों को भारी नुकसान हुआ है। इस मौसम विभाग ने महराजगंज, सिद्धार्थनगर और बलरामपुर में शुक्रवार रात से शनिवार सुबह तक गरज चमक के साथ भारी बारिश का रेड अलर्ट जारी किया है। लोगों से बेवजह बाहर नहीं निकलने की अपील की गई है। बिजली चमकने के दौरान सावधनी बरतने को भी कहा गया है। मौसम विभाग ने पूर्वी उत्तर प्रदेश, तराई और अवध क्षेत्र के लगभग 30 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। 

बारिश से बढ़ी मुश्किलें
लखनऊ में लगातार हो रही बारिश से तापमान में गिरावट आई है और लोग गुलाबी ठंड का एहसास कर रहे हैं। मौसम के बदलने के कारण उमस से राहत मिली है। हालांकि इस बारिश ने लोगों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। शुक्रवार सुबह से ही बारिश का मौसम बना रहा। इसके बाद अलग-अलग समय में देर शाम तक बारिश होती रही। इस वजह से बाहर निकलने वालों को दिक्कतों का सामना करना पड़ा। कभी उमस कभी बारिश की वजह से मौसम से संबंधित बीमारियों में इजाफा हुआ है। डेंगू, मलेरिया के मामलों में वृद्धि के कारण सरकारी और प्राइवेट अस्पतालों की ओपीडी मरीजों से भरी हुई है। वहीं इस बारिश ने किसानों की बड़ी चोट पहुंचाई है। उनकी फसलों को काफी नुकसान हुआ है। मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार, शनिवार को भी इसी तरह का मौसम बने रहने की संभावना है, जबकि रविवार से बारिश की तीव्रता कम हो सकती है।



सुलतानपुर के ग्रामीण इलाकों में मकान गिरने की घटनाएं
इसी तरह अमेठी में पिछले 12 घंटों से लगातार हो रही बारिश से मौसम ठंडा हो गया है, जबकि सुलतानपुर में तेज बारिश के चलते जलभराव से जनजीवन प्रभावित हो गया है। सुलतानपुर के कई ग्रामीण इलाकों में मकान गिरने की घटनाएं भी सामने आई हैं, जिससे जनहानि की आशंका बनी हुई है। बलरामपुर में बारिश के चलते मौसम सुहावना हो गया है, लेकिन सड़कों और खेतों में जलभराव की समस्या हो गई है। बिजली की आपूर्ति भी बाधित हुई है, जिससे ग्रामीण क्षेत्रों में परेशानी हो रही है।

अयोध्या में फसलों को नुकसान
अयोध्या में मूसलाधार बारिश के चलते धान और गन्ने की फसल को काफी नुकसान हुआ है। जिलाधिकारी के आदेश पर कक्षा 1 से 8 तक के स्कूल बंद कर दिए गए हैं। शहर के कई हिस्सों में जलभराव की समस्या सामने आई है, जिससे स्थानीय निवासियों को कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। अंबेडकरनगर में तेज बारिश से शहरी क्षेत्रों में जलनिकासी की समस्या गहरा गई है। कई इलाकों में बिजली की आपूर्ति ठप हो गई है। जिला प्रशासन ने इंटर तक के सभी स्कूलों में अवकाश घोषित कर दिया है।

बारिश का सिलसिला जारी रहेगा, 
आंचलिक मौसम विज्ञान केंद्र, लखनऊ की ओर से शुक्रवार को बताया गया कि प्रदेश में अगले 24 घंटे में बारिश का दौर जारी रहेगा। प्रदेश के चंदौली, गाजीपुर, बलिया, मऊ, वाराणसी, जौनपुर, आजमगढ़, देवरिया, कुशीनगर, गोरखपुर, अंबेडकर नगर, बस्ती, संत कबीर नगर, कुशीनगर, महाराजगंज, सिद्धार्थ नगर, सुलतानपुर, प्रतापगढ़, अमेठी, रायबरेली, अयोध्या, गोंडा, बलरामपुर, श्रावस्ती, बहराइच, सीतापुर, बाराबंकी, लखनऊ, रायबरेली, उन्नाव, कानपुर नगर, कानपुर देहात, औरैया, बलिया, हमीरपुर, महोबा, झांसी, और ललितपुर में लगभग सभी स्थानों पर बारिश की संभावना जताई गई है। वहीं मैनपुरी, इटावा, फर्रुखाबाद, हरदोई, कन्नौज, फतेहपुर, बांदा, चित्रकूट, कौशांबी, प्रयागराज, संत रविदास नगर, मीरजापुर और सोनभद्र में अनेक स्थानों पर बारिश की संभावना जताई गई है। इसके अलावा लखीमपुर खीरी, शाहजहांपुर, पीलीभीत, बरेली, बदायूं, कासगंज, एटा, फिरोजाबाद, आगरा, रामपुर, मुरादाबाद, बिजनौर, मुजफ्फरनगर, शामली और सहारनपुर में एक या दो स्थानों पर बारिश के आसार हैं। प्रदेश में कई जगह 20 से 23 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से हवा चलने की भी संभावना है।

सीएम योगी बोले-  तत्परता से राहत कार्य करें संचालित 
इस बीच मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने तेज बारिश के मद्देनजर संबंधित जनपदों के अधिकारियों को पूरी तत्परता से राहत कार्य संचालित करने और आपदा से हुई जनहानि से प्रभावित परिवारों को अनुमन्य राहत राशि अविलंब प्रदान किए जाने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा है कि जिन लोगों के घरों को नुकसान पहुंचा अथवा पशु हानि हुई, ऐसे प्रभावितों को तत्काल अनुमन्य वित्तीय सहायता प्रदान की जाए।

तटबंध सुरक्षित होने का दावा
प्रदेश सरकार के जलशक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह ने कहा कि हमारी सभी परियोजनाएं सुरक्षित परियोजनाएं हैं। प्रदेश में कहीं भी तटबंध को कोई खतरा नहीं है। नेपाल, उत्तराखंड, हिमाचल में जब भारी बारिश होती है तो यहां बाढ़ की आशंका होती है, हमारी कुछ नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही थीं। लेकिन, अब यह कम हो रही हैं। किसानों को कोई नुकसान न हो इसके लिए हम पूरी तरह तैयार हैं। जिन किसानों को नुकसान हुआ है उन्हें मुआवजा दिया जा रहा है और बाढ़ प्रभावित इलाकों में हर संभव मदद की जा रही है, राहत किट भी बांटी जा रही हैं।

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