यूपी की सियासत : रायबरेली और कैसरगंज सीटों पर बीजेपी ने रोके कदम, क्या नाराज क्षत्रियों को साध पाएगी पार्टी?

UPT | BJP ने अब तक नहीं खोले पत्ते

Apr 24, 2024 12:58

बृजभूषण शरण सिंह को चुनाव में न उतार कर भारतीय जनता पार्टी क्षत्रियों की नाराजगी मोल नहीं लेना चाहती। दूसरी और रायबरेली सीट पर अपने पुराने नेता दिनेश प्रताप सिंह को उतारेगी...

Lucknow News : उत्तर प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी ने दो सीटों के अलावा सभी सीटों पर अपने उम्मीदवार उतार दिए हैं। जिन दो सीटों पर उम्मीदवार नहीं उतारें हैं वह रायबरेली सीट (Raebareli Lok Sabha Seat) और दूसरी कैसरगंज सीट (Kaiserganj Lok Sabha Seat) है। दोनों ही सीट पर लोकसभा चुनाव 2024 के पांचवे चरण यानी 20 मई को मतदान होना है। इसके साथ ही कैसरगंज सीट पर अभी तक सपा और बसपा ने भी अपने उम्मीदवार नहीं उतारे है।

27 अप्रैल को घोषित हो सकते है नामांकन
बीजेपी को रायबरेली सीट पर कांग्रेस के प्रत्याशी उतारने का इंतजार है तो वहीं कैसरगंज सीच पर बृजभूषण को लेकर पार्टी सोच विचार कर रही है। सूत्रों की मानें तो पार्टी दोनों सीटों पर उम्मीदवारों के नाम 26 या 27 अप्रैल को घोषित कर सकती है। दोनों ही सीटों पर ये देखना दिलचस्प होगा कि पार्टी किन उम्मीदवारों पर अपना विश्वास दिखाएगी। पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता राकेश त्रिपाठी ने बताया कि दोनों सीटों पर उम्मीदवारों का नाम जल्दी ही कर दी जाएंगे।

दोनों सीटों पर क्यों अटका मामला
कैसरगंज सीट पर पहलवानों के साथ विवाद को लेकर बहुत अधिक चर्चित रहे बृजभूषण शरण सिंह को लंबे इंतजार के बाद दोबारा चुनाव में उतारा जा सकता है। बृजभूषण शरण सिंह को चुनाव में न उतार कर भारतीय जनता पार्टी क्षत्रियों की नाराजगी मोल नहीं लेना चाहती। दूसरी और यह कयास लगाए जा रहे हैं कि कांग्रेस वायानाड में मतदान होने के बाद अमेठी और रायबरेली सीट से अपनी उम्मीदवारों की घोषणा करेगी। इसलिए बीजेपी भी रायबरेली सीट पर इंतजार कर रही है। इन दोनों सीटों के माध्यम से बीजेपी नाराज क्षत्रियों के बीच बड़ा संदेश देने का प्रयास करेगी।

क्षत्रिय समाज के साधने का प्रयास
सूत्रों की मानें तो पार्टी दोनों सीटों पर क्षत्रिय समाज को साधने का प्रयास कर रही है। बहुत अधिक विचार विमर्श के बाद पार्टी ने तय किया है कि रायबरेली सीट पर अपने पुराने नेता दिनेश प्रताप सिंह को उतारेगी। दिनेश प्रताप सिंह रायबरेली क्षेत्र में बहुत अधिक सक्रिय हैं। उन्होंने क्षेत्र के पुराने नेता और अपने नजदीकी अशोक सिंह को बीजेपी ज्वाइन करा दी है। दूसरी ओर कैसरगंज सीट पर यह तय हो चुका है कि सीट बृजभूषण के परिवार में ही जाएगी। वह चाहे बृजभूषण शरण सिंह खुद हों या उनके परिवार का कोई सदस्य। बीजेपी इन दोनों टिकट के माध्यम से क्षत्रिय समाज के बीच बड़ा संदेश देना चाहती है। हाल ही में पश्चिम उत्तर प्रदेश में विभिन्न मुद्दों पर राजपूत समाज बीजेपी से नाराज बताए जा रहा है।

73 सीटों पर उम्मीदवार घोषित
उत्तर प्रदेश में बीजेपी कुल 75 सीटों पर लोकसभा चुनाव लड़ रही है। बची हुई 5 सीटों पर उसके सहयोगी दल उम्मीदवार खड़े कर रहे हैं। दो सीट पर राष्ट्रीय लोक दल, दो सीट पर अपना दल और एक सीट पर ओमप्रकाश राजभर की पार्टी ने अपना उम्मीदवार उतारा है। पार्टी अब तक 73 सीटों पर अपने उम्मीदवार घोषित कर चुकी है। केवल दो सीट ही बची हैं जो रायबरेली और कैसरगंज हैं। रायबरेली पर कांग्रेस ने भी अपना उम्मीदवार घोषित नहीं किया है। यहां से प्रियंका गांधी के चुनाव लड़ने की उम्मीद जताई जा रही है।

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