मेरठ जोन पुलिस : 7 साल में 3723 पुलिस मुठभेड़, 66 अपराधी ढेर, 7 हजार से अधिक गिरफ्तार

फ़ाइल फोटो | मेरठ जोन पुलिस ने पिछले सात साल में सबसे अधिक पुलिस मुठभेड़

Dec 27, 2024 09:33

जिस समय प्रदेश में योगी आदित्यनाथ की सरकार बनी उस समय मेरठ जोन की कमान वर्तमान में कार्यवाहक डीजीपी प्रशांत कुमार के हाथ में थी। प्रशांत कुमार मेरठ जोन के एडीजी रहे। मेरठ जोन के एडीजी रहते हुए प्रशांत कुमार ने अपराधियों के खिलाफ ताबड़तोड़ अभियान चलाया।

Short Highlights
  • उत्तर प्रदेश में सबसे अधिक मुठभेड़ मेरठ पुलिस जोन मे
  • पूरे उत्तर प्रदेश में सात साल में 12 हजार से अधिक पुलिस मुठभेड़
  • मेरठ में 48 घंटे के भीतर 8 पुलिस मुठभेड़ का रिकार्ड कायम
Meerut News : मेरठ जोन पुलिस ने पिछले सात साल में सबसे अधिक पुलिस मुठभेड़ की है। पुलिस के आंकड़ों की माने तो पूरे मेरठ जोन में 3723 पुलिस मुठभेड़ें हुईं। इन पुलिस मुठभेड़ों में 66 इनामी अपराधी पुलिस की गोली का शिकार हुए या ढेर कर दिए गए। पुलिस ने 2017 से लेकर अब तक करीब 7 हजार अपराधी गिरफ्तार भी किए हैं।

अपराध के मामले भी मेरठ जोन के जिले टॉप पर
बता दें उत्तर प्रदेश में अपराध के मामले भी मेरठ जोन के जिले टॉप पर रहते हैं। यहीं कारण है कि मेरठ जोन में सबसे अधिक पुलिस मुठभेड़ें हुईं हैं। मेरठ जोन के एक पुलिस अधिकारी ने नाम ना छापने की शर्त पर बताया कि मेरठ जोन को अपराध मुक्त करने का टार्गेंट मिला हुआ था। प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की प्रमुखता मेरठ जोन के जिलों को अपराध मुक्त करना था। यहीं कारण है कि मेरठ जोन के जिलों में अपराधियों के खिलाफ ताबड़तोड़ अभियान चलाया गया और सात साल में 66 इनामी अपराधियों को मार गिराया गया।

48 घंटे में 8 पुलिस मुठभेड़
मेरठ जिले में दिनांक 16 से 17 दिसम्बर के बीच पुलिस ने ताबड़तोड़ अभियान चलाते हुए 48 घंटे के भीतर 8 मुठभेड़ की। जिसमें सभी बदमाशों के पैर में गोली लगी। ये पुलिस मुठभेड़, मेरठ के थाना मवाना, लिसाड़ी गेट, लोहियानगर और कोतवाली क्षेत्र में हुईं। पुलिस और बदमाशों के बीच हुई मुठभेड़ में सर्वाधिक खाकी की गोली का शिकार गोकश और गोतस्कर हुए।  

यह भी पढ़ें : Former PM Manmohan Singh Passed Away : पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह का निधन, 92 साल की उम्र में एम्स में ली आखिरी सांस, राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जताया दुख

पुलिस एनकाउंटर पर उठते रहे सवाल
मेरठ जोन में हुए पुलिस एनकाउंटर हो या फिर यूपी में किसी भी मुठभेड़ का मामला हो। यूपी पुलिस की कार्यशैली पर विपक्ष सवाल उठाता रहा है। यूपी में होने वाले एनकाउंटरों को लेकर सरकार पर निशाना साधते हुए पुलिस को कटघरे में खड़ी करती रही।

2017 से लेकर अब तक यूपी में 12 हजार से अधिक मुठभेड़
उत्तर प्रदेश में 2017 में भाजपा की सरकार बनी। भाजपा ने प्रदेश की बागडोर योगी आदित्यनाथ के हाथ में सौंपी। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री बनते ही योगी आदित्यनाथ ने अपराध के खिलाफ जीरो टॉलरेंस नीति अपनाते हुए पुलिस को पूरी छूट दे दी। जिस समय प्रदेश में योगी आदित्यनाथ की सरकार बनी उस समय मेरठ जोन की कमान वर्तमान में कार्यवाहक डीजीपी प्रशांत कुमार के हाथ में थी। प्रशांत कुमार मेरठ जोन के एडीजी रहे। मेरठ जोन के एडीजी रहते हुए प्रशांत कुमार ने अपराधियों के खिलाफ ताबड़तोड़ अभियान चलाया। खासकर गोकशों और पशु तस्करों के खिलाफ।

