Ghaziabad News : केडब्ल्यू सृष्टि के पानी में मिला खतरनाक बैक्टीरिया, जांच में सभी नमूने फेल

UPT | केडब्ल्यू सृष्टि में पीने के पानी में खतरनाक बैक्टीरिया

Sep 24, 2024 15:03

अगर एक सप्ताह में बिल्डर की ओर से बताए सुधार नहीं किया तो प्रशासन को बिल्डर के खिलाफ कार्रवाई के लिए संस्तुति की जाएगी।

Short Highlights
  • बिल्डर को स्वास्थ्य विभाग ने हिदायत पानी ठीक करने की हिदायत
  • सात दिन में सोसायटी में डोरियर पंप से पानी की गुणवत्ता ठीक करने के निर्देश 
  • जीडीए और शासन स्वास्थ्य महानिदेशक को भेजी पानी की रिपोर्ट 
Ghaziabad News : गाजियाबाद के राजनगर एक्सटेंशन की सोसायटियों में पानी की गुणवत्ता खराब होने की शिकायतें एक बार फिर से आ रही है। अब केडब्ल्यू सृष्टि में पीने के पानी में खतरनाक बैक्टीरिया मिला है। पानी में मिला बैक्टीरिया स्वास्थ्य के लिए खतरनाक बताया जा रहा है। पानी को पीने से सोसायटी में बीमार का खतरा है। स्वास्थ्य विभाग ने यह रिपोर्ट दी है।

बिल्डर को हिदायत दी
इसी के साथ बिल्डर को हिदायत दी है कि सात दिन के अंदर सोसायटी में डोजियर पंप लगवाकर पानी की गुणवत्ता को ठीक किया जाए। सोसायटी के पानी में डोजियर से क्लोरीन मिलाई जाए। दावा है कि क्लोरीन से बैक्टीरिया खत्म हो जाता है।

11 टावर से पानी के 23 नमूने लिए
सोसायटी में दूषित पानी की आपूर्ति की शिकायत पर स्वास्थ्य विभाग की टीम ने एक टावर से पांच नमूने लिए थे। इनकी जांच में पानी पीने लायक नहीं मिला। इस पर सभी 11 टावर से पानी के 23 नमूने लिए गए थे। जिला सर्विलांस अधिकारी डॉ. आरके गुप्ता ने बताया कि सोमवार को इनकी रिपोर्ट आ गई।
जांच रिपोर्ट में पानी दूषित मिला है। सोसायटी में पानी आपूर्ति बोरवेल के माध्यम से हो रही है। पानी में बैक्टीरिया मिला है। सोसायटी में डोजियर पंप नहीं लगा है। इस कारण से पानी में क्लोरीन नहीं मिलाई जा रही। राजनगर एक्सटेंशन जीडीए की योजना है। इसके लिए जीडीए को भी पत्र लिखा है। इसकी एक रिपोर्ट स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग के महानिदेशक को भेजी है।

सोसायटी में हैं 1500 फ्लैट 
सोसायटी निवासी तपेश शर्मा ने बताया कि 11 टावरों में 1500 फ्लैट हैं। इनमें पांच हजार से अधिक लोग रह रहे हैं। सोसायटी में पीने के पानी की सप्लाई के लिए 14 वाटर टैंक हैं। सोसायटी के लोगों की शिकायत पर स्वास्थ्य विभाग ने पानी की जांच कराई। 10 साल से बिल्डर सोसायटी के रख-रखाव की जिम्मेदारी संभाले हुए हैं। इसे आरडब्ल्यूए को नहीं सौंपा गया है। 

सोसायटी के पानी का टीडीएस 600 के पार
जिला सर्विलांस अधिकारी ने बताया कि पानी का टोटल डिसाल्वड सॉलिड (टीडीएस) 600 से अधिक है। पानी की सप्लाई व्यवस्था सुधारने के निर्देश दिए हैं। अगर एक सप्ताह में बिल्डर की ओर से बताए सुधार नहीं किया तो प्रशासन को बिल्डर के खिलाफ कार्रवाई के लिए संस्तुति की जाएगी। जिला एमएमजी अस्पताल के फिजिशियन डॉ. आलोक रंजन का कहना है कि 50 से 100 के बीच(टीडीएस)सामान्य होता है। पानी में टीडीएस की मात्रा अधिक होने पर स्वास्थ्य पर विपरीत असर पड़ता है।
 

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