UPSRTC के बसों का फास्टटैग हैक : एक लाख रुपये का हुआ नुकसान, प्राइवेट बैंकों के नाम पर दिख रहे टैग, जांच प्रक्रिया शुरू 

UPT | Fasttag

Sep 23, 2024 20:19

UPSRTC के संचालन प्रभारी अंकुर विकास ने बताया कि बसों में SBI और एक्सिस बैंक के फास्ट टैग लगे हुए हैं, लेकिन ऑनलाइन चेक करने पर ये टैग अन्य प्राइवेट बैंकों के नाम पर दिख रहे हैं। इसके साथ ही, फास्ट टैग में बैलेंस भी दिखाई नहीं दे रहा है...

लखनऊ न्यूज : उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम (UPSRTC) की बसों के फास्ट टैग हैक करने का मामला सामने आया है। कानपुर, गोरखपुर, झांसी और आगरा मंडल में 21 से अधिक बसों के फास्ट टैग्स के साथ छेड़छाड़ की गई है। शिकायत मिलने के बाद UPSRTC मुख्यालय ने जांच शुरू कर दी है और प्राइवेट बैंक के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने की योजना बना रहा है।



फास्ट टैग में असामान्यताएं
UPSRTC के संचालन प्रभारी अंकुर विकास ने बताया कि बसों में SBI और एक्सिस बैंक के फास्ट टैग लगे हुए हैं, लेकिन ऑनलाइन चेक करने पर ये टैग अन्य प्राइवेट बैंकों के नाम पर दिख रहे हैं। इसके साथ ही, फास्ट टैग में बैलेंस भी दिखाई नहीं दे रहा है। टोल प्लाजा पर, यदि फास्ट टैग में बैलेंस नहीं होता है, तो बसों को दोगुना भुगतान करना पड़ता है। उदाहरण के लिए, अगर टोल के रूप में डेढ़ हजार रुपये देना है, तो कैश में यह राशि करीब तीन हजार रुपये तक पहुंच सकती है।

राजस्व का नुकसान
निगम के अधिकारियों का कहना है कि साइबर ठगों ने फास्ट टैग के साथ छेड़छाड़ की है, जिससे निगम को राजस्व का नुकसान हुआ है। अधिकारियों के अनुसार, इस छेड़छाड़ से निगम को लगभग एक लाख रुपये का नुकसान हुआ है।

जांच प्रक्रिया शुरू 
निगम ने सभी जोन के अधिकारियों को अलर्ट कर दिया है और जिलेवार अधिकारी बसों की जांच की तैयारी कर रहे हैं। उनका कहना है कि यह घटना कैसे हुई, इसकी जानकारी जुटाना आवश्यक है। मामले की गहराई से जांच के लिए निगम साइबर सेल से भी सहयोग लेगा। 

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