गाजियाबाद की बदलेगी तस्वीर : कॉरिडोर पर नक्शा पास कराने के साथ एनसीआरटीसी से लेनी होगी एनओसी

UPT | गाजियाबाद महायोजना-2031

Jun 26, 2024 03:35

गाजियाबाद  महायोजना-2031 को मुख्यमंत्री की मंजूरी मिलते ही अब शहर में विकास का पहिया तेजी से घूमेगा। महायोजना में कॉमर्शियल, ऑफिस, अर्द्धसरकारी व होलसेल मार्केट के लिए अलग से क्षेत्रफल निश्चित किया गया है।

Short Highlights
  • महायोजना लागू होेन के बाद देहात में दौड़ेगा विकास का पहिया  
  • इंवेस्टर्स समिट से जुड़े 500 करोड के आठ प्रस्ताव अंतिम चरण में 
  • निवेश बढ़ेगा और उद्यम से रोजगार के अवसर भी सुलभ होंगे
Ghaziabad News ​​​​​: गाजियाबाद महायोजना-2031 को मंजूरी मिलते ही गाजियाबाद शहर की तस्वीर बदली हुई नजर आएगी। इससे करीब दो हजार करोड़ रुपये के निवेश का रास्ता भी खुलेगा। गाजियाबाद महायोजना-2031 को मुख्यमंत्री की मंजूरी मिलते ही अब शहर में विकास का पहिया तेजी से घूमेगा। महायोजना में कॉमर्शियल, ऑफिस, अर्द्धसरकारी व होलसेल मार्केट के लिए अलग से क्षेत्रफल निश्चित किया गया है। 

रोजगार के अवसर भी सुलभ होंगे
इन्वेस्टर्स समिट के अंतर्गत ही दो हजार करोड़ रुपये के निवेश का रास्ता खुला था। उद्यम लगाने को लेकर सबसे ज्यादा 72 आपत्तियों का निस्तारण महायोजना में हुआ है। ऐसे में निवेश बढ़ेगा और उद्यम से रोजगार के अवसर भी सुलभ होंगे। रैपिड कॉरीडोर का भू-उपयोग मिश्रित है। ऐसे में इस क्षेत्र में जीडीए से तो नक्शा पास कराना ही होगा एनसीआरटीसी से भी अनापत्ति प्रमाणपत्र लेना होगा।

गांवों में बनेंगे कलस्टर, बढ़ेगा रोजगार 
गाजियाबाद विकास प्राधिकरण यानी जीडीए की महायोजना 2031 को शासन से मंजूरी मिलने के बाद जिले में विकास और तेज गति पकड़ेगा। शासन की मंजूरी के बाद फाइलों में बंद विकास की योजनाएं बाहर निकलकर हकीकत में बदलने की तैयारी में हैं। गांवों में कलस्टर बनने के साथ ही रोजगार के साधन भी बढ़ेंगे। इससे हजारों करोड़ रुपए के नए प्रस्तावों को जमीन पर उतारने की मंजूरी भी मिलेगी।  

महायोजना 2021 में 32 प्रस्ताव
गाजियाबाद की महायोजना 2021 में कुल 32 प्रस्ताव लिए गए थे। जो कि यूपी समिट में शामिल हुए थे। जबकि महायोजना 2031 में कुल 82 प्रस्ताव निवेश के लिए हुए। 2021 की अपेक्षा 2031 महायोजना में करीब 50 प्रस्ताव अधिक लिए गए। महायोजना-2021 में जहां इंडस्ट्रीयल क्षेत्रफल 1641.47 हेक्टेयर था तो वहीं अब महायोजना 2031 में बढ़ाकर 2820.86 हेक्टेयर कर लिया गया है।

फिर से भेजा जाएगा महायोजना 2031 का प्रस्ताव
जीडीए की महायोजना 2031 अभी शासन स्तर से स्वीकृत नहीं हुई है। इसका मुख्य कारण जीडीए के अधिकारी शासन में महायोजना 2031 के लिए ठीक तरह से प्रेजेन्टेंशन नहीं दे सके थे। जिस पर शासन ने जीडीए की महायोजना 2031 प्लान को वापस लौटा दिया था। इस पर जीडीए वीसी अतुल वत्स ने अधिकारियों को तलब कर उनको लताड़ लगाई थी। अब फिर से महायोजना 2031 का खाका तैयार कर शासन में भेजने की तैयारी है।

विकास प्लान की कुछ और नई चीजों को जोड़ा गया
महायोजना 2031 में अब कुछ अन्य चीजों को भी शामिल किया गया है। इस बारे में जीडीए सचिव राजेश कुमार सिंह ने बताया कि महायोजना 2031 को गाजियाबाद में विकास प्लान की कुछ और नई चीजों को जोड़ा गया है। शासन को जल्द ही महायोजना 2031 से संबंधित प्रस्ताव पास होने के लिए भेजा जाएगा। इसके पास होने के बाद गाजियाबाद में विकास और रोजगार के मार्ग प्रशस्त होंगे। 

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