मेरठ जोन में अकेले 2017 में 17 बदमाश ढेर
2017 में योगी सरकार बनने के बाद मेरठ जोन में पुलिस ने अपराधियों के खिलाफ ताबड़तोड़ अभियान शुरू किया। पुलिस विभाग के आंकड़ों के अनुसार मेरठ जोन में 2017 में सबसे अधिक मुठभेड़ की घटना हुई। मेरठ जोन में 358 मुठभेड़ में सबसे अधिक 17 बदमाश मारे गए। इसमें मुजफ्फरनगर और शामली में चार-चार बदमाशों को पुलिस ने मौत के घाट उतारा। मेरठ जोन में यूपी पुलिस की इस एनकाउंटर नीति से बदमाशों में खौफ पैदा हो गया। हर रोज हुए ताबड़तोड़ एनकाउंटरों से बदमाशों ने जिला छोड़ दिया।

यह भी पढ़ें : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पूर्व पीएम को ऐसे दी श्रद्धांजलि : बोले-देश ने अपना एक सबसे विशिष्ट नेता खो दिया 

मेरठ जोन के प्रमुख पुलिस एनकाउंटर जो सुर्खियों में रहे
मेरठ जोन में हुए पुलिस एनकाउंटरों में मारे गए बदमाशों में कुख्यात अनिल दुजाना और शिल्पा शेट्टी के पति से आठ करोड की लूट का आरोपी और दिल्ली पुलिस को 38 गोलियां मारने वाला शिवशक्ति नायडू शामिल रहा। अनिल दुजाना एनसीआर के जरायम की दुनिया में बड़ा नाम था। जबकि शिवशक्ति नायडू दिल्ली के सहायक पुलिस कमिश्नर ललित मोहन नेगी की हत्या की साजिश रचने लूट की रकम फिल्म उद्योग में लगाता था। शिवशक्ति नायडू का कई राज्यों में आतंक था। बताया जाता है कि वो कई फिल्म निर्माताओं से भी वसूली करता था।
- 5 मई 2019 थाना दौराला क्षेत्र में हुई पुलिस ने मुठभेड़ में एक लाख रुपये का इनामी बदमाश जुबेर को मार गिराया।
-19 फरवरी 2020 शिवशक्ति नायडू को कंकरखेड़ पुलिस ने मुठभेड़ में मार गिराा था। शिवशक्ति नायडू 11 जिलों में 22 मामलों में फरार चल था। शिवशक्ति नायडू देहरादून हाईवे से कार चुराकर भागा था। मेरठ जिले के कंकरखेड़ा में पुलिस ने उसे घेर लिया, दोनों तरफ से फायरिंग हुई और शिवशक्ति नायडू मारा गया। पुलिस मुठभेड़ में एक गोली एसएसपी की बुलेटप्रूफ जैकेट में भी लगी। उस पर करीब 2 लाख का इनाम था।
- 4 मई 2023 को कुख्यात गैंगस्टर अनिल दुजाना को यूपी एसटीएफ ने मुठभेड़ में मार गिराया था। यूपी एसटीएफ और अनिल दुजाना की मुठभेड़ भी मेरठ में गंगनहर पटरी पर हुई थी। अनिल दुजाना के खिलाफ एनसीआर के गाजियाबाद, नोएडा, दिल्ली और मुजफ्फरनगर उत्तर प्रदेश के कई जिलों में लूट, डकैती, वसूली और हत्या जैसे संगीन अपराधिक मामलों में मुकदमें दर्ज थे।

यह भी पढ़ें : Ghaziabad News : 29 दिसम्बर को पीएम मोदी नमो भारत से जाएंगे साहिबाबाद से आनंद विहार स्टेशन

- 23 जनवरी 2024 को मेरठ के कंकरखेड़ा थाना क्षेत्र में चौकी इंचार्ज मुन्नेश सिंह कसाना को गोली मारने वाले बदमाश विनय वर्मा की पुलिस के साथ मुठभेड़ के दौरान गोली लगने से मौत हो गई थी।  
-14 दिसम्बर 2024 को मेरठ में हुइ पुलिस मुठभेड़ में दिल्ली एनसीआर का कुख्यात और 50 हजार का इनामी बदमाश अनिल उर्फ सोनू मटका मारा गया। सोनू मटका के खिलाफ दिल्ली-एनसीआर में आपराधिक मामले दर्ज थे। सोनू मटका का एनकाउंटर दिल्ली स्पेशल सेल और मेरठ एसटीएफ ने मेरठ-देहरादून हाईवे पर वेदव्यासपुरी में किया। सोनू मटका हासिम बाबा गैंग का खतरनाक शार्प शूटर था।

Also Read