संसद भवन के सामने आग लगाने वाले की मौत : रैली में शामिल होने की बात कहकर निकला था जितेंद्र, छावनी बना बागपत का छपरौली

UPT | बागपत के छपरौली को पुलिस ने छावनी में तब्दील कर दिया

Dec 27, 2024 14:13

पिता के साथ हुई मारपीट के मामले में बागपत पुलिस द्वारा कार्रवाई नहीं करने से क्षुब्ध था। युवक से हुई पूछताछ में उसने बताया कि पुलिस की ढिलाई से परेशान होकर उसने ये कदम उठाया है।

Short Highlights
  • दिल्ली में भीमआर्मी की रैली में जाने की बात कहकर बागपत से गया था जितेंद्र 
  • पिता के साथ हुई मारपीट में पुलिस द्वारा कार्रवाई नहीं करने से परेशान था युवक  
  • 2022 में हुए विधानसभा चुनाव में रालोद की रैली में हुई थी पिता के साथ मारपीट
Baghpat News : बागपत के एक युवक ने पुलिस की कार्यशैली से तंग आकर दिल्ली के नए संसद भवन के सामने पेट्रोल डालकर आग लगा ली। संसद भवन के आसपास तैनात सुरक्षा कर्मियों ने युवक के शरीर में लगी आग बुझाई और उसको अस्पताल में भर्ती कराया। जहां पर आज इलाज के दौरान युवक की मौत हो गई है। युवक की मौत के बाद बागपत के छपरौली को पुलिस ने छावनी में तब्दील कर दिया है।

बागपत पुलिस द्वारा कार्रवाई नहीं करने से क्षुब्ध
दिल्ली नए संसद भवन के सामने आग लगाने वाले युवक का नाम जितेंद्र है और वो अपने पिता के साथ हुई मारपीट के मामले में बागपत पुलिस द्वारा कार्रवाई नहीं करने से क्षुब्ध था। युवक से हुई पूछताछ में उसने बताया कि पुलिस की ढिलाई से परेशान होकर उसने ये कदम उठाया है।
बताया कि कुछ लोगों ने उसके पिता के साथ मारपीट की थी। जिसकी शिकायत संबंधित थाने में की गई थी। परिजनों का कहना है कि थाना पुलिस द्वारा उचित कार्रवाई नहीं करने से जितेंद्र काफी परेशान था। इसके चलते जितेंद्र ने ये आत्मघाती कदम उठाया।

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छपरौली कस्बे की पट्टी धंधान के रहने वाले

छपरौली कस्बे की पट्टी धंधान के रहने वाले रविंद्र ने बताया कि वो अनुसूचित जाति से हैं। दिल्ली में नए संसद भवन के सामने खुद पर पेट्रोल छिड़ककर आग लगाने वाला जितेंद्र उनका छोटा भाई है। रविंद्र ने बताया कि 2022 के विधानसभा चुनाव के दौरान रालोद की जनसभा उनके पिता महीपाल भी शामिल हुए थे। रालोद की चुनावी जनसभा में कुछ लोगों ने उसके पिता के साथ मारपीट की थी। इसकी शिकायत उन्होंने की तो पुलिस ने शांतिभंग में उनके पिता का चालान कर दिया। पुलिस ने मुकदमा दर्ज नहीं किया।

आरोपियों को पुलिस का संरक्षण प्राप्त
इतना ही नहीं आरोपियों को पुलिस का संरक्षण प्राप्त था। जो बार-बार उनके परिवार को धमकी दे रहे थे। उसके भाई ने अनुसूचित जाति जनजाति आयोग में इस मामले में शिकायत की थी। शिकायतें करने पर आरोपियों ने वर्ष 2024 में उसके पिता महीपाल को कार से टक्कर मारकर कुचलने का प्रयास किया था। हमले में उनके पिता गंभीर रूप से घायल हो गए थे। इसकी शिकायत भी पुलिस से की तो मामूली धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया लेकिन कोई सुनवाई नहीं की। परिवार लगातार आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई के लिए थाने के चक्कर काट रहे थे। लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही थी।

भीम आर्मी की रैली में शामिल होने की बात कहकर गया
रविंद्र ने बताया कि उसका छोटा भाई जितेंद्र दिल्ली में भीम आर्मी की रैली में जाने के बात कहकर घर से निकला था। इसके बाद उन्हें दिल्ली के नए संसद भवन के सामने पेट्रोल छिड़ककर आग लगाने की जानकारी मिली। पता चलने पर पिता महीपाल और परिवार के लोग दिल्ली अस्पताल पहुंचे।

बागपत एसपी ने बताया
बागपत एसपी अर्पित विजयवर्गीय ने बताया कि आग लगाने वाले युवक के परिवार का दूसरे पक्ष के साथ विवाद चल रहा है। इसमें जितेंद्र पक्ष की तरफ से शिकायत दी गई थी। उस पर मई 2024 में मुकदमा दर्ज कर आरोप पत्र न्यायालय में दाखिल कराया है। इसके बाद जितेंद्र की तरफ से कोई शिकायती पत्र नहीं दिया। अब जानकारी आने पर पूरी जांच कराई गई है।

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