New Year 2025 : गाजियाबाद में विकास भरेगा गति, धरातल पर उतरेंगी जीडीए की योजनाएं

UPT | नए साल 2025 में पूरी होगी जीडीए गाजियाबाद की रूकी योजनाएं।

Dec 30, 2024 23:33

रैपिड रेल कॉरिडोर के दुहाई और दुहाई डिपो स्टेशन के पास स्पेशल डवलपमेंट एरिया बनाया जाएगा। इसके लिए दुहाई में 600 हेक्टेयर और गुलधर में 309 हेक्टेयर जमीन चिह्नित

Short Highlights
  • 2025 में साकार होगा लोगों के अपने घर का सपना
  • हरनंदीपुरम टाउनशिप और लॉजिस्टिक पार्क की मिलेगी सौगात
  • मास्टर प्लान 2031 पर भी अब नए साल में लगेगी मुहर
Ghaziabad News, New Year 2025 : दो दिन बाद नया साल 2025 शुरू होगा। नए साल में गाजियाबाद विकास प्राधिकरण की कई योजनाएं धरातल पर उतरेंगी। 2025 में गाजियाबाद वासियों का अपना घर का सपना साकार होगा। वहीं ट्रांसपोर्ट नगर की योजनाएं लाई जाएंगी। इसके अलावा  लॉजिस्टिक पार्क और वेयरहाउस भी 2025 में मूर्त रूप लेगा। नए क्षेत्र में आवासीय, व्यावसायिक और औद्योगिक इकाइयां स्थापित होगी। विकास प्राधिकरण (जीडीए) का मास्टर प्लान 2031 पर भी 2025 में शासन से मुहर लगेगी।

हरनंदीपुरम टाउनशिप आएगी धरातल पर
गाजियाबाद की नई टाउनशिप हरनंदीपुरम 2025 में धरातल पर आएगी। अभी फाइलों में दौड़ रही हरनंदीपुरम योजना 2025 में साकार होगी। इससे गाजियाबाद वासियों का अपना घर का सपना साकार हो सकेगा। हरनंदीपुरम योजना के तहत आवासीय, व्यावसायिक का विस्तार होने पर जल निकासी से लेकर ड्रेनेज सिस्टम और प्रदूषण से निपटने के लिए पूरी तरह से विकसित की जाएगी। योजना के तहत बाहरी और अंदरूनी सड़कों की कनेक्टिविटी के अलावा इसको मुख्य मार्गों से जोड़ा जाएगा।

योजना को लेकर गाजियाबाद वासियों में काफी उत्सुकता
हरनंदीपुरम योजना को लेकर गाजियाबाद वासियों में काफी उत्सुकता है। जीडीए सचिव राजेश कुमार सिंह ने बताया कि जनवरी 2025 के शुरूआत में किसानों से भूमि अधिग्रहण की औपचारिकता पूरी होने के बाद हरनंदीपुरम टाउनशिप में काम शुरू होगा।

सपनों का आशियाना बसाने का सुनहरा मौका
उन्होंने बताया कि गाजियाबाद में सपनों का आशियाना बसाने का सुनहरा मौका मिलेगा। नई टाउनशिप को लाने में 15 हजार करोड़ रुपये से अधिक खर्च होंगे। उन्होंने बताया कि हरनंदीपुरम टाउनशिप के लिए गांव भोवापुर, भनैड़ा खुर्द, मथुरापुर, शमशेर, नगला फिरोजपुर, शाहपुर निज मोरटा और चंपतनगर का सेटेलाइट और ड्रोन के जरिये रैपिड सर्वे कराया जाएगा।

गाजियाबाद में बनेंगे दो लॉजिस्टिक पार्क
2025 में जिले में विकास की बयार बहने का रास्ता साफ हो है। जिले में दो जगह लाजिस्टिक पार्क बनाए जाएंगे। दोनों लाजिस्टिक पार्क दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे के किनारे बनाए जाने प्रस्तावित हैं। डासना में 40 एकड़ व भोजपुर (मोदीनगर) में 60 एकड़ जमीन लाजिस्टिक पार्क बनाया जाएगा।

पैदा होंगे रोजगार के अवसर
निजी जमीनों को समझौते के तहत या अधिग्रहण के माध्यम से लिया जाएगा। वहीं ग्राम सभा की जमीन को पुर्नग्रहण के माध्यम से लिया जाएगा। लाजिस्टिक पार्क व वेयर हाउस के लिए बनने के बाद बड़ी कंपनियों को यहां गोदाम बनाने के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा। लाजिस्टिक पार्क में बड़ी-बड़ी कंपनियों के गोदाम बनेंगे तो क्षेत्र में रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे। रोजगार बढ़ेगा तो खुद-ब-खुद विकास होगा।

मास्टर प्लान-2031 को मिलेगी जनवरी 2025 में स्वीकृति
जीडीए के अधिकारियों की माने तो जनवरी 2025 में मास्टर प्लान-2031 को शासन से स्वीकृति मिल सकती है।नए मास्टर प्लान में उद्यमियों को प्रोत्साहित कर रोजगार के अवसर बढ़ाने की योजना है। जीडीए वीसी अतुल वत्स ने प्राधिकरण का चार्ज संभालने के बाद नया मास्टर प्लान शासन की स्वीकृति के लिए भेजा है। वहां से स्वीकृति मिलते ही यह लागू हो जाएगा। जीडीए बोर्ड की अध्यक्ष व मेरठ मंडलायुक्त सेल्वा कुमारी जे. की अध्यक्षता में हुई जीडीए बोर्ड बैठक में मास्टर प्लान-2031 को स्वीकृत भेजा गया था। मास्टर प्लान-2031 लागू होने से गाजियाबाद, मुरादनगर,  मोदीनगर और लोनी की 62817.87 हजार हेक्टेयर जमीन पर नियोजित तरीके से विकास होगा। उपरोक्त जमीन का भू-उपयोग आवासीय, व्यावसायिक, औद्योगिक, ग्रीन, मनोरंजन व अन्य घोषित हो जाएगा।

2025 में मालामाल होगा जीडीए
2025 में जीडीए मालामाल होगा। जीडीए के खजाने में हजारों करोड़ रुपये नया मास्टर प्लान—2031 लागू होने से आएंगे। जीडीए को यह धनराशि प्राधिकरण को विकास शुल्क, नक्शा स्वीकृति शुल्क आदि के रूप में मिलेगी। सबसे ज्यादा धनराशि विकास शुल्क से रूप में मिलेगी।

आरआरटीएस कॉरिडोर 2025 में पूरा
आरआरटीएस कॉरिडोर वर्ष 2025 में पूरी तरह से संचालित होगा। अभी ये साहिबाबाद से मेरठ दक्षिण तक नमो भारत ट्रेन का संचालन हो रहा है। दिल्‍ली-गाजियाबाद-मेरठ रैपिड रेल कॉरिडोर 82 किलोमीटर लंबा है। दिल्‍ली-गाजियाबाद-मेरठ रैपिड रेल कॉरिडोर में अभी 42 किलोमीटर तक रैपिड रेल यानी नमो ट्रेन चल रही है। साल 2025 में आगे के हिस्से में रैपिड रेल नमो भारत ट्रेन दौड़ेगी। कुल 82 किलोमीटर में से 70 किलोमीटर हिस्‍सा एलिवेटिड है। जबकि 12 किलोमीटर हिस्‍से में नमो ट्रेन अंडरग्राउंड चलेगी।

2025 में होगा उद्योगों का विस्तार
वर्ष 2025 में गाजियाबाद में उद्योगों का विस्तार होगा। दिल्‍ली-गाजियाबाद-मेरठ रैपिड रेल कॉरिडोर के पूरी तरह से संचालित होने के बाद 2025 में दिल्‍ली-गाजियाबाद-मेरठ रैपिड रेल कॉरिडोर के दोनों ओर औद्योगिक इकाइयां स्थापित की जाएगी। इसका पूरा खाका तैयार कर लिया गया है। जीडीए ने इसके लिए आरआरटीएस और मेट्रो कॉरिडोर के दोनों तरफ एक समान विकास किए जाने की तैयारी की है।

टीओडी को लेकर दोनों कॉरिडोर का एरिया फाइनल
टीओडी को लेकर दोनों कॉरिडोर का एरिया फाइनल कर लिया है। आरआरटीएस कॉरिडोर में 4261 हेक्टेयर एरिया में नियोजित विकास किया जाएगा। जबकि मेट्रो कॉरिडोर के रेड लाइन में 482 हेक्टेयर और ब्लू लाइन में 154 हेक्टेयर एरिया को चिह्नित किया है। दुहाई और दुहाई डिपो में स्पेशल डिवलपमेंट एरिया के रूप में 909 हेक्टेयर को एरिया को चिह्नित किया गया है।

दुहाई डिपो के पास बनेगा स्पेशल जोन
रैपिड रेल कॉरिडोर के दुहाई और दुहाई डिपो स्टेशन के पास स्पेशल डवलपमेंट एरिया बनाया जाएगा। इसके लिए दुहाई में 600 हेक्टेयर और गुलधर में 309 हेक्टेयर जमीन चिह्नित की है। रैपिड कॉरिडोर की लागत वसूलने के उद्देश्य से विशेष विकास क्षेत्र में आवासीय, व्यावसायिक और औद्योगिक हब विकसित होगा। क्षेत्र में मुख्य रूप से ग्रुप हाउसिंग योजना, बड़े व्यावसायिक कार्यालय, मॉल और औद्योगिक गतिविधियों के लिए यहां पर पॉकेट बनाए जाएंगे।

